क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे घरों में सोने का कमरा यानी कि बेडरूम, पढ़ने का कमरा और खाने का कमरा अलग क्यों बनाया जाता है? ताकि हम बेडरूम में आराम से सो सकें, लाइब्रेरी में पढ़ सकें और खाने को आराम से बैठ कर खा सकें। आपने ध्यान दिया होगा कि दरअसल, इन तीनों कमरों की लाइटिंग और रंगत में फर्क होता है, जो कि होना भी चाहिए। बात अगर बैडरूम के कलर और लाइटिंग की करें तो हमें बाकी कमरों की तुलना में इसे थोड़ा डार्क रखना चाहिए। वो इसलिए कि डार्क रूम यानी कि अंधेरे कमरे में सोने से आपके मस्तिष्क को शांति मिलती है और आपकी नींद बेहतर होती है। ये हम नहीं बल्कि, वेलेनस कॉच ल्यूक कौटिन्हो (Luke Coutinho) का भी कहना है। साथ ही उन्होंने घर के बेडरूम का कलर और लाइटिंग डार्क रखने के पीछे का साइंटिफिक कारण भी बताया।
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घर के बेडरूम का कलर और लाइटिंग क्यों होने चाहिए बाकी कमरों से डार्क?
लेनस कॉच ल्यूक कौटिन्हो (Luke Coutinho) की मानें तो, अपने बेडरूम को बाकी कमरों के हिसाब से थोड़ा डार्क रखें क्योंकि ये मेलोटोनिन (melatonin) को बढ़ावा देता है। ये ब्रेन के लिए एक मैजिक हार्मोन की तरह काम करता है और इसके फंक्शन को सही करता है। दरअसल, डार्क रूम का अंधेरा मस्तिष्क और शरीर को संकेत भेजता है कि यह आराम करने का समय है। पर जब सोने के समय पर कमरे में रोशनी रहती है, तो शरीर की सर्कैडियन रिदम (Circadian Rhythms) को प्रभावित होती है। ये नींद और जागने के चक्र को नियंत्रित करता है, जिससे नींद की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में बाधा आती है।
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अंधेरे कमरे में सोने के फायदे-Benefits of sleeping in a dark room
1. नींद को आसान बनाता है
अंधेरे कमरे में सोने से हमारा मस्तिष्क मेलाटोनिन नामक एक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो मूल रूप से हमारे शरीर को सोने के समय का संकेत भेजता है जिससे तुरंत नींद आती है। इससे शरीर तुरंत सुस्ती महसूस होती है और शरीर का तापमान कम होने लगता है। इससे मांसपेशियों आराम में आ जाती है और नींद आने लगती है। इस तरह आपको बेहतर नींद से सोने में मदद मिलती है।
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2. दूर होता है डिप्रेशन
जब आप तेज लाइट वाले कमरे में सोते हैं तो आपके सर्कैडियन लय में गड़बड़ी हो जाती है। जिससे मानसिक असंतुलन होता है और अवसाद से पीड़ित होने की संभावना बढ़ती जाती है। पर जब आप अंधेरे कमरे में सोते हैं तो मस्तिष्क लय सही रहता है और वह एक सही गति से काम करता है जिससे आप मानसिक विकारों से बचे रह पाते हैं।
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3. फिट रहते हैं आप
अगर आपकी रात की नींद खराब होती है तो इसका प्रभाव आपके पाचनतंत्र पर भी पड़ता है। पाचनतंत्र का खराब होना मोटापे का कारण भी बनता है जो कि अन्य समस्याएं पैदा करता है। साथ ही तेज रोशनी वाले कमरे में सोने से प्रकाश शरीर की जैविक लय, चपाचय और इम्यूनिटी को बदल देता है और आप बीमार पड़ने लगते हैं। इसलिए फिट रहने के लिए अंधेरे कमरे में सोएं।
4. आंखों को मिलता है आराम
अंधेरे में सोने से आपकी आंखों को आराम मिलता है और उनकी सुरक्षा होती है। साथ ही माना जाता है जो लोग रोशनी वाले कमरे में सोते हैं उन्हें मायोपिया होने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा दिन भर मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर देखने के बाद अंधेरा कमरा आपकी आंखों का दबाव कम करता है और इसे अंदर से शांत होने का मौका देता है।
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5. तनाव दूर करता है
जब आप बहुत तनाव में होते हैं तो, एक शांत और अंधेरे वाले कमरे में सोने से आप स्ट्रेस फ्री महसूस करते हैं। अंधेरे में बैठने से आपके बॉडी का टेंप्रेचर कम हो जाता है और हाई ब्लड प्रेशर धीमे-धीमे कम होने लगता है। इस तरह धीमे-धीमे दिमाग शांत पड़ जाता और तनाव कम हो जाता है।
तो, इन तमाम फायदे के लिए आप अपने बैडरूम की लाइटिंग और कलर दोनों को थोड़ा डार्क रखें। इस तरह आप मानसिक ही नहीं बल्कि शारीरिक रूप से भी लंबे समय तक हेल्दी रह पाएंगे। तो, अगर आप लाइट जला कर सोते हैं तो, अपनी इस आदत में बदलाव करें।
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