अनिद्रा या इंसोम्निया नींद न आने की समस्या को कहते हैं। इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति दिनभर करवटें बदलता रहता है। इसकी वजह से व्यक्ति की पूरी रात खराब हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों की अगर एक बार नींद टूट जाए, तो दोबारा नींद आने में परेशानी होने लगती है। इसका असर न सिर्फ रात मे होता है, बल्कि यह आपके पूरे दिन को भी खराब कर सकता है। जी हां, अनिद्रा से ग्रसित व्यक्ति अपने थोड़े से काम को करने के बाद काफी थका हुआ महसूस करता है, क्योंकि रातभर नींद न आने की वजह से शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। अगर आपको भी अनिद्रा की शिकायत है, तो अपना नियमित रूप से इलाज कराएं। सही इलाज से ही आप अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। वहीं, कुछ आयुर्वेदिक दवाओं यानि जड़ी-बूटियों की मदद से भी अनिद्रा से राहत पाया जा सकता है। आज हम इस लेख में आपको अनिद्रा के लिए आयुर्वेदिक दवा यानि जड़ी-बूटियों के बारे में बताएं। इस बारे में हमने सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा से बातचीत की। आइए जानते हैं अनिद्रा में कौन सी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
1. तगार (Tagara)
आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि आयुर्वेद में तगार को शामक प्रदान करने वाली जड़ी-बूटी मानी जाती है। यह श्वसन और तंत्रिका प्रणाली के लिए बेहतर मानी जाती है। आयुर्वेद में तगार का इस्तेमाल वात से संबंधित विकारों को दूर करने के लिए किया जाता है। यह माइग्रेन, अनिद्रा की शिकायत हो दूर कर सकता है। अगर आपको अनिद्रा के साथ-साथ घबराहट की शिकायत है, तो आप तगार का इस्तेमाल कर सकते हैं। तगार फूल, काढ़ा, पाउडर या फिर गोलियों के रूप में लिया जा सकता है। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
2. ब्राह्मी (Brahmi)
आयुर्वेद में ब्राह्मी का इस्तेमाल अनिद्रा की परेशानियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल आप गोलियों और तेल के रूप में कर सकते हैं। ब्राह्मी तेल के इस्तेमाल से तंत्रिका तंत्र को शांति मिलती है। इससे आपको अच्छी नींद आ सकती है। साथ ही यह आपकी एकाग्रता और याददाश्त क्षमता को बढ़ा सकती है। अगर आप ब्राह्मी तेल या फिर गोली का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपके पूरे शरीर को शांति मिलेगी। एक्सपर्ट की सलाह पर आप इसका सेवन कर सकते हैं।
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3. जटामांसी (Jatamansi)
आयुर्वेद में जटामांसी का भी काफी महत्व है। इसका इस्तेमाल भी आप अनिद्रा को दूर करने के लिए कर सकते हैं। यह मस्तिष्क को शक्ति प्रदान करता है। साथ ही तंत्रिका तंत्र को आराम दिलाने में आपकी मदद कर सकता है। इसके इस्तेमाल से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। तनाव को कम करने के लिए आयुर्वेद में जटामांसी का इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में अनिद्रा को दूर करने के लिए जटामांसी का यूज कर सकते हैं।
4. अश्वगंधा (Ashwagandha)
आयुर्वेद में अश्वगंधा का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। इसमें एंटी-सेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। इससे न सिर्फ आप अनिद्रा की शिकायत को दूर कर सकते हैं। बल्कि इसके इस्तेमाल से प्रजनन क्षमता को भी बढ़ावा मिलता है। शरीर में ऊर्जा प्रदान करने के लिए अश्वगंधा का भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं। यह स्किन और बालों की परेशानी को भी दूर कर सकता है।
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5. शंखपुष्पी (Convolvulus Pluricaulis)
अनिद्रा को दूर करने के लिए आप शंखपुष्पी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हाइपरटेंशन का इलाज कर आपके दिमाग को शांत करता है। इससे आपको काफी अच्छी नींद आ सकती है। शंखपुष्पी का इस्तेमाल आप काढ़ा बनाकर या फिर अर्क के रूप में भी कर सकते हैं। हालांकि, सही मात्रा जानने के लिए एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।
आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जिससे अनिद्रा का इलाज किया जा सकता है। हालांकि, इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें। वहीं, अगर आपकी परेशानी गंभीर है, तो डॉक्टर को अपनी स्थिति अच्छे से बताएं। ताकि आपका उचित तरीके से इलाज किया जा सके।