जीवनशैली में बदलाव और डाइट में पोषण की कमी का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। सेहतमंद रहने के लिए शरीर के सभी अंगों का सही कार्य करना बेहद आवश्यक होता है। एक अंग की समस्या दूसरे अंग के कार्य को प्रभावित कर सकती है। लंबे समय तक जंक फूड, अनसैचुरेटेड फैट का सेवन और अत्यधिक शराब पीने से लिवर में फैट जमा हो सकता है। इस समस्या को फैटी लिवर की रूप में पहचाना जाता है। लिवर के कार्य न करने से मोटापा व कोलेस्ट्रॉल की समस्या बढ़ सकती है। इससे आपको सीने में दर्द और जलन की शिकायत हो सकती हैं। मैक्स अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर मनोज से जानते हैं कि क्या फैटी लिवर व्यक्ति के सीने में दर्द की वजह बन सकता है।
फैटी लिवर की समस्या क्यों होती है? - Causes Of Fatty Liver In Hindi
फैटी लीवर और हार्ट के दर्द के बीच संभावित संबंधों को जानने से पहले फैटी लिवर रोग को समझना आवश्यक है। फैटी लिवर, या हेपेटिक स्टीटोसिस, लिवर कोशिकाओं में फैट के जमा होने पर होती है। एक्सट्रा फैट कई कारणों से इकट्ठा हो सकती है। इसमें खराब आहार, मोटापा, इंसुलिन प्रतिरोध और अत्यधिक शराब का सेवन शामिल है। हालांकि, अगर फैटी लिवर की समस्या को शुरूआती दौर में ही पहचानकर इलाज किया जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है। लेकिन, इसे अनदेखा करने से स्थिति गंभीर हो सकती है। फैटी लिवर को एल्कोहलिक और नॉन एल्कोहलिक रूप में विभाजित किया जाता है।
फैटी लिवर और हार्ट में दर्द के बीच संबंध - Connection Between Fatty Liver And Heart Pain In Hindi
इंसुलिन प्रतिरोध और सूजन
फैटी लिवर रोग अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध के साथ होता है, यह एक ऐसी स्थिति जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रभाव के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाती हैं। इंसुलिन प्रतिरोध से ब्लड शुगर और ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल बढ़ सकता है, जिससे पूरे शरीर में सूजन हो सकती है। यह सूजन बाद में एथेरोस्केलेरोसिस की वजह बन सकती हैं। इसमें नसों के अंदर प्लाक बनने लगता है, प्लाक बनने से नसे अंदर से सिकुड़ जाती है। इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और हार्ट तक ब्लड सही तरह से नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में सीने में दर्द हो सकता है।
मेटाबॉलिज्म लक्षण
फैटी लिवर रोग मेटाबोलिक सिंड्रोम की वजह हो सकता है। यह कई स्थितियों का एक समूह जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, फैट का बढ़ना और कोलेस्ट्रॉल के लेवल में असामान्य वृद्धि को शामिल किया जाता हैं। मेटाबोलिक सिंड्रोम कोरोनरी आर्टरीज डिजीज के साथ ही हार्ट डिजीज का भी कारक बन सकता है। मेटाबॉलिक सिंड्रोम वाले व्यक्तियों में प्लाक बनने की संभावना अधिक होती है, जो सीने में दर्द की वजह हो सकता है।
मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर
फैटी लिवर होने पर व्यक्ति के मोटापा बढ़ सकता है। जिससे हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या तेजी से बढ़ सकती है। इसकी वजह से हार्ट पर दबाव पड़ता है और यह सीने में दर्द की वजह बन सकता है।
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फैटी लिवर की समस्या से बचने के लिए आप जंक फूड और तली भूनी चीजों का सेवन कम करें। इसके अलावा, कैफीन और शराब से भी दूरी बनाएं। समय रहते फैटी लिवर का इलाज किया जा सकता है। साथ ही इसके संभावित कारणों को भी कम किया जा सकता है।