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एलोपेसिया और हेयर लॉस में क्या अंतर होता है? जानें बचाव के टिप्स

बालों झड़ने और एलोपेसिया के लक्षण और कारणों के बीच कई अंतर होते हैं। इस लेख में आगे जानते हैं दोनों ही स्थितियों के बारे में
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एलोपेसिया और हेयर लॉस में क्या अंतर होता है? जानें बचाव के टिप्स


Alopecia Vs Hair Loss: आज के समय में बाल झड़ने की समस्या तेजी से बढ़ने लगी है। बालों के झड़ने के पीछे कई का कारण जिम्मेदार माने जाते हैं। लाइफस्टाइल और डाइट में होने वाले बदलावों को बालों से जुड़कर देखा जाता है। सामान्य तौर पर हर व्यक्ति के बाल थोड़े बहुत अवश्य झड़ते है, लेकिन जब यह झड़ने के साथ दोबारा नहीं आते हैं तो यह परेशानी का कारण हो सकता है। बालों के झड़ने के कारण में एलोपेसिया को भी शामिल किया जा सकता है। एलोपेसिया एक तरह की स्थिति है, जिसमें आपकी इम्यूनिटी बालों के फॉलिक्स को नुकसान पहुंचाती है, इस वजह से सिर पर पैच की तरह गंजापन दिखने लगता है। इस लेख में हम हेयर लॉस और एलोपेसिया के बीच में अंतर को बता रहे हैं। 

एलोपेसिया और बालों के झड़ने के बीच क्या अंतर होते हैं?

बालों के झड़ने की एक स्थिति को एलोपेसिया एरीटा के नाम से जाना जाता है। दिल्ली के अभिवृत स्किन क्लीनिक के कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ. जतिन मित्तल के अनुसार  यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है। इसमें व्यक्ति की इम्यूनिटी खुद के बालों को डैमेज कर सकती है। ऐसे में सिर के बालों के बीच में पैच बन जाते हैं। वहीं, दूसरी ओर बालों के झड़ने की स्थिति एक सामान्य समस्या है। इसमें बालों की डेंसिटी धीरे-धीरे कम होने लगती है। बालों के झड़ने के लिए जिम्मेदार कारकों में आप एलोपेसिया को भी शामिल किया जा सकता है। बालों के झड़ने के कारणों में आनुवांशिकी (Genetics), स्ट्रेस, तनाव, पोषष में गड़बड़ी और हार्मोन परिवर्तन को शामिल किया जाता है। यह समस्याएं हर व्यक्ति में अलग हो सकती है। आगे जानते हैं एलोपेसिया और बालों के झड़ने के बीच के अन्य मुख्य अंतर के बारे में 

alopeia vs hairfall

बालों के झड़ने और एलोपेसिया के कारण के बीच अंतर

बालों का झड़ना

  • आनुवांशिकी: जिन लोगों के बुजुर्ग और परिवार के पहले किसी व्यक्ति को गंजेपन कि समस्या हो तो यह समस्या आने वाली पीढ़ी को भी हो सकती है। 
  • हार्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था, मेनोपॉज और थायरॉयड डिसऑर्डर जैसी स्थितियां बालों के झड़ने को ट्रिगर कर सकते हैं।
  • पोषण संबंधी कमियाँ: आयरन, जिंक और विटामिन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी बालों को कमजोर कर सकती है।
  • चिकित्सा स्थितियां: स्कैल्प संक्रमण, ल्यूपस और डायबिटीज बालों के झड़ने की समस्या को  बढ़ा सकती है। 
  • दवाएं: कैंसर, गठिया, अवसाद और हृदय की समस्याओं के लिए  ली जानें वाली दवाएं साइड इफ़ेक्ट के रूप में बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।

एलोपेसिया

  • ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से बालों के रोम पर हमला करती है।
  • आनुवांशिक कारक: पारिवारिक इतिहास एलोपेसिया के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है।
  • तनाव: शारीरिक या भावनात्मक तनाव एलोपेसिया को ट्रिगर या खराब कर सकता है।
  • पर्यावरणीय कारक: कुछ तरह रसायनों या विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आने से भूमिका हो सकती है।

बालों का झड़ना कैसे कम करें? 

  • बालों को नियमित रूप से साफ करें। इसमें माइल्ट या हर्बल शैंपू का इस्तेमाल करें। 
  • किसी दूसरे की कंघी या हेयर स्टाइल प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें। 
  • केमेकिल युक्त हेयर प्रोडक्ट को बालों पर न लगाएं। 
  • सप्ताह में एक बार हेयर मास्क का उपयोग करें। 

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इस समस्या से बचने के लिए आप नियमति रूप से हेयर मास्क का उपयोग कर सकते हैं। यदि, बाल तेजी से झड़ रहे हैं तो आप अपने डॉक्टर से अवश्य मिलें। बालों के झड़ने पर आप पर्याप्त नीदं लें, स्ट्रेस को कम करें, डाइट में फलों और सब्जियों को शामिल करें। 

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