50 साल की उम्र में तीसरी बार पिता बने पंजाब के CM भगवंत मान, जानें अधिक उम्र में पिता बनने के जोखिम क्या हैं?

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर किलकारियां गूंजी हैं। भगवंत और उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने बृहस्‍पतिवार को बेटी को जन्म दिया है। आइय़े जानते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
50 साल की उम्र में तीसरी बार पिता बने पंजाब के CM भगवंत मान, जानें अधिक उम्र में पिता बनने के जोखिम क्या हैं?


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर किलकारियां गूंजी हैं। भगवंत और उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर ने बृहस्‍पतिवार को बेटी को जन्म दिया है। भगवंत ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने अपनी पोस्ट पर लिखा कि वाहेगुरु ने बेटी का उपहार दिया है। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। मान ने 2 साल पहले गुरप्रीत से शादी की है, जिसके बाद गुरप्रीत ने अपनी पहली बच्ची को जन्म दिया है। मान की पहली पत्नी से भी उन्हें 2 बच्चे हैं। बता दें कि मान 50 साल की में पिता बने हैं। चलिए जानते हैं इस उम्र में बच्चे को जन्म देना कितना सुरक्षित होता है। 

क्या 50 साल में पिता बनना सुरक्षित है? 

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो 50 साल की उम्र पिता बनने के लिए थोड़ी ज्यादा होती है। हालांकि, पुरुषों के लिए पिता बनने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। स्टडी के मुताबिक इस उम्र में स्पर्म क्वालिटी थोड़ी डाउन हो सकती है, जिसकी वजह से बच्चे को आने वाले समय में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 

35 साल तक पिता बनना सुरक्षित 

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो 35 वर्ष की उम्र तक कपल को कंसीव कर लेना चाहिए। हालांकि, पुरुषों में स्पर्म बनना कभी बंद नहीं होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप किसी भी उम्र में पिता बन सकते हैं। आमतौर पर 35 साल की उम्र तक स्पर्क काउंट की क्वालिटी बेहतर रहती है, इस उम्र तक अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं तो आपकी स्पर्म क्वालिटी भी बेहतर रहेगी। लेकिन 35 साल की उम्र पार होने के बाद यह क्वालिटी धीरे-धीरे गिरने लगती है। जिससे कंसीव करने में समस्या हो सकती है। 

इसे भी पढ़ें - माता-पिता की इन गलतियों के कारण बच्चों में होती है आत्मविश्वास की कमी, जानें इसे कैसे सुधारें

बच्चे को हो सकती हैं ये समस्याएं 

  • 50 साल या फिर ज्यादा की उम्र में पिता बनने से बच्चे को भी कई समस्याएं हो सकती हैं। 
  • इससे बच्चे को जेनेटिक डिसऑर्डर होने की आशंका रहती है। 
  • ऐसे में कई बार समय से पहले भी जन्म हो सकता है, जो कई समस्याओं का कारण बन सकता है। 
  • ऐसे में कई बार जन्म के समय बच्चे का वजन सामान्य से कम रह सकता है। 

 

Read Next

भारत बायोटेक ने शुरू किया टीबी वैक्सीन MTBVAC का क्लिनिकल ट्रायल, व्यस्कों पर आजमाई गई वैक्सीन

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version