
Yoga For Acidity In Hindi: आजकल के गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण एसिडिटी की समस्या लोगों में काफी आम हो गई है। आमतौर पर ज्यादा ऑयली या मसालेदार भोजन खाने वालों को यह समस्या होती है। इसके अलावा, भोजन को ठीक तरह से चबाकर न खाने, चाय कॉफी के अत्यधिक सेवन या स्मोकिंग व शराब पीने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। एसिडिटी होने पर खाना खाते ही सीने में जलन, खट्टी डकार और पेट फूलने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अधिकतर लोग इससे राहत पाने के लिए दवाइयों का सेवन शुरू कर देते हैं। लेकिन इन दवाओं का ज्यादा सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्या आप जानते हैं कि एसिडिटी की समस्या को दूर करने में योग बहुत मददगार हो सकता है? जी हां, कुछ योगासनों की मदद से आप एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इस लेख में हम आपको एसिडिटी के लिए 3 योगासन बताने जा रहे हैं-
एसिडिटी से राहत पाने के लिए योग - Yoga For Acidity In Hindi
1. वज्रासन - Vajrasana
भोजन के बाद वज्रासन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। यह पेट से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसके नियमित अभ्यास से पेट में गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या से जल्द राहत मिल सकती है।
अभ्यास का तरीका - How To Do Vajrasana
- इस आसन को करने के लिए फर्श पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
- अपनी रीढ़ और सिर को सीधा रखें और हाथों को घुटनों पर रखें।
- अपनी एड़ियों को एक दूसरे से थोड़ा अलग रखें।
- इसके बाद आंखों को बंद करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
- इस स्थिति में कम से कम दस मिनट तक बैठने की कोशिश करें।
2. हलासन - Halasana
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए हलासन का अभ्यास काफी लाभकारी माना जाता है। इस आसन को करते समय शरीर हल की तरह दिखता है, इसलिए इसे हलासन कहते हैं। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से कब्ज, अपच और एसिडिटी की समस्या दूर सकती है।
अभ्यास का तरीका - How To Do Halasana
- इस आसान को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- अपने हाथों को शरीर के पास रखें और हथेलियां को जमीन की तरफ रखें।
- इसके बाद सांस अंदर लेते हुए पैरों को धीरे-धीरे उठाएं और और 90 डिग्री का कोण बनाएं।
- अपनी पीठ को भी ऊपर उठाते हुए सांस बाहर छोड़ते हुए ले जाएं।
- फिर धीरे-धीरे पैरों के पंजों को जमीन से छूने की कोशिश करें। इस दौरान सांस लेते रहें।
- अपनी सुविधा के लिए आप कमर के पीछे हाथ लगा सकते हैं।
- इस स्थिति में 30 सेकेंड के लिए रहें।
- फिर धीरे-धीरे प्रांरभिक अवस्था में लौट आएं।
3. पश्चिमोत्तानासन - Paschimottanasana
एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए पश्चिमोत्तानासन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र मजबूत होता है। यह डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी सहायक होता है।
अभ्यास का तरीका - How To Do Paschimottanasana
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं।
- अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीध में खोलकर बैठ जाएं। दोनों एड़ी और पंजे मिले रहेंगे।
- अब सांस छोड़ते हुए और आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ लें।
- माथे को घुटनों से लगाएं और दोनों कोहनियां जमीन पर लगी रहेंगी, जैसा कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं।
- इस पोजिशन में आप खुद को 30 से 60 सेकेंड तक रखें, धीमी सांसें लेते रहें।
- अब अपनी प्रारंभिक मुद्रा में लौट आएं।