Expert

गैस, एसिडिटी, अपच को दूर करती है इलायची, जानें गट हेल्‍थ के ल‍िए इसके फायदे

इलायची सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि पाचन के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और डाइजेस्टिव गुण गैस, एसिडिटी और अपच को दूर करते हैं। रोजाना इलायची का सेवन करने से गट हेल्‍थ सुधरती है, पेट हल्का रहता है और पाचन शक्ति मजबूत होती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
गैस, एसिडिटी, अपच को दूर करती है इलायची, जानें गट हेल्‍थ के ल‍िए इसके फायदे


Benefits Of Eating Elaichi For Gut Health: इलायची सिर्फ खाने का स्‍वाद बढ़ाने के लिए नहीं जानी जाती, बल्कि ये पेट और पाचन से जुड़ी कई समस्‍याओं का असरदार इलाज भी है। अगर आपको बार-बार गैस, एसिडिटी या अपच की शिकायत रहती है, तो इलायची का सेवन फायदेमंद साब‍ित होगा। इसके छोटे-से दानों में ऐसे एंटी-ऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। इलायची का सेवन करने से भूख बढ़ाने और डाइजेशन सुधारने में मदद म‍िलती है। नियमित रूप से इलायची का सेवन न केवल पेट हल्का रखता है, बल्कि पेट में बनने वाली गैस और जलन को भी दूर करता है। आइए जानें, इलायची कैसे आपके गट हेल्‍थ को बेहतर बनाती है और इसे अपनी डेली डाइट में शामिल करने के सही तरीके क्या हैं? इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ, व‍िकास नगर स्‍थ‍ित‍ न्‍यूट्र‍िवाइज क्‍लि‍न‍िक की न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा से बात की।

benefits-of-elaichi-for-gut-health

1. पाचन दुरुस्त करती है इलायची- Elaichi Improves Digestion

  • इलायची के गुण पाचन रसों के स्राव को बढ़ाते हैं।
  • इससे खाना आसानी से पचता है और पेट भारी नहीं लगता।
  • न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा ने बताया क‍ि रोजाना खाने के बाद एक इलायची चबाना डाइजेशन सुधारने का आसान तरीका है।

इसे भी पढ़ें- मुंह से जुड़ी इन 5 समस्याओं में फायदेमंद है इलायची, जानें खाने का तरीका

2. गैस और ब्लोटिंग से राहत म‍िलती है- It Relieves Gas And Bloating

  • इलायची के गुण, पेट में गैस बनने से रोकते हैं।
  • न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा ने बताया क‍ि इलायची, आंतों की सूजन को कम करके ब्लोटिंग को भी कंट्रोल करते हैं।
  • गर्म पानी में इलायची उबालकर पीना गैस से तुरंत राहत देता है।

3. एसिडिटी और जलन से राहत म‍िलती है- It Prevents Acidity And Heartburn

  • अगर आपको अक्सर पेट में जलन या एसिड रिफ्लक्स की समस्‍या रहती है, तो इलायची का सेवन करना फायदेमंद है।
  • इसके गुण पेट में एसिड लेवल को बैलेंस करते हैं, जिससे एसिडिटी और हार्टबर्न की समस्‍या दूर होती है।

4. आंतों की सेहत सुधरती है- It Boosts Gut Health

  • इलायची में मौजूद पॉलीफेनॉल और एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं।
  • इलायची से गट फ्रेंडली बैक्‍टीर‍िया को बढ़ावा म‍िलता है।
  • इससे आंतों की कार्यक्षमता और इम्यूनिटी दोनों मजबूत होती हैं।

5. डिटॉक्सिफिकेशन में मदद म‍िलती है- It Helps In Detoxification

  • इलायची लिवर और किडनी की सफाई में मदद करती है।
  • यह शरीर से टॉक्सिन्स को निकालती है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाती है।
  • इससे वेट लॉस और पाचन दोनों में म‍िलती है।

इलायची खाने का सही तरीका क्‍या है?- Best Way To Consume Cardamom

  • खाने के बाद 1-2 इलायची चबाएं।
  • गर्म पानी में इलायची को उबालकर पिएं।
  • दूध में मिलाकर पीने से एसिडिटी और जलन में आराम मिलता है।

निष्कर्ष:

इलायची न केवल माउथ फ्रेशनर है, बल्कि एक नेचुरल डाइजेस्टिव मेड‍िसिन भी है। यह पेट की जलन, गैस और अपच को दूर रखकर आंतों को हेल्दी बनाती है। रोजाना थोड़ी मात्रा में इलायची का सेवन आपके गट हेल्‍थ को लंबे समय तक मजबूत बनाए रख सकता है।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

FAQ

  • एक दिन में कितनी इलायची खा सकते हैं?

    स्वस्थ व्यक्ति दिन में 2 से 3 इलायची खा सकता है। इससे पाचन सुधरता है, सांस ताजा रहती है और ब्लोटिंग की समस्‍या दूर होती है। ज्यादा मात्रा में खाने से हार्टबर्न या लिवर पर असर पड़ सकता है।
  • इलायची की तासीर ठंडी है या गर्म?

    इलायची की तासीर हल्की ठंडी मानी जाती है। यह शरीर में गर्मी और एसिडिटी को शांत करती है। इसलिए गर्मियों में इसका सेवन पाचन सुधारने और ठंडक बनाए रखने के लिए फायदेमंद होता है।
  • इलायची क‍िसे नहीं खाना चाह‍िए?

    जिन्हें पित्त दोष, लो बीपी या पित्त संबंधी जलन की समस्या हो, उन्हें इलायची सीमित मात्रा में खानी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को भी इसका ज्‍यादा सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि यह हार्मोनल बैलेंस प्रभावित कर सकती है।

 

 

 

Read Next

एक्‍ट्रेस आलिया भट्ट को पसंद है दही-चावल, एक्‍सपर्ट से जानें ये सेहतमंद ड‍िश है या नहीं?

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Oct 27, 2025 19:07 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

TAGS