वर्तमान समय में बहुत से लोग जोड़ों में दर्द की समस्या का सामना कर रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना भी है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की इन दिनों लोगों में बहुत कॉमन है। यूरिक बढ़ने के चलते लोग हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याओं जैसे गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस जैसे समस्याओं का सामना करते हैं। जब शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इससे किडनी से जुड़ी बीमारी और मोटापे की समस्या भी हो सकती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बहुत मददगार साबित हो सकती हैं? आयुर्वेदिक चिकित्सक और आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिस डॉ. भुवनेश्वरी की मानें तो ऐसी कई आयुर्वेदिक हर्ब्स हैं जो यूरिक एसिड को कम करने मे बहुत फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इस लेख में आपको यूरिक एसिड कम करने के लिए 5 आयुर्वेदिक हर्ब्स (Best Ayurvedic Herbs To Reduce Uric Acid In Hindi) बता रहे हैं।
यूरिक एसिड को कम करने के लिए 5 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां (Ayurvedic Herbs To Reduce Uric Acid In Hindi)
1.अश्वगंधा
अश्वगंधा शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हर्ब है। आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा का इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं और बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन और दर्द को कम करने के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। यूरिक एसिड कम करने के लिए रोजाना अश्वगंधा का सेवन करना फायदेमंद होता है। ऐसा करने से आपके जोड़ों का दर्द और सूजन कम होती है और यूरिक एसिड की मात्रा कम होती है। अश्वगंधा में कई औषधीय गुण होते हैं जो वजन कम करने और अर्थराइटिस की समस्या में भी बहुत फायदेमंद होते हैं। आप अश्वगंधा के पाउडर का दूध में डालकर सेवन कर सकते हैं। रात को सोते समय दूध में एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाएं और इसका सेवन करें।
2. गिलोय
गिलोय की पत्तियों में औषधीय गुण होते हैं। यह कई रोगों के उपचार में मददगार है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में कई रोगों के लिए गिलोय की पत्तियों का उपयोग किया जाता है। यूरिक एसिड को कम करने के लिए गिलोय के पत्तियों का प्रयोग किया जा सकता है। गिलोय की पत्तियों का रस निकालकर इसका सेवन करने से यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिल सकती है। गिलोय का रस पीने से जोड़ों में सूजन को कम करने में मदद मिलती है और दर्द से राहत मिलती है।
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3. त्रिफला
त्रिफला एक बेहतरीन औषधि है। इसे आंवला, बहेड़ा और हरड़ जैसे हर्ब्स को मिलाकर तैयार किया जाता है। त्रिफला कई रोगों से छुटकारा पाने में मदद करता है। त्रिफला में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याओं में बहुत फायदेमंद है। त्रिफला का सेवन करने सूजन कम करने में मदद मिलती है। यह गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं में बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आप रात में गुनगुने पाने के साथ में त्रिफला पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
4. हल्दी
हल्दी एक बेहतरीन मसला है। हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं। यूरिक एसिड को कम करने में हल्दी का सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आप यूरिक एसिड को कम करने के लिए हल्दी के पाउडर का सेवन कर सकते हैं। आप सब्जियों में मसाले के तौर पर हल्दी डाल सकते हैं या फिर हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।
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5. मुलेठी
मुलेठी गले में सूजन और खराश से राहत पाने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। साथ ही मुलेठी में ग्लाइसिराइजिन नामक यौगिक मौजूद होते हैं। जो जोड़ों की सूजन को कम करने और दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। यूरिक एसिड को कम करने के लिए मुलेठी एक प्रभावी उपाय है। आप मुलेठी को सीधे तौर पर चूस सकते हैं या फिर इसके पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं।
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(With Inputs: Dr. Bhuvneshwari - Govt. Ayurvedic medical officer, Punjab)