Bhujangasana Benefits To Manage Fatty Liver In Hindi: भुजंगासन करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इससे पीठ सीधी होती है, कमर दर्द दूर होती है, लंग्स पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। यही नहीं, जो लोग नियमित रूप से भुजंगासन करते हैं, उनकी बॉडी फ्लेक्सीबल होती है औ चोट लगने का जोखिम भी कम होता है। यहां तक कि कई बीमारियों में भी भुजंगासन करना लाभकारी माना जाता है। हालांकि, स्पाइन इंजुरी या पीठ में तकलीफ होने की स्थिति में इस तरह के आसन करने की मनाही होती है। लेकिन, कई फैटी लिवर जैसी मेडिकल कंडीशन होने पर भी भुजंगासन करते हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या वाकई फैटी लिवर होने की स्थिति में भुजंगासन किया जना फायदेमंद हो सकता है? आइए, दिल्ली विकास प्राधिकरण में योग प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत योगाचार्य अनिल मुद्गल (1993 से योग शिक्षण कार्य में संलग्न हैं ) से जानते हैं।
फैटी लिवर में भुजंगासन करने के फायदे- Benefits Of Bhujangasana To Manage Fatty Liver In Hindi
लिवर फंक्शन में सुधार होता है
भुजंगासन अपने आप में काफी अच्छा योगासन माना जात है। यह स्पाइन को मजबूती देता है, पीठ दर्द से राहत दिलाता है और पेट के निचले हिस्से को ओन भी करता है। बहरहाल, जहां तक लिवर फंक्शन की बात करें, तो नियमित रूप से भुजंगासन करने से इसमें सुधार देखने को मिलता है। असल में, रेगुलर भुजंगासन करने से लिवर फंक्शन एक्टिवेट होता है, बॉडी डिटॉक्स होती है। इसका असर ओवर ऑल हेल्थ पर भी देखने को मिलता है।
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पाचन क्षमता में सुधार
यह बात आपने सुनी होगी कि जब पेट दुरुस्त होता है, तो शरीर स्वस्थ रहता है। अगर आप अनहेल्दी चीजों का सेवन अधिक करते हैं, तो ऐसे में लिवर के पास फैट जमा होने लगता है, जिसे हम फैटी लिवर कहते हैं। ऐसे में आप अपने खानपान में सुधार करके फैटी लिवर की समस्या को कंट्रोल सकते हैं। वहीं, भुजंगासन भी पाचन क्षमता में सुधार के लिए जाना जाता है। भुजंगासन करने से पेट की मांसपेशियां स्ट्रेच होती है, जिससे पाचन क्षमता बेहतर होती है और मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है।
फैट घटाता है
अगर आप नियमित रूप से भुजंगासन करते हैं और साथ ही लाइफस्टाइल में हेल्दी आदतों को अपनाते हैं, तो इसकी वजह से बॉडी फैट घटाने में मदद मिलती है। ध्यान रखें कि मोटापा कई बीमारियों का कारण होता है। इसकी वजह से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइड जैसी कई मेडिकल कंडीशंस डेवेलप हो सकती है। अगर आप नियमित रूप से भुजंगासन करते हैं, तो इसकी वजह से आपका वजन कम होता है और फैटी लिवर के आसपास मौजूद वसा को भी कम करने में मदद करता है।
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ब्लड सर्कुलेशन
भुजंगासन करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। खासकर, पेट में मौजूद अंगों पर ब्लड सर्कुलेशन में बेहतरी देखी जाती है, जिसका असर लिवर पर भी पड़ता है। इससे लिवर फंक्शन सुचारू ढंग से होता है और लिवर हेल्थ में भी बेहतरी नोटिस की जा सकती है।
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FAQ
फैटी लिवर में कौन सा आसन करना चाहिए?
फैटी लिवर में आप कई तरह के आसन कर सकते हैं, जैसे ब्रिज पोज, बंधासन आदि।क्या पैदल चलने से फैटी लिवर से छुटकारा मिल सकता है?
पैदल चलने से फैटी लिवर में कमी आ सकती है। इसके अलावा, आप स्विमिंग, वॉकिंग, जॉगिंग भी कर सकते हैं। इससे लिवर हेल्थ में भी सुधार होता है।फैटी लिवर को घर पर ठीक करने का सबसे तेज तरीका क्या है?
फैटी लिवर को कम करने के लिए बॉडी से टॉक्सिंस बाहर निकालने होते हैं। इसके लिए, बॉडी को हाइड्रेट रखें, जिसके लिए काफी ज्यादा मात्रा में पानी पीने की जरूरत होती है। इसके अलावा, मौसमी फल और सब्जियां भी इसमें अहम भूमिका निभा सकती हैं।