
Black Coffee Good For Liver: आजकल काफी लोग दूध वाली कॉफी की जगह ब्लैक कॉफी पीना ज्यादा पसंद करने लगे हैं क्योंकि सोशल मीडिया में ब्लैक कॉफी के कई फायदे बताए जाते हैं। इसी वजह से लोगों की सुबह ब्लैक कॉफी पीकर शुरू होती है, तो शाम को थकान मिटाने के लिए पी जाती है। हालांकि इसके फायदे स्किन या दिमाग को लेकर ज्यादा बताए जाते हैं, लेकिन क्या इसे पीने से लिवर को भी फायदा होता है? लिवर और ब्लैक कॉफी से जुड़े कनेक्शन को जानने के लिए हमने हुमेटा के डायबिटीज एजुकेटर और कंसल्टेंट डाइटिशियन और एक्सपर्ट कनिका मल्होत्रा (Kanikka Malhotra, Consultant Dietician & Diabetes Educator, Expert, Humeta)न्यूट्रिशनिस्ट से बात की। उन्होंने इसके लिवर से जुड़े फायदों की जानकारी दी है।
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ब्लैक कॉफी कैसे लिवर के लिए फायदेमंद
न्यूट्रिशनिस्ट कनिका कहती हैं, “ लिवर शरीर में से टॉक्सिन निकालता है, फैट को ब्रेकडाउन करता है, हार्मोन बैलेंस करता है और पाचन को सपोर्ट करता है। इसलिए इसका हेल्दी रहना बेहद जरूरी है और ब्लैक कॉफी में मौजूद कई नैचुरल कंपाउंड्स, एंटीऑक्सीडेंट और खासकर क्लोरोजेनिक एसिड (CGA) लिवर में सूजन कम करने में मदद करते हैं। NIH की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉफी दुनिया में सबसे ज्यादा पिए जाने वाले पेय में से एक है और इसके फायदे खास तौर पर लिवर हेल्थ पर दिखते हैं।”

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- कॉफी लिवर में जमा होने वाले फैट को कम करने में मदद करती है।
- लिवर में होने वाली सूजन को घटाती है।
- शरीर में क्षतिग्रस्त सेल्स को हटाने की प्रक्रिया को तेज करती है।
- फाइब्रोसिस और सिरोसिस जैसी कंडीशन्स होने पर इसकी प्रोग्रेस को धीमा करती है।
- ALT, AST और GGT जैसे लिवर एंजाइम्स को हेल्दी लेवल में रखती है।
क्या हेपेटाइटिस B और C में कॉफी फायदेमंद है?
न्यूट्रिशनिस्ट कनिका कहती हैं, “हालांकि ब्लैक कॉफी को हेपेटाइटिस B और C का इलाज बिल्कुल नहीं माना जा सकता, लेकिन कई रिसर्च में सामने आया है कि कुछ हद तक ब्लैक कॉफी हेपेटाइटिस B और C से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद करती है। यह वायरस को खत्म तो नहीं करती, लेकिन लिवर की चोट और फिबरोसिस कम कर सकती है। अगर हेपेटाइटिस B और C की समस्या है, तो इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज कराएं।”
दिन में कितनी ब्लैक कॉफी पीनी चाहिए?
NIH की रिपोर्ट के अनुसार, दिन में 2 से ज्यादा कप कॉफी पीने वाले लोगों में फाइब्रोसिस कम पाया गया, सिरोसिस का खतरा कम मिला है, लिवर कैंसर का रिस्क कम हुआ है और लिवर से जुड़ी मृत्युदर कम थी। न्यूट्रिशनिस्ट…. कहती हैं, “इसकी वजह है कि ब्लैक कॉफी में अतिरिक्त चीनी नहीं डाली जाती और न ही क्रीम या फ्लेवर्ड चीजें इस्तेमाल होती है, तो कैलोरी बहुत कम होती है। इससे एंटीऑक्सीडेंट्स का असर ज्यादा दिखता है। इसी वजह से ब्लैक कॉफी दिन में दो बार पीने से लिवर पर पॉजिटिव असर दिखाई देता है।”
कॉफी कब नुकसान कर सकती है?
इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट कनिका कहती हैं, “जिन लोगों की हार्टबीट अनियमित रहती है, बहुत घबराहट या स्ट्रेस महसूस होता, नींद न आने की समस्या, मिर्गी के मरीज, प्रेग्नेंसी में ज्यादा कैफीन नहीं पीना चाहिए। अगर किसी को इस तरह की समस्याएं हैं और वे ब्लैक कॉफी पीना चाहते हैं, तो एक कप तक तो सही है, लेकिन एक कप से ज्यादा पीने से पहले एक बार न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर लें।”
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क्या ब्लैक कॉफी लिवर की बीमारी पूरी तरह ठीक कर देती है?
कनिका मल्होत्रा कहती हैं कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। अगर लिवर शराब पीने से क्षतिग्रस्त हुआ है, तो उसे रिवर्स नहीं कर सकती। लिवर की बीमारी सिरोसिस को ठीक नहीं कर सकती और न ही किसी भी तरह की लिवर की बीमारी को ठीक कर सकती है। कई बार लोग अनहेल्दी खाना खाकर ब्लैक कॉफी इसलिए पीते हैं कि इससे तेल और भारीपन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं होता। ब्लैक काफी सिर्फ एक हेल्दी सपोर्ट है, इलाज बिल्कुल भी नहीं है।
निष्कर्ष
अगर सेहतमंद इंसान ब्लैक कॉफी दिन में दो या तीन बार लेता है, तो यह लिवर को कई तरीके से सपोर्ट कर सकती है। इसमें सूजन, फैटी लिवर को रोकना और लिवर एंजाइम्स को सुधारना शामिल है। ब्लैक कॉफी लिवर के लिए फायदेमंद है, बस सही मात्रा और सही तरीके से लेनी चाहिए। इसके अलावा, लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करने से लिवर और शरीर सेहतमंद रहता है।
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Nov 28, 2025 07:02 IST
Published By : Aneesh Rawat