Benefits Of Turmeric To Boost Memory In Hindi: भारतीय व्यंजनों में हल्दी का उपयोग सालों से किया जा रहा है। हल्दी में कई तरह के आयुर्वेदिक गुण होते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में मदद करते हैं। साथ ही, इससे नसों को होने वाले नुकसान से भी बचाव किया जा सकता है। इससे ब्रेन हेल्थ में सुधार होता है। हल्दी में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कम्पाउंड को एरोमैटिक टर्मेरोन कहा जाता है। पहले हुए कुछ स्टडी से पता चलता है कि यह माइक्रोग्लियल कोशिकाओं की सक्रियता को रोक सकता है। यह न्यूरोइन्फ्लेमेशन का कारण बन सकती हैं, जो कुछ न्यूरोलॉजिकल विकारों से जुड़ी होती है। यही वजह से ही याददाश्त को बेहतर करने में हल्दी को फायदेमंद माना जाता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर ए पी सिंह से जानते हैं कि हल्दी से याददाश्त को क्या फायदे मिलती हैं।
हल्दी खाने से यादाश्त कैसे बेहतर होती है - Turmeric To Boost Your Memory In Hindi
कई स्टडी से पता चलता है कि हल्दी के सेवन से ब्रेन से जुड़ी कई समस्याओं को कम किया जा सकता है। यह समस्याएं याददाश्त को प्रभावित कर सकती है। यही वजह है कि हल्दी को डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। आगे जानते इसके कुछ फायदे।
ब्रेन में सूजन को कम करने में सहायक
बेन में सूजन (inflammation) याददाश्त और कॉग्नेटिव पावर को प्रभावित कर सकती है। हल्दी में पाए जाने वाला कर्क्यूमिन सूजन को कम करने में सहायक होता है, जिससे ब्रेन की कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं और मेमौरी पावर बेहतर होती है।
न्यूरोट्रांसमीटर को बैलेंस करने में मददगार
न्यूरोट्रांसमीटर, ब्रेन के कम्यूनिकेशन को बेहतर करने में मदद करता है। हल्दी के सेवन से न्यूरोट्रांसमीटर से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है। साथ ही, ब्रेन को चीजों को समझने और फोकस करने में परेशानी नहीं होती है।
अल्जाइमर होने की संभावना कम करें
हल्दी का नियमित सेवन ब्रेन में एमिलॉयड प्लाक्स (Amyloid plaques) बनने की संभावना कम होती है, यह प्लाक अल्जाइमर रोग होने का कारण माना जाता है। हल्दी के सेवन से अल्जाइमर के बाद याददाश्त में आने कमी को रोकने में भी मदद मिलती है।
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभावों को कम करें
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस ब्रेन के कार्यों को प्रभावित कर सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ यह प्रभाव गंभीर रूप धारण कर सकते हैं। साथ ही, व्यक्ति की मेंटल एबिलिटी को भी कम करते हैं।
तनाव को कम करने में सहायक
स्टडी के अनुसार हल्दी में सिरोटोनिन और डोपामिन को बढ़ाने की क्षमता होती है। जो तनाव और डिप्रेशन को कम करने में मदद करते हैं। तनाव कम होने से व्यक्ति के ब्रेन पर पड़ने वाला दबाव कम होता है और मैमोरी की पावर बेहतर होती है।
इसे भी पढ़ें : हल्दी का पूरा फायदा पाने के लिए इसे कैसे इस्तेमाल करना चाहिए? एक्सपर्ट से जानें 6 तरीके
Benefits Of Turmeric To Boost Memory In Hindi: हल्दी के इस्तेमाल से आप कई तरह की समस्याओं को दूर कर सकते हैं। यह ब्रेन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के साथ ही आपको याददाश्त को बढ़ाने में भी सहायक होती है। इसके नियमित सेवन से आप अल्जाइमर, तनाव और स्ट्रेस जैसे मानसिक विकारों से बचाव कर सकते हैं।