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बवासीर और कब्ज की समस्या को दूर करता है नागदोन, आयुर्वेदाचार्य से जानें इसके फायदे

खानपान की आदतों में आए बदलाव की वजह से लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। इस दौरान कब्ज और बवासीर से बचने के लिए आप नागदोन का उपयोग कर सकते हैं। आगे जानते हैं इसके फायदे।
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बवासीर और कब्ज की समस्या को दूर करता है नागदोन, आयुर्वेदाचार्य से जानें इसके फायदे


नागदोन का उपयोग वर्षों से आयुर्वेदिक औषधी के रूप में किया जाता है। नागदोन के पत्ते,तना और जड़ में छिपे औषधीय गुण खूनी बवासीर, पीरियड्स की समस्या,अस्थमा और त्वचा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नागदोन से कई तरह की बीमारियों को ठीक किया जाता है। नागदोन के पत्ते, जड़ और तना कई दवाओं में उपयोग में लाया जाता है। इसे अलग-अलग नामों जैसे नागदमन, विषमार और नामदमनी से भी पहचाना जाता है। बवासीर, कब्ज, मासिक धर्म के दर्द, सूजन, कैंसर और फोड़े-फुंसियों से राहत पाने के लिए नागदोन का इस्तेमाल किया जाता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि आयुर्वेद में इसे वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित करने वाला माना गया है। इसका शीतल प्रभाव शरीर को अंदर से ठंडक देता है और आंतरिक सूजन को कम करता है। नागदोन के पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं। इसका पौधा गमले में भी आसानी से उग जाता है। इसके पौधे में फूल और फल नहीं लगते हैं। इस लेख में मुरैना के जिला स्वास्थ्य केंद्र की आयुर्वेदिक डॉक्टर सोनल से जानते हैं कि बवासीर और कब्ज आदि पेट से जुड़ी समस्याओं में नागदोन के क्या फायदे होंते हैं?

नागदोन के फायदे क्या होते हैं? - Benefits Of Nagdon In Hindi

बवासीर (Piles) में राहत

बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें मलद्वार (anus) की नसें सूज जाती हैं और वहां दर्द, जलन और कभी-कभी खून भी निकलता है। नगदोन की पत्तियों में मौजूद प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इन सूजी हुई नसों को शांत करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप सुबह खाली पेट 1-2 नगदोन पत्तियों को धोकर चबाएं या उसका रस निकालकर सेवन करें। कुछ दिन में ही दर्द और सूजन में राहत मिलने लगती है।

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कब्ज में उपयोगी (Constipation Relief)

कब्ज, यानी मल त्याग में कठिनाई, बवासीर का एक मुख्य कारण है। नगदोन पाचन क्रिया को बेहतर बनाकर मल को नरम करता है और आंतों की गति में सुधार करता है। यह एक प्राकृतिक रेचक (laxative) की तरह कार्य करता है। कब्ज में आप रात को सोने से पहले नगदोन पत्तियों का रस हल्के गुनगुने पानी के साथ लेने से सुबह पेट साफ होता है।

आंतों की सूजन को कम करें

नगदोन की पत्तियां सूजनरोधी गुणों से भरपूर होती हैं। यह आंतों की दीवारों को शांत करती हैं, जिससे बवासीर या क्रॉनिक कब्ज के कारण होने वाली आंतरिक सूजन से राहत मिलती है।

ब्लीडिंग को रोकना (Anti-bleeding Action)

बवासीर के मामलों में खून बहना एक सामान्य लेकिन गंभीर लक्षण है। नगदोन में पाए जाने वाले प्राकृतिक तत्व बवासीर की ब्लीडिंग को रोकने में सहायक होते हैं और घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करते हैं।

प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर

नगदोन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। जब शरीर अंदर से साफ रहता है, तो पाचन प्रणाली बेहतर कार्य करती है और कब्ज जैसी समस्याएं खुद-ब-खुद कम हो जाती हैं।

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बवासीर और कब्ज जैसी समस्याएं आजकल आम हो गई हैं, खासकर असंतुलित जीवनशैली और खानपान के कारण इस तरह की समस्या के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में नगदोन (Nagdon) पौधा न केवल इन समस्याओं में राहत देता है, बल्कि संपूर्ण पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाता है। यह आसानी से घर पर उपलब्ध होता है।

FAQ

  • बाहरी बवासीर के क्या लक्षण हैं?

    बाहरी बवासीर के मुख्य लक्षणों में गुदा के आसपास खुजली, दर्द, सूजन और गांठें महसूस होना शामिल है। मल त्याग करते समय दर्द और रक्तस्राव भी हो सकता है।
  • बवासीर में सुबह खाली पेट क्या खाएं?

    बवासीर में सुबह खाली पेट आप कुछ ऐसे आहार ले सकते हैं, जो फाइबर से भरपूर हों और मल को नरम करने में मदद करें। आप ओट्स, ब्राउन राइस, दलिया, साबुत अनाज की ब्रेड, फल और हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं।
  • कौन सा फल खाने से बवासीर ठीक हो जाती है?

    बवासीर के लक्षणों को कम करने के लिए आप अंगूर, सेब और संतरा जैसे फल का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप फाइबर और विटामिन युक्त आहार का सेवन कर सकते होते हैं।

 

 

 

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