Doctor Verified

डिलीवरी के बाद हर महिला को करवाना चाहिए अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश), डॉ. चंचल शर्मा ने बताए इसके ढेरों फायदे

Benefits of Abhyanga or Ayurvedic massage after delivery: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर के लिए मालिश बहुत जरूरी होती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
डिलीवरी के बाद हर महिला को करवाना चाहिए अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश), डॉ. चंचल शर्मा ने बताए इसके ढेरों फायदे


Benefits of Abhyanga or Ayurvedic massage after delivery: डिलीवरी के बाद हर महिला को शारीरिक और मानसिक तौर पर कई प्रकार के बदलावों से गुजरना होता है। डिलीवरी के बाद शरीर सही तरीके से रिकवर कर सके, इसके लिए सही देखभाल और आराम बेहद जरूरी होता है। आयुर्वेद में डिलीवरी के बाद ‘अभ्यंग” यानी आयुर्वेदिक मालिश को काफी फायदेमंद माना गया है। डिलीवरी के बाद अभ्यंग करवाने से न सिर्फ महिलाओं को शारीरिक तौर पर आराम मिलता है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।

डिलीवरी के बाद अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश) से महिलाओं को मिलने वाले फायदे के बारे में अधिक जानकारी के लिए ओनलीमॉय हेल्थ की टीम ने आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर, पंचकर्मा और वुमन हेल्थ स्पेशलिस्ट आयुर्वेदिक डॉ. चंचल शर्मा से बात की।

इसे भी पढ़ेंः रुके हुए पीरियड्स को जल्द लाने में मदद करेगा ये हर्बल काढ़ा, न्यूट्रिश्निस्ट से जानें रेसिपी 

Benefits-of-Abhyanga-or-Ayurvedic-massage-after-delivery-inside2

इसे भी पढ़ेंः क्या डिलीवरी से पहले वजाइना के बाल हटाना जरूरी है? स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ से जानें

अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश) क्या है?- What is Abhyanga (Ayurvedic Massage)?

डॉ. चंचल शर्मा ने अनुसार, आयुर्वेदिक तेलों की मदद से किसी व्यक्ति के शरीर पर धमनी रक्त प्रवाह की दिशा में की जाने वाली मालिश को आयुर्वेद में अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश) कहा गया है। अभ्यंग के जरिए व्यक्ति के शरीर में बहने वाले खून के प्रवाह को ठीक किया जाता है। अभ्यंग के जरिए शरीर के तनाव को कम किया जाता है। डिलीवरी के बाद अभ्यंग करवाने से महिला के शरीर के दर्द से राहत मिलती है। यह आयुर्वेदिक मालिश महिलाओं को डिलीवरी के बाद होने वाले मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करता है।

इसे भी पढ़ेंः महिलाओं के शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर दिखाई देते हैं ये 7 संकेत, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

डिलीवरी के बाद अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश) के फायदे- Benefits of Abhyanga (Ayurvedic Massage) after Delivery

ओनलीमायहेल्थ के साथ खास बातचीत में डॉ. चंचल शर्मा ने बताया कि डिलीवरी के बाद अभ्यंग (आयुर्वेदिक मालिश) करवाने से महिला को शारीरिक और मानसिक परेशानियों से राहत मिलती है। आइए जानते हैं, इसके फायदों के बारे में...

1. शरीर की गंदगी होती है साफ- Abhyanga Detoxfy the Body

डिलीवरी के बाद जब महिलाएं अभ्यंग करवाती हैं, तो इससे उनके यूट्रस में जमी गंदगी साफ हो जाती है। गर्भधारण के दौरान गर्भाशय का जो फैलाव होता है उसे भी मालिश की मदद से सही आकार में लाया जाता है।

इसे भी पढ़ेंः क्या प्रेग्नेंसी में 8 से 10 घंटे का ट्रैवल करना सुरक्षित है? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Benefits-of-Abhyanga-or-Ayurvedic-massage-after-delivery-inside

2. दूध उत्पादन बढ़ाए- Abhyanga increases milk production

डिलीवरी के बाद मां के शरीर को नवजात शिशु के लिए दूध का भी उत्पादन करना होता है। अभ्यंग दूध उत्पादन बढ़ाने में भी सहायक होती है। इस आयुर्वेदिक मालिश से महिलाओं के स्तन के ऊतक उत्तेजित हो जाते हैं, जिससे महिला के ब्रेस्ट में दूध का प्रोडक्शन तेजी से होता है।

इसे भी पढ़ेंः सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद नहीं हो रहा है ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन, तो जानें इसके पीछे का कारण 

3. दर्द से दिलाए राहत- Abhyanga provides relief from pain

नॉर्मल डिलीवरी से बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं को अक्सर शरीर में दर्द की समस्या देखी जाती है। डिलीवरी के बाद महिला के पीठ, कमर और जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में भी अभ्यंग बहुत फायदेमंद होती है। आयुर्वेदिक तेलों के जरिए किए जाने वाले अभ्यंग मालिश को करवाने से शारीरिक तनाव कम होता है, जिससे दर्द खत्म होता है।

4. ब्लड फ्लो को करता है ठीक- Abhyanga improves blood flow

मालिश से शरीर के ब्लड फ्लो को भी ठीक करने में मदद मिलती है। इससे शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन और पोषण सही ढंग से पहुंचता है। अभ्यंग डिलीवरी के बाद महिला के शरीर की हीलिंग प्रक्रिया भी तेज होती है।

5. हार्मोनल असंतुलन को करता है ठीक- Abhyanga cures hormonal imbalance

प्रेग्नेंसी के 9 महीने और डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं को मूड स्विंग, थकान, और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेदिक मालिश से मन शांत होता है और असंतुलित हार्मोन भी बैलेंस होते हैं।

इसे भी पढ़ेंः बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत पीती हैं चांदी के गिलास से पानी, आयुर्वेद में बताए गए हैं इसके बहुत सारे फायदे

डिलीवरी के बाद अभ्यंग कब से करवाने चाहिए?- When should Abhyanga be done after delivery?

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी महिला की डिलीवरी के तुरंत बाद अभ्यंग या किसी भी अन्य प्रकार की मालिश की शुरुआत नहीं की जानी चाहिए। अगर महिला ने नॉर्मल डिलीवरी से शिशु को जन्म दिया है, तो एक सप्ताह के बाद अभ्यंग की शुरुआत की जा सकती है। वहीं, सिजेरियन डिलीवरी वाली महिलाएं बच्चे के जन्म के 3 से 4 सप्ताह के बाद अभ्यंग की शुरुआत करवा सकती हैं। डिलीवरी के बाद अभ्यंग करवाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

इसे भी पढ़ेंः क्या पहली प्रेग्नेंसी IVF से होने के बाद दूसरी प्रेग्नेंसी नॉर्मल हो सकती है? डॉक्टर से जानें जवाब 

निष्कर्ष

डिलीवरी के बाद होने वाली समस्याओं से राहत दिलाने में अभ्यंग बहुत फायदेमंद होती है। अभ्यंग डिलीवरी के बाद होने वाली शारीरिक और मानसिक परेशानियों को दूर करती है। लेकिन इस आयुर्वेदिक मालिश को करवाने से पहले महिलाओं को आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।ृ

Read Next

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए जटामांसी का करें उपयोग, आयुर्वेदाचार्य से जानें

Disclaimer