Bloating Vs Abdominal Fat: हमारे खानपान का असर हमारी सेहत पर पड़ता है। सही खानपान और लाइफस्टाइल कई समस्याओं से आपका बचाव करती है। जबकि, बाहर का जंक फूड और खाने के अनियमित आदत आपको मोटापा, पाचन क्रिया से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, ब्लोटिंग, बदहजमी, एसिडिटी, सीने में जलन आदि का कारण बन सकती हैं। कई बार कुछ लोग मोटापे और पेट में भारीपन यानी ब्लोटिंग के बीच में अंतर समझ नहीं पाते हैं। इस लेख में नारायण अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन कंसल्टेंट डॉ. पंकज वर्मा से इन दोनों ही स्थितियों के लक्षण, कारण और इनके बीच के अंतर के बारे में जानते हैं। इससे आप यह समझ पाएंगे कि आपको होने वाली समस्या किसी परेशानी का संकेत हो सकती है।
पेट में भारीपन और मोटापा बढ़ने के बीच अंतर - Difference Between Bloating And Abdominal Fat in Hindi
लक्षण के आधार पर अंतर
- पेट फूलना: यह समस्या अस्थायी होती है, जिसमें पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता रहता है। यह मुख्य रूप से गैस या वाटर रिटेनशन के कारण हो सकती है।
- मोटापा: पेट का आकार बढ़ने लगता है। अधिक कैलोरी का सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण समय के साथ पेट के आसपास फैट जमा होने से पेट का आकार बाहर की ओर आने लगता है।
कारण के आधार पर अंतर
- पेट फूलना: अक्सर डाइट, पाचन स्वास्थ्य और खराब लाइफस्टाइल संबंधी कारकों से जुड़ा होता है।
- मोटापा: खराब डाइट, व्यायाम न करना, तनाव और आनुवंशिकी जैसे कारकों से संबंधित होता है।
समस्या का समाधान
- पेट फूलना: पेट फूलने .या पेट में भारीपन को आप डाइट, लाइफस्टाइल व दवाओं से ठीक कर सकते हैं।
- मोटापा: मोटापे को कम करने के लिए आपको डाइट, एक्सरसाइज, स्ट्रेस को दूर करना और लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।
पेट में भारीपन (ब्लोटिंग) और मोटापे के कारण और लक्षण - Bloating Causes and Symptoms In Hindi
पेट में भारीपन या पेट फूलने का क्या कारण है? - Bloating Causes In Hindi
व्यक्ति को कई बार पेट फूलना, पेट में भारीपन या जकड़न महसूस होती है। इसके साथ अक्सर सूजन भी दिखाई देती है। यह पाचन से जुड़ी एक आम समस्या है, जो विभिन्न कारकों के कारण हो सकती है। आगे जानते हैं इसके कारण
- गैस बनना: कुछ खाद्य पदार्थ खाने या आंत के बैक्टीरिया द्वारा भोजन को पचाने के दौरान गैस बन सकती है।
- वाटर रिटेनशन: हार्मोनल उतार-चढ़ाव, ज्यादा सोडियम का सेवन व अन्य चिकित्सीय स्थितियों के कारण पेट में तरल पदार्थ जमा हो सकते हैं।
- डाइजेस्टिव डिसऑर्डर: इर्रिटेबल बॉवल सिंड्रोम (IBS), इंफ्लामेटरी बॉवल डिजीज (IBD), या लैक्टोज इंटोलरेंस जैसी कुछ स्थितियां क्रोनिक सूजन का कारण बन सकती हैं।
पेट में भारीपन या पेट फूलने के लक्षण क्या होते हैं? - Symptoms Of Bloating in Hindi
इसमें खाने के बाद पेट का फूलना, बेचैनी, डकार और गैस बनाना शामिल हो सकता है। यह आमतौर पर एक अस्थायी स्थिति होती है। इसको डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव से ठीक की जा सकती है। कुछ गंभीर मामलों में दवा लेने की भी आवश्यकता होती है।
मोटापा बढ़ने के क्या कारण होते हैं? - Cause Of Abdominal Fat in Hindi
शरीर में मांसपेशियां के बढ़ने या फैट एकत्रित होने से मोटापा हो सकता है। आगे जानते हैं वजन बढ़ने के कुछ मुख्य कारण।
- कैलोरी युक्त आहार: समय के साथ शरीर कैलोरी बढ़ने से वजन बढ़ सकता है। इसके लिए खराब डाइट, अत्यधिक कैलोरी का सेवन या सुस्त जीवनशैली जिम्मेदार हो सकती है।
- हार्मोनल परिवर्तन: प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज या कुछ समस्याओं के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव, वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।
- दवाएं: कुछ दवाएं, के उपयोग व उनके साइड इफेक्ट से मोटापा बढ़ सकता है।
- बीमारियां: हाइपोथायरायडिज्म या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसी बीमारियों की वजह से मोटापा बढ़ सकता है।
मोटापा बढ़ने का लक्षण - Symptoms Of Abdominal in Hindi
इस दौरान शरीर का आकार पहले की अपेक्षा बड़ा होने लगता है। साथ ही, यह कई बार हाई बीपी और डायबिटीज का जोखिम बढ़ा सकता है।
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डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर आप पेट फूलना या पेट में भारीपन की समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं। वहीं, पेट के मोटापे को कम करने के लिए आपको उसके कारण को कम करने की जरूरत होती है। यदि, मोटापे की वजह से आपको ज्यादा समस्या हो रही है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।