आपके मोटापे और पेट की चर्बी का कारण हार्मोन्स तो नहीं हैं? इन लक्षणों से पहचानें इसे

अगर वजन घटाने के सारे प्रयास करने के बाद भी आपका मोटापा कम नहीं हो रहा है, तो इसका कारण हार्मोन्स हो सकते हैं। जानें इनके बारे में।
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आपके मोटापे और पेट की चर्बी का कारण हार्मोन्स तो नहीं हैं? इन लक्षणों से पहचानें इसे

क्या आप का बेली फैट (Belly Fat) बहुत अधिक है? अगर हां तो आप इसे कम करने के लिए न जाने कितने क्रंच और मेहनत भरी एक्सरसाइज (Exercise) करती होंगी। साथ ही आपको सारा टेस्टी खाना भी छोड़कर हेल्दी और बिना स्वाद का खाना खाना पड़ रहा होगा। क्या फिर भी सफलता नहीं मिल रही? अगर इतनी सारी मेहनत करने के बाद भी आपका वजन कम नहीं हो पा रहा है तो हो सकता है आप हार्मोनल बेली फैट (Hormonal Belly Fat) का शिकार हों। हार्मोनल बेली खास कर उन महिलाओं की होती है जिन्हें मेनोपॉज (Menopause) लक्षण दिख रहे हों या जिनका लाइफस्टाइल बहुत ही खराब हो। इस बेली को कम करने के लिए आपको डाइट में खास बदलाव करने की आवश्यकता होती है। लेकिन उन बदलावों को लागू करने से पहले आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपकी हार्मोनल बेली (Hormonal Belly Fat) है भी या नहीं। तो आज हम कुछ ऐसे 5 लक्षणों के बारे में जानेंगे जो आपको तब दिखते हैं जब आपकी बेली हार्मोन्स के कारण बढ़ रखी हो।

belly fat

(Image Sourxe : The Sun)

क्यों होता है हार्मोनल बेली फैट?

कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल की आहार विशेषज्ञ डॉक्टर शालिनी गार्विन ब्लिस के अनुसार हार्मोन आपके मेटाबॉलिज्म, स्ट्रेस व भूख और यही नहीं आपकी सेक्स ड्राइव समेत विभिन्न शारीरिक एक्टिविटी को नियंत्रित करते हैं। यदि आपके हार्मोन इनएक्टिव (निष्क्रिय) हैं, तो वे कुछ हार्मोन की कमी की वजह बन जाते हैं। तभी ये पेट की चर्बी बनती है। इन्हीं हार्मोनल डिसबैलेंस के कारण बनने वाली पेट की चर्बी को हार्मोनल बेली (Hormonal Belly Fat) कहते हैं। हार्मोन असंतुलन के कई कारण हैं।  खास कारणों में से कुछ हैं- थायराइड, पीसीओडी और मेनोपॉज आदि। आपका बेली फैट हार्मोनल है या नहीं, ये पहचानने के लिए आप इन संकेतों पर ध्यान दे सकते हैं।

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1. आप हेल्दी खा रही हैं फिर भी पेट की चर्बी बढ़ रही है

अगर आज तक आपका पेट पतला था और आप शेप में थीं। लेकिन अचानक कुछ ही रातों में आपका काफी पेट निकल जाता है तो यह भी एक लक्षण होता है कि आपने हार्मोनल बेली फैट गेन किया है। इस प्रकार की बेली में आपका फैट स्टोर होता रहता है और न जाने आप कितना ही हेल्दी क्यों न खा रही हों फिर भी आपका पेट बाहर ही निकला रहता है। बैली फैट काे कम करने के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी हाेता है।

2. आपको शुगर खाने का बहुत मन करता है (Sugar Craving)

इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण न केवल आपको डायबिटीज की समस्या देखने को मिलती है पर इससे आपके बहुत से हार्मोन्स भी अनियंत्रित हो जाते हैं। इससे लेप्टिन भी प्रभावित होता है। इससे आपका पेट जब भर भी जाता है तो आपके दिमाग के पास सिग्नल नहीं पहुंच पाता। इस कारण से आप और अधिक शुगर से युक्त चीजें खाती रहती हैं। जिस कारण आपका वजन और अधिक बढ़ जाता है।

belly fat types

(Image Sourxe : Youbeauty)

3. मूड स्विंग्स ज्यादा होते हैं

जब महिला प्री या पोस्ट मेनोपॉज के समय में प्रवेश करती है तो उनके एस्ट्रोजन लेवल बहुत बदलते रहते हैं। इससे आपके पेट के बीच वाले भाग पर बहुत फैट जम जाता है। वह बाहर निकलने लगता है। इस कारण आपके बहुत मूड स्विंग भी होने लगते है। यह भी कारण होता है जिस वजह से महिलाओं में मूड स्विंग पुरुष के मामले अधिक होता है। महिलाओं में हार्मोन्स के कारण ही अधिक डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है।

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4. आप हर समय स्ट्रेस में रहती हैं (Feeling More Stress)

अगर आपके पास हार्मोनल बेली है तो आपके शरीर में कॉर्टिसोल नाम का हार्मोन अधिक बढ़ने लगता है और यह एक स्ट्रेस हार्मोन होता है। जिस कारण आपको बहुत अधिक स्ट्रेस और तनाव का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप अधिक स्ट्रेस लेती हैं तो इससे आपका शरीर सर्वाइवल मोड में चला जाता है। जिससे आपके शरीर को एक ऐसा सिग्नल मिल जाता है। जिससे वह अधिक फैट स्टोर करने लग जाता है। स्ट्रेस वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।

5. थकान होने के बावजूद नींद नहीं आती है (Lack Of Sleep)

आपको अगर हार्मोनल बेली होगी तो इनसोम्निया की दिक्कत भी जरूर होगी। इस स्थिति में चाहे आप कितनी ही थकी हुई क्यों न हो आपको बिलकुल भी नींद नहीं आयेगी। हाई कॉर्टिसोल के कारण आपके थायरॉयड लेवल कम हो सकते हैं। जिससे आपका वजन बढ़ सकता है। इससे ग्रोथ हार्मोन्स कम हो सकते हैं। जिससे आपकी सेहत कमजोर पड़ती है।

अगर आपको भी यह सारे लक्षण देखने को मिलते हैं तो समझ जाइए आपको हार्मोनल बेली फैट की समस्या है और इसमें वजन कम करने के लिए आपको एक बार डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।

(Image Sourxe : Freepik)

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