Can constipation cause eczema expert tell : कब्ज (constipation) एक आम पाचन समस्या है। लंबे समय तक कब्ज होने पर मल त्याग करने में कठिनाई, पेट में दर्द और मल त्याग के दौरान मलद्वार के आसपास के क्षेत्रों में दर्द की परेशानी होती है। अक्सर देखा जाता है कि जिन लोगों को कब्ज की समस्या ज्यादा होती है, उन्हें त्वचा संबंधी परेशानियां भी ज्यादा होती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ हेल्थ पर प्रकाशित एक रिसर्च बताती है आंतों (gut) की सेहत और त्वचा की सेहत के लिए एक गहरा संबंध है।
रिपोर्ट बताती है कि जिन लोगों को कब्ज, पेट में दर्द की परेशानी होती है, उन्हें पिंपल्स, एक्ने, आंतरिक विषाक्त पदार्थों के कारण त्वचा पर एलर्जी, खुजली और जलन की परेशानी होना आम बात है। ऐसे में यह सवाल उठना भी लाजिमी है कि क्या कब्ज के कारण एक्जिमा की परेशानी हो सकती है? इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करने वाले हैं। इस संबंध में हमने फरीदाबाद के सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल की सीनियर कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. श्रुति कोहली (Dr. Shruti Kohli, Senior Consultant - Dermatology, Sarvodaya Hospital Sector-8, Faridabad) से बात की।
इसे भी पढ़ेंः बूंदी रायता vs खीरे का रायता क्या है सेहत के लिए ज्यादा बेहतर
कब्ज और एक्जिमा के बीच कनेक्शन- Connection Between Constipation and Eczema
डॉ. श्रुति कोहली के अनुसार, एक्जिमा या एटोपिक डर्मेटाइटिस त्वचा में सूजन और स्किन बैरियर के टूटने के कारण होता है। इससे त्वचा में ड्राइनेस, खुजली और जलन की परेशानी होती है। हाल में हुए अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि हमारे पाचन तंत्र और त्वचा के बीच गहरा संबंध है, जिसे "गट-स्किन एक्सिस" (Gut-Skin Axis) कहा जाता है। त्वचा और आंत की परत प्रतिदिन अरबों माइक्रोब्स के संपर्क में रहती हैं। जब इन माइक्रोब्स में किसी प्रकार के हानिकारक तत्व या विषाक्त पदार्थ जमा होते हैं, तो वे शरीर में सूजन और जलन पैदा कर सकते हैं। कब्ज, आंत की परत में सूजन या माइक्रोबायोम में असंतुलन के कारण हो सकता है। जब आंत की एपिथीलियम परत (epithelial barrier) कमजोर हो जाती है, तो यह "लीकी गट" (leaky gut) की स्थिति उत्पन्न कर सकती है, जिसमें पाचन तंत्र से हानिकारक तत्व शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और यह पूरे शरीर में सूजन फैला सकते हैं। इसकी वजह से एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं होना आम बात है।
इसे भी पढ़ेंः हाइपोथायरायडिज्म के रोगी हो सकते हैं कब्ज से ज्यादा परेशान, इसे ठीक करने के लिए पिएं ये स्पेशल चाय
डॉ. श्रुति कोहली का कहना है कि एक्जिमा से पीड़ित लोगों में अक्सर फूड सेंसिटिविटी और एलर्जी पाई जाती है, जो पाचन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकती हैं। ऐसे में एलर्जन को डाइट से हटाकर (Elimination Diet) खाना खाने से एक्जिमा के लक्षणों (Symptoms of Eczema) में कमी आ सकती है और आंत की सेहत में भी सुधार हो सकता है।
कब्ज के कारण एक्जिमा से बचाव के उपाय- Tips to Prevent Eczema Due to Constipation
कब्ज के कारण एक्जिमा और अन्य संबंधी समस्याएं न हो, इसके लिए आप डॉक्टर द्वारा गए उपायों को अपना सकते हैं।
- खाने में हाई फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दालों को शामिल करें। फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त करके कब्ज की परेशानी को कम करता है।
- नियमित तौर पर खाने में दही, छाछ और विभिन्न प्रकार के प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। प्रोबायोटिक आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर कब्ज को दूर करते हैं।
- दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी पीने से शरीर में मौजूद विभिन्न प्रकार के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, जिससे कब्ज और त्वचा संबंधी परेशानियां कम होती है।
इसे भी पढ़ेंः खाली पेट पिएं काला नमक, हींग और अजवाइन का पानी, सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे
- अगर आपकी त्वचा पर एक्जिमा के लक्षण हैं, तो प्रभावित क्षेत्र को हाइलाइट्स और प्राकृतिक सामग्री वाले साबुन से धोएं। स्किन को हाइड्रेट करने के लिए सही मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें।
अगर आपको कब्ज और एक्जिमा की समस्या लगातार बनी रहती है, तो किसी गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट और स्किन केयर एक्सपर्ट से जरूर बात करें। डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए इलाज करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर डाइट में बदलाव भी राय देंगे।