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सिजेरियन डिलीवरी के बाद हड्डियों में दर्द क्यों होता है? जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को कमर और कूल्हे की हड्डियों में दर्द हो सकता है। जानते है इसके कारण और बचाव के उपाय।   
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सिजेरियन डिलीवरी के बाद हड्डियों में दर्द क्यों होता है? जानें इसके कारण और बचाव के उपाय


प्रेग्नेंसी का समय महिलाओं के जीवन में नए अनुभव लेकर आता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। प्रेग्नेंसी के नौ महीनों की समस्याएं डिलीवरी के बाद भी बनी रहती हैं। कुछ महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी होती है। डिलीवरी के सिजेरियन तरीके को अपनाने के बाद महिलाओं को हड्डियों में दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द महिलाओं के कमर के निचले हिस्से, पेल्विक एरिया, कूल्हे और कंधे के पास हो सकता है। इस दौरान डॉक्टर महिलाओं को ज्यादा भारी काम न करने की सलाह देते हैं। कुछ बचाव उपायों से इस दर्द को कम किया जा सकता है। इस लेख में साईं पोलिक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं कि महिलाओं को सिजेरियन डिलीवरी के बाद हड्डियों में दर्द क्यों महसूस होता है और इसका बचाव कैसे किया जा सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को हड्डियों में दर्द के कारण - Causes Of Bone Pain After C Section in Hindi

महिलाओं को पीठ में दर्द होना

गर्भावस्था में अधिकतर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। ऐसे में डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर दोबारा नॉर्मल स्थिति में आता है, जिसकी वजह से उनकी पीठ और रीढ़ की हड्डी पर दबाव उत्पन्न होता है। इस वजह से रीढ़ की हड्डी में दर्द महसूस हो सकता है।

हार्मोन में बदलाव होना

प्रेग्नेंसी के समय भ्रूण के विकास के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोन का स्राव बढ़ जाता है। इसके अलावा, डिलीवरी का समय नजदीक आते ही महिलाओं के हार्मोन लिगामेंट को लूज करने करने का कार्य करते हैं। सी-सेक्शन के बाद हार्मोन नॉर्मल आने लगते हैं, इस दौरान भी ज्वाइंट पेन होने लगता है।

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bone pain after c section

एनेस्थीसिया के इंजेक्शन का दर्द

सिजेरियन डिलीवरी से पहले महिलाओं को एनेस्थीसिया दिया जाता है। इस दौरान महिलाओं की रीढ़ की हड्डी के पास इंजेक्शन लगाया जाता है। स्पाइनल ब्लॉक की वजह से मांसपेशियो में दर्द और डिलीवरी के बाद रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या हो सकती है। ये दर्द कुछ सप्ताह व महीने भर तक रहा सकता है। समय के साथ ये दर्द ठीक हो जाता है।

गर्दन की हड्डी में दर्द

डिलीवरी के बाद महिलाओं अपने बच्चे के ब्रेस्टफीडिंग करती हैं। बच्चे के स्वास्थ्य के लिए इसे आवश्यकत माना जाता है। कुछ महिलाओं को बच्चे को दूध पिलाने का सही तरीका मालूम नहीं होता है, ऐसे में वह जब थोड़ी-थोड़ी देर के बाद बच्चे को दूध पिलाती हैं, तो गलत पोश्चर की वजह से उनके गर्दन की हड्डी में दर्द महसूस होने लगता है।

हाइपरथायरोडिज्म

प्रेग्नेंसी के समय जिन महिलाओं को हाइपरथायरोडिज्म (थायराइड की समस्या) होती है, उनको डिलीवरी के बाद जोड़ों में दर्द की परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से पेल्विक एरिया और घुटनों की हड्डियों में दर्द महसूस हो सकता है।

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सिजेरियन डिलीवरी के बाद हड्डियों में दर्द का बचाव कैसे करें? How To Prevent Bone Pain After C Section In Hindi

  • डिलीवरी के बाद महिलाओं को झुकने के लिए माना किया जाता है।
  • सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी जाती है।
  • ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सीधे बैठने और कमर के पीछे तकिया रखने के लिए कहा जाता है।
  • गर्म पानी से नहाने से भी महिलाओं को हड्डियों में होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
  • इसके अलावा पेट को छोड़कर हाथों और पैरों पर मालिश करने से दर्द में आराम मिलता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को रिकवरी के करने ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी जाती है। यदि, डिलीवरी के बाद महिला को हड्डियों में तेज दर्द महसूस हो, तो उन्हें तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।

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