International Yoga Day 2025: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है शरीर में कई तरह के बदलाव शुरु होते हैं। देखने को मिलता है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं। बढ़ती उम्र में यानी 30 से अधिक उम्र की महिलाओं में मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है, वजन तेजी से बढ़ने लगता है, और कमर, पेट, पीठ में दर्द की शिकायत आम हो जाती है। ऐसे में योग से आप शरीर को आसानी से फिट रख सकते हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि महिलाओं के लिए नौकासन (Boat Pose) फायदेमंद हो सकता है। नौकासन न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाता है बल्कि पेट की चर्बी घटाने, रीढ़ की हड्डी को लचीलापन देने और मानसिक तनाव को दूर करने में भी बहुत कारगर है। इस लेख में आगे जानते हैं कि एएस फिटनेस सेंटर के कोच और योगा ट्रेनर साईं श्रीवास्तव से जानतें हैं कि 30 की उम्र पार कर चुकी महिलाओं को नौकासन करने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसे कैसे करें।
30 की उम्र के बाद महिलाओं के लिए नौकासन के फायदे - Benefits Of Naukasana Boat Pose For Women After 30 In Hindi
नौकासन संस्कृत शब्द "नौका" (नाव) और "आसन" (मुद्रा) से बना है। इसे Boat Pose भी कहते हैं क्योंकि इसमें शरीर का आकार नाव की तरह दिखाई देता है। यह आसन मुख्य रूप से पेट, पीठ और कोर मसल्स को मजबूत करने के लिए किया जाता है। आगे जानते हैं इसके फायदों के बारे में।
पेट की चर्बी घटाने में मददगार
30 की उम्र के बाद खासकर ऑफिस या घर का सिटिंग वर्क करने वाली महिलाओं में पेट के आसपास फैट जमा होना बहुत आम हो जाता है। नौकासन कोर मसल्स पर सीधा असर डालता है और लगातार अभ्यास से पेट की चर्बी तेजी से कम होती है।
पीठ दर्द में राहत
बहुत सी महिलाएं इस उम्र के बाद पीठ के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत करने लगती हैं। नौकासन रीढ़ की हड्डी और पीठ की मांसपेशियों को मजबूती देता है जिससे कमर दर्द में राहत मिलती है और शरीर में लचीलापन आता है।
महिलाओं के हार्मोनल संतुलन को बनाए रखे
नौकासन थायरॉइड ग्रंथि को सक्रिय करता है जिससे हार्मोनल बैलेंस बना रहता है। यह महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता, थकान, और मूड स्विंग्स को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
नौकासन करने से पेट के अंगों पर दबाव पड़ता है, जिससे पाचन तंत्र सक्रिय होता है और गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
तनाव और चिंता से राहत
यह योगासन मानसिक एकाग्रता को बढ़ाता है और मन को शांत करता है। 30 की उम्र के बाद महिलाओं में काम, परिवार और जिम्मेदारियों के कारण तनाव बढ़ जाता है, जिसमें नौकासन मानसिक रूप से राहत देता है।
पेल्विक मसल्स को टोन करता है
नौकासन निचले पेट और पेल्विक एरिया की मांसपेशियों को टोन करता है। यह महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य (reproductive health) के लिए भी लाभकारी होता है और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है।
नौकासन करने का तरीका (Steps to Do Naukasana)
- सबसे पहले समतल जगह पर योगा मैट बिछाएं और पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
- हाथों को शरीर के पास रखें और पैरों को सीधा रखें।
- अब गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सिर, छाती, हाथ और पैरों को ऊपर उठाएं।
- पूरा शरीर नाव के आकार में आ जाना चाहिए – सिर, हाथ और पैर जमीन से लगभग 45 डिग्री ऊपर हों।
- आंखें और हाथ पैरों की ओर रहें।
- पेट की मांसपेशियों पर तनाव महसूस करें और 10-30 सेकंड तक इसी अवस्था में रहें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
- इसी आसान को आप एक बार में 3-4 बार दोहराएं।
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International Yoga Day 2025: 30 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलावों से निपटने के लिए नौकासन एक बेहतरीन योगासन है। यह न केवल शारीरिक मजबूती देता है, बल्कि मानसिक शांति, हार्मोनल संतुलन और पाचन जैसे कई पहलू सकारात्मक प्रभाव डालता है। अगर आप भी अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हैं और बिना दवाओं के एक हेल्दी लाइफ जीना चाहती हैं, तो अपने दैनिक जीवन में नौकासन को जरूर शामिल करें।
FAQ
महिलाओं के लिए कौन सा योग करना चाहिए?
पेल्विक और कोर ( core) को मजबूती देने वाला यह आसन फायदेमंद होता है। गर्भधारण करने वाली महिलाओं के लिए, अनियमित परियड या पेनफुल पीरियड में असरदार होने के साथ सभी जरूरी अंगों में प्राण शक्ति का संचार करता है।सुबह उठकर महिलाओं को कौन सा योग करना चाहिए?
महिलाएं फिट और हेल्दी रहने के लिए आप ताड़ासन का अभ्यास कर सकती हैं। महिलाएं स्वस्थ रहने के लिए वृक्षासन की प्रैक्टिस भी कर सकती हैं। इसके अलावा महिलाओं को रोज सुबह भुजंगासन का अभ्यास कर सकती हैं।महिलाओं को भारी योगासन कब नहीं करने चाहिए?
महिलाओं को हैवी योगासन गर्भावस्था के समय में नहीं करने चाहिए। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर या हार्ट से जुड़ी समस्या में भी सभी योगासन नहीं किए जा सकते हैं।
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