
कैंसर एक गंभीर समस्या है, जिसके चलते हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की जान जाती है। कुछ मामलों में कैंसर का इलाज करने के बाद भी मरीज की जान नहीं बच पाती है। हालांकि, शुरूआती चरण में इसका पता लगने पर बीमारी ठीक भी हो सकती है। बॉलीवुड में कैंसर पर आधारित ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जिसे देखकर इस घातक बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है। आइये जानते हैं इसके बारे में।
आनंद
साल 1971 में आई अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना की फिल्म आनंद में कैंसर के मुद्ददे को उठाया गया है। दरअसल, फिल्म में राजेश खन्ना ने लिंफोसर्कोमा ऑफ द इंटस्टाइन (Lymphosarcoma of the intestine) के मरीज का किरदार निभाया है। यह एक प्रकार का दुर्लभ कैंसर है, जो आंतों और बॉवेल मूवमेंट को प्रभावित करता है। ऐसे में अचानक वजन घटना, पेट साफ नहीं होना या फिर पेट में ममोड़ आदि की समस्या बनी रहती है।
इसे भी पढ़ें - मेंटल डिसऑर्डर और रेयर डिजीज पर बनी हैं ये 5 बॉलीवुड फिल्में, देखकर बीमारियों से लड़ने में मिलेगी मदद
ऐ दिल है मुश्किल
साल 2016 में आई रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा की फिल्म "ऐ दिल है मुश्किल" में कैंसर को बेहद करीब से दिखाया है। दरअसल, फिल्म में अनुष्का कैंसर से पीड़ित होती हैं और उन्हें इस बात का पता कैंसर के चौथे स्टेज में चलता है। इसके कुछ समय बाद उनकी मौत हो जाती है। कैंसर के लक्षण दिखने पर उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि कई बार इसका पता आखिरी स्टेज में भी पड़ता है, जिसके बाद उपचार का कोई खास फायदा नहीं मिल पाता है।
कल हो न हो
साल 2003 में आई शाहरुख खान, सैफ अली खान और प्रीती जिंटा की फिल्म कल हो न हो काफी चर्चा में रही। फिल्म में शाहरुख ने कैंसर के पेशेंट का रोल निभाया है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे वे जिंदगी जीना चाहते हैं, लोगों को प्यार करना चाहते हैं और खुद को आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन कैंसर जैसी घातक बीमारी उनसे उनका सब कुछ छीनती जाती है और उन्हें धीरे-धीरे मौत की ओर ले जाती है।
दिल बेचारा
साल 2020 में आई सुषांत सिंह राजपूत की फिल्म दिल बेचारा में हड्डियों के कैंसर पर आधारित है। दरअसल, फिल्म में उन्होंने कैंसर रोगी का रोल निभाया है। उन्हें ऑस्टियोसर्कोमा (Osteosarcoma) नामक बीमारी थी। यह हड्डियों का कैंसर है, जो आमतौर पर लंबी हड्डी में देखने को मिलता है। ऐसी स्थिति में हड्डियों में दर्द, त्वचा पर गांठ बनना या फिर पैरों में सूजन या फिर असमानता आने जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
Read Next
जलवायु परिवर्तन के कारण हर साल हो रही हैं लाखों लोगों की मौत, UN की रिपोर्ट में चेतावनी जारी
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version