Hastapadasana Benefits In Hindi: वर्तमान समय में गलत खानपान और असंतुलित जीवनशैली के कारण कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए रोजाना योग का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। योग करने से शरीर को अनगिनत फायदे मिलते हैं। इससे न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहता है। रोजाना योग का अभ्यास करने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे कई बीमारियों का खतरा कम होता है। सेहतमंद रहने के लिए आप कई योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं। लेकिन आज इस लेख में हम हस्तपादासन के बारे में बात करेंगे। हस्तपादासन संस्कृत के तीन शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें हस्त का अर्थ हाथ, पाद का अर्थ पैर और आसन का मतलब योग है। इस योगासन में आगे की तरफ झुककर दोनों हाथों से दोनों पैरों को छूना होता है। इसे अंग्रेजी में "हैंड टू फीट पॉज" के नाम से जाना जाता है। यह योगासन आपके सिर से लेकर पैर तक, पूरे शरीर पर प्रभाव डालता है। यह दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने में मदद करता है। इसके अभ्यास से हिप्स, हैमस्ट्रिंग और पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे पैर मजबूत बनते हैं। इस लेख में हम आपको हस्तपादासन करने के फायदे और इसे करने का तरीका बता रहे हैं -
हस्तपादासन करने का तरीका - How To Do Hastapadasana
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दोनों पैरों की एड़ियों और पंजों को आपस में मिलाकर रखें।
- इसके बाद लंबी-गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। इस दौरान आपके घुटने और पैर एकदम सीधे होने चाहिए।
- अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की तरफ झुकें।
- अपने हाथों को नीचे की तरफ सीधा रखें और उंगलियों से मैट को छूने की कोशिश करें।
- इस अवस्था में आप 10-30 सेकेंड तक रुकें।
- फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक अवस्था में वापस आ जाएं।
- इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराएं।

हस्तपादासन करने के फायदे - Hastapadasana Benefits In Hindi
- यह आसन आपके पीठ, हिप्स, पिंडलियों और टखनों को अच्छा स्ट्रेच देता है।
- यह योगासन आपके दिमाग को शांत करता है। इसके अभ्यास से आप तनाव से दूर रह सकते हैं।
- इस आसान की मदद से आप सिर दर्द और अनिद्रा की समस्या से राहत पा सकते हैं।
- यह योगासन आपके पेट की मांसपेशियों को टोन करता है और बैली फैट को कम करने में मदद करता है।
- इसके नियमित अभ्यास से पेट में गैस, कब्ज और अपच जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है।
- इसका नियमित अभ्यास करने से जांघों और घुटनों में भी मजबूती आती है।
- हस्तपादासन करने से हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा, और ऑस्टियोपोरोसिस में भी आराम मिलता है।
- यह योगासन रीढ़ की हड्डी और कूल्हों के जोड़ों को लचीला और मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।
- इस योगासन का अभ्यास करने से शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों में ब्लड सर्कुलेशन तेल हो जाता, जिससे वे प्रभावी रूप से काम करने लगते हैं।
- इस आसान को करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है और रात में अच्छी नींद आती है।
हस्तपादासन योग की सावधानियां – Precautions For Hastapadasana in Hindi
इस योगासन का अभ्यास खाली पेट ही करना चाहिए।
अगर आपको कमर में चोट, साइटिका या ग्लूकोमा की समस्या है, तो इस आसान को न करें।
शुरुआत में इस योगासन का अभ्यास किसी विशेषज्ञ की निगरानी में ही करें।
हैमस्ट्रिंग में खिंचाव और पैर की मांसपेशियों में दर्द होने पर भी इसका अभ्यास न करें।
अगर संतुलन बनाने में समस्या हो, तो आप दीवार का सहारा ले सकते हैं।