जटमांसी (Jatamansi) क्या है? जटामांसी एक औषधि है जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है, इस हर्ब को तपस्विनी के नाम से भी जाना जाता है और अंग्रेजी में इसे इंडियन स्पाइकनॉर्ड (Indian Spikenard) भी कहते हैं। जटामांसी की जड़ और उसके तेल का इस्तेमाल बालों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। बाजार में जटामांसी, एसेंशियल ऑयल के फॉर्म में भी उपलब्ध है आप चाहें तो उसे भी हेयर टॉनिक के रूप में खरीद सकते हैं। जटजमांसी के इस्तेमाल से स्कैल्प इंफेक्शन, सफेद बाल, गंजेपन जैसी समस्याएं दूर होती हैं। इस लेख में हम बाल से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए जटामांसी को प्रयोग करने के तरीकों पर बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
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1. गंजेपन की समस्या को दूर करे जटामांसी (Jatamansi helps to get rid of baldness)
जटामांसी बालों के लिए टॉनिक की तरह काम करता है, जिन लोगों को गंजेपन के लक्षण नजर आने लगे हैं उन्हें जटामांसी से निकले तेल का इस्तेमाल स्कैल्प पर लगाना शुरू कर देना चाहिए। जटामांसी से निकले तेल को सिर पर लगाने से गंजेपन की समस्या दूर होती है। जटामांसी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिससे बालों की ग्रोथ होती है।
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2. स्कैल्प इंफेक्शन है तो इस्तेमाल करें जटामांसी (Jatamansi helps to get rid of scalp infection)
स्कैल्प में इंफेक्शन की समस्या है तो आपको जटामांसी का इस्तेमाल करना चाहिए। जटामांसी की छाल को पाउडर के फॉर्म में बनाकर आंवला के रस के साथ मिलाकर स्कैल्प पर लगाएं तो स्कैल्प इंफेक्शन की समस्या दूर होगी वहीं आप जटामांसी से निकलने वाले नैचुरल ऑयल को भी सिर पर लगा सकते हैं। जटामांसी के तेल में एंटी-फंगल गुण होते हैं जिससे इंफेक्शन को रोका जा सकता है।
3. सफेद बालों को काला करता है जटामांसी (Jatamansi helps to get rid of grey hair)
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जटामांसी बालों को काला करता है, इसमें मौजूद प्राकृतिक बालों के लिए नैचुरल डाई का काम करता है। आप इसे बालों को रंगने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं वहीं बालों को सफेद होने से बचाने के लिए भी जटामांसी फायदेमंद औषधि है। आप जटामांसी के पाउडर को कोकोनट ऑयल में मिक्स करें और उसमें नीम का पेस्ट मिलाकर सफेद बाल पर लगाएं। इस तरीके से आप सफेद बाल से छुटकारा पा सकते हैं।
4. डैंड्रफ की समस्या दूर करता है जटामांसी (Jatamansi helps to get rid of dandruff)
डैंड्रफ को दूर करने के उपाय ढूंढ रहे हैं तो जटामांसी का इस्तेमाल कर सकते हैं, जटामांसी के इस्तेमाल से आप डैंड्रफ की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको जटामांसी के तेल में नीम की पत्तियों को उबालना है और उसके बाद पेस्ट को सिर पर लगाना है, आधे घंटे बाद सिर धो लें। इस पेस्ट तो हफ्ते में तीन बार लगाएं तो डैंड्रफ खत्म हो जाएगा।
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5. जटामांसी के प्रयोग से रूखे बाल मुलायम बनते हैं (Jatamansi provides moisture to hair)
जटामांसी औषधि बाालें को रूखे से मुलायम बनाने का काम करती है। अगर आपके बाल रूखे और बेजान हैं तो आप जटामांसी के पाउडर को नारियल के तेल में मिक्स करें और उस पेस्ट को बालों पर लगाकर छोड़ दें, फिर आधे घंटे बाद सिर धो लें तो आपको बाल मुलायम महसूस होंगे। इस पेस्ट को आप हफ्ते में दो बार लगा सकते हैं।
अगर आप जटामांसी का तेल इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसमें शहद, घी, नारियल का तेल या पानी मिलाकर इस्तेमाल करें वहीं अगर किसी काढ़े में मिलाकर उसका सेवन कर रहे हैं तो 3 ग्राम से ज्यादा कंज्यूम न करें।
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