Ayurvedic Treatment For Cough: ठंड के मौसम के शुरुआत होते ही लोगों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बलगम की समस्या शुरू हो जाती है। सांस से जुड़ी बीमारियों के मरीजों में बलगम बनने से गंभीर तकलीफें होती हैं। गले या सीने में बलगम जमने से सांस लेने के अलावा कई गंभीर परेशानियां होती हैं। इसकी वजह से मरीज को गले में दर्द, स्वाद की कमी और सिरदर्द व बेचैनी जैसी समस्याओं को भी झेलना पड़ता है। बलगम बढ़ने से आपको निमोनिया जैसे गंभीर संक्रमण का भी सामना करना पड़ सकता है। गले या सीने में जमा हुए बलगम को निकालने के लिए आयुर्वेदिक तरीकों का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। सदियों से आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल कर लोग शरीर में बलगम को दूर करते आ रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं गले और छाती में जमा बलगम को दूर करने के आयुर्वेदिक तरीके।
बलगम का आयुर्वेदिक उपचार- Ayurvedic Treatment For Cough in Hindi
छाती या सीने में बलगम जमने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। यह समस्या एसिड रिफ्लक्स, दमा या अस्थमा, बैक्टीरियल इन्फेक्शन और सीओपीडी, फाइब्रोसिस जैसी समस्याओं के कारण हो सकती है। छाती या गले में जमा बलगम को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद माना जाता है। इन औषधियों के इस्तेमाल से आप छाती में जमा बलगम को आसानी से बाहर निकाल सकते है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ एस के पांडेय के मुताबिक बलगम का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए इन औषधियों का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है-
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1. खदिरा- Khadira
सीने या गले में जमा बलगम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए खदिरा का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। खदिरा में मौजूद गुण कफ और पित्त दोष को कम करने के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। सर्दी, खांसी और जुकाम में भी इसका इस्तमाल औषधि के रूप में किया जाता है। छाती या गले में जमा बलगम को दूर करने के लिए इससे गरारा करना बहुत फायदेमंद होता है।
2. कच्ची हल्दी- Raw Turmeric
कच्ची हल्दी का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-सेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण कई समस्याओं में फायदेमंद होते हैं। बलगम दूर करने के लिए हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नमक कंपाउंड बहुत उपयोगी होता है। कच्ची हल्दी का रस निकालकर इसकी कुछ बूंदे गले में डालें। इसके अलावा इसे गुनगुने पानी में डालकर गरारा करें। ऐसा करने से आपको बलगम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
3. शहद और नींबू- Honey and Lemon
शहद और नींबू का कॉम्बिनेशन आयुर्वेद में बहुत फायदेमंद माना जाता है। इन दोनों में मौजूद गुणों के कारण इसका इस्तेमाल औषधि के तौर पर भी किया जाता है। एक चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर इसे गर्म पानी में डालें और पिएं। ऐसा करने से आपको बलगम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
4. तुलसी और अदरक- Basil and Ginger
तुलसी और अदरक दोनों का ही इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। तुलसी और अदरक दोनों में मौजूद गुण शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। एक चम्मच तुलसी की पत्तियों के रस में एक चम्मच अदरक का रस मिलाएं और इसे गर्म पानी या शहद में मिलाकर पिएं। ऐसा करने से छाती और गले में जमा बलगम आसानी से दूर हो जाएगा।
5. वचा- Vacha
गले और छाती में जमा बलगम को निकालने के लिए वचा का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में वचा का इस्तेमाल बहुत शक्तिशाली जड़ी-बूटी के तौर पर किया जाता है। खांसी और बलगम की समस्या में वचा का काढ़ा पीने से बहुत फायदा मिलता है।
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छाती और सीने में बलगम जमने से आपको कई गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इस समस्या में किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से हैं, किसी भी तरह के घेलु नुस्खे को अजमाने से पहले एक्सपर्ट या डॉक्टर की राय लें।
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