एनएचएस की मानें, तो कैल्शियम हमारे बोन्स और दांतों के लिए बहुत जरूरी तत्व होता है। यह मसल्स फंक्शन, नर्व सिग्नल ट्रांसमिशन और ब्लड क्लॉटिंग के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि करीब 99 फीसदी कैल्शियम हमारी हड्डियों और दांतों में जमा होता है। बाकी बचा कैल्शियम ब्लड, मसल्स और टिश्यूज में मौजूद होता है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैल्शियम हमारी हड्डियों और दांतों के लिए कितना जरूरी है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि क्या शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण पैरों में दर्द हो सकता है? अगर हां, तो इसके होने के क्या कारण हैं? इस बारे में जानने के लिए हमने इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभिषेक वैश से बात की।
क्या कैल्शियम की कमी के कारण पैरों में दर्द होता है?- Leg Pain Due To Calcium Deficiency In Hindi
डॉ. अभिषेक वैश बताते हैं, "यह सच है कि कैल्शियम की कमी के कारण पैरों में दर्द हो सकता है। खासकर, जब कैल्शियम की कमी वजह से पैरों में दर्द होने लगता है, तो इसके शुरुआती दिनों में लोगों को मांसपेशियों में दर्द और अकड़न महसूस होने लगती है।’ डॉक्टर समझाते हैं, ‘वास्तव में, मसल्स कॉन्ट्रैक्शन के लिए कैल्शियम अहम रोल प्ले करता है। ऐसे में जब शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तो मसल्स ओवरएक्टिव हो सकती हैं और अनैच्छिक संकुचन भी हो सकता है। इसी वजह से पैरों में दर्द, ऐंठन होने लगता है।" डॉ. अभिषेक वैशआगे यह भी कहते हैं कि अगर शरीर में लंबे समय तक कैल्शियम की कमी बनी रहती है, तो ऑस्टियोपोरोसिस होने का रिस्क बढ़ जाता है। इस तरह की समस्या होने पर फ्रेक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
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शरीर में कैल्शियम की कमी के अन्य नुकसान
मसल्स फंक्शन पर असर
जब बॉडी को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलता है, तो इसका नेगेटिव असर मसल्स पर भी पड़ता है। खासकर, मसल्स संकुचन और रिलैक्सेशन के लिए कैल्शियम को जरूरी माना जाता है। जब कोई तंत्रिका किसी मांसपेशी को उत्तेजित करती है, तो कैल्शियम निकलता है, जिससे मांसपेशी काम कर पाती है। यह हार्ट मसल्स को भी कॉन्ट्रैक्शन में मदद करती है। वहीं, अगर कैल्शियम की कमी हो जाए, तो ये सभी कार्यप्रणालियां प्रभावित हो सकती हैं।
नर्व फंक्शन पर असर
कैल्शियम पूरे शरीर में नर्व सिग्नलस को भेजने में मदद करता है। अगर शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तो ऐसे में ब्रेन और शरीर के अन्य हिस्सों में बीच कनेक्शन टूट सकता है। यही नहीं, कैल्शियम की कमी के कारण हार्मोन भी असंतुलित हो सकते हैं।
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ब्लड क्लॉटिंग पर असर
डॉ. अभिषेक वैश के अनुसार, ‘कैल्शियम ब्लड क्लॉटिंग के कॉम्प्लेक्स प्रोसेस में भी अहम भूमिका निभाता है। अगर कैल्शियम की मदद से डैमेज हुए ब्लड वेसल्स से ब्लीडिंग रुकती है। वहीं, अगर कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में बॉडी में न हो, तो ब्लड क्लॉटिंग में दिक्कतें आ सकती हैं।
निष्कर्ष
डॉ. अभिषेक वैश की मानें, तो कैल्शियम की कमी हमारे शरीर के लिए बिल्कुल सही नहीं है। इसकी वजह से पैरों में दर्द तो होता ही है। साथ ही कई अन्य परेशानियां भी होने लगती और ओवर ऑल बॉडी पेन बढ़ सकता है। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए आवश्यक है कि आप नियमित रूप से कैल्शियम की कमी को पूरा करने की कोशिश करें। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप कैल्शियम युक्त चीजों का सेवन करें।
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FAQ
पैरों में दर्द किस विटामिन की कमी से होता है?
पैरों में दर्द विटामिन-डी, बी-12, और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्वां की कमी से हो सकता है। इन पोषक तत्वों की कमी से मांसपेशियों में कमाजेरी, सूजर और दर्द भी हो सकता है।पैरों की नसों में खिंचाव के क्या कारण हैं?
पैरों की नसों में खिंचाव (मांसपेशियों में खिंचाव) के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मांसपेशियों का यूज करना, गलत पोस्चर और पोषक तत्वों की कमी।नसें ब्लॉक होने के क्या लक्षण हैं?
सबसे पहले यह ध्यान दें कि शरीर के किस हिस्से की नस ब्लॉक हुई है। सामान्य तौर पर नसें ब्लॉक होने पर छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, पैरों या हाथों में सूजन, कमजोरी, चक्कर आना जैसे कुछ लक्षण दिख सकते हैं।