तेज धूप, पसीना और गंदगी स्किन में कई तरह की समस्याओं का एक मुख्य कारण मानी जाती हैं। इससे चेहरा खराब दिखने लगता है। साथ ही, चेहरे पर मुंहासे, दानें और झाइयां होना लगती है। इसके अलावा, स्किन का रंग यूवी किरणों की वजह से काला होने लगता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आप आयुर्वेद में बताए उपायों को अपना सकते हैं। आयुर्वेद में नवारा मुखलेपम के बारे में बताया गया है। इस थेरेपी को केरल में उपयोग लाया जाता है, जो समय के साथ देश के अन्य हिस्सों में भी पसंद की जाने लगी है। इस थेरेपी केरल में उगाए जाने वाले नवारा चावल का उपयोग किया जाता है। यह थेरेपी स्किन के डेड सेल्स को हटाकर दोबारा से त्वचा की रंगत लौटाती है। इस लेख में वेव क्योर सेंटर के नैचुरोपैथी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर एस के पाठक से आगे जानते हैं कि नवारा मुखलेपम थेरेपी के क्या फायदे हैं और इससे कैसे इस्तेमाल किया जाता है।
नवारा मुखलेपम थेरेपी के फायदे - Benefits Of Navara MukhLepam In Hindi
गहराई से पोषण और हाइड्रेशन प्रदान करें
नवारा मुखलेपम त्वचा को गहराई से पोषण और हाइड्रेट करती है। सभी आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर चावल का पेस्ट त्वचा की परतों में प्रवेश करता है, जिससे हाइड्रेशन होता है। यह विशेष रूप से शुष्क या संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह त्वचा की प्राकृतिक नमी को बैलेंस करने में मदद करता है।
त्वचा की बनावट में सुधार
नवारा मुखलेपम का नियमित उपयोग त्वचा में सुधार करता है। चावल का पेस्ट स्किन को एक्सफोलिएट करता है। इससे डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद मिलती है, जिससे त्वचा में निखार आता है।
एंटी-एजिंग गुण
नवारा चावल एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर होता है, जो उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में भूमिका निभाता है। यह थेरेपी फाइन लाइन्स, झुर्रियों और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करती है। यह कोलेजन को बूस्ट करती है, जिससे त्वचा की इलास्टिसिटी इम्प्रूव होती है।
पिग्मेंटेशन और दाग में कमी
नवारा मुखलेपम थेरेपी पिग्मेंटेशन और निशानों को कम करने में फायदेमंद होती है। चावल के पेस्ट में नेचुरल स्किन को हल्का करने वाले गुण होते हैं जो त्वचा की रंगत को एक समान करने और काले धब्बों व मुंहासों के निशानों को कम करने में मदद करते हैं। इससे त्वचा का रंग एक समान और चमकदार बनता है।
नवरा मुखलेपम की प्रक्रिया - Process Of Navara Mukh Lepam in Hindi
नवारा मुखलेपम आयुर्वेदिक तकनीक में नवर चावल का उपयोग किया जाता है। इस चावल में आयुर्वेदिक गुण होते हैं, जो त्वचा की समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होता है।
- इसके उपयोग से पहले नवर चावल को साफ किया जाता है।
- इसके बाद इसे कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोया जाता है।
- जब चावल भीग जाता है, तो इसमें हर्बल काढ़े और दूध के साथ उबाला जाता है।
- पकने के बाद चावल को मैश करके पेस्ट तैयार किया जाता है।
- इस पेस्ट से चेहरे पर गोलाकार में मालिश की जाती है।
- इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और त्वचा एक्सफोलिएट होती है।
- इसके बाद चेहरे पर भाप दी जाती है। इससे चावल के गुण स्किन की गहराई तक जाते हैं।
- इसके बाद पेस्ट को चेहरे पर करीब 20 से 25 मिनट तक के लिए छोड़ दिया जाता है।
- बाद में गुनगुने पानी से इसको साफ किया जाता है।
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नवारा मुखलेपम एक प्राचीन आयुर्वेदिक थेरेपी है जो त्वचा के स्वास्थ्य रखने में मदद करती है। इस आप अपनी स्किनकेयर रूटीन में शामिल कर सकते हैं। बेहतर लाभ के लिए आप इस उपाय को सप्ताह में दो से तीन बार उपयोग कर सकते हैं।
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