Ayurvedic Diet For Hepatitis In Hindi: हेपेटाइटिस लिवर में इंफेक्शन के कारण होने वाला रोग है। देशभर के सैकड़ों लोगों को हर साल हेपेटाइटिस की समस्या का सामना करना पड़ता है। हेपेटाइटिस की वजह से लिवर में सूजन आ जाती है। कुछ लोगों को इम्यून सिस्टम के खराब होने की वजह से हेपेटाइटिस की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, इस बीमारी के पीछे आपकी डाइट का महत्वपूर्ण रोल होता है। जब आप दूषित आहार लेते हैं या दूषित पानी पीते हैं तो इससे लिवर में इंफेक्शन शुरू हो जाता है। इसके अलावा लाइफस्टाइल की गलत आदतों के कारण भी आपको हेपेटाइटिस की समस्या हो सकती है। डॉक्टर्स के मुताबिक वायरल इंफेक्शन और ऑटोइम्यून डिजीज के साथ ही कुछ दवाओं और शराब का अधिक सेवन से भी लिवर की समस्या शुरू हो सकती है। शरीर में वात, कफ और पित्त का अंसतुलन होने से आपको लिवर व अन्य रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। आयुर्वेद के अनुसार हर रोग में विशेष तरह की डाइट को फॉलो करने की सलाह दी जाती है। ओनलीमायहेल्थ हमेशा ही अपने पाठकों को स्वस्थ रहने के लिए प्रति जागरूक करता रहता है। इसी कड़ी में, 'आरोग्य विद आयुर्वेद' सीरीज के इस लेख में आज हम आपको हेपेटाइटिस में किस तरह का खान-पान होना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए हमने वेदिक्योर हेल्थ एंड वेलनेस के मेडिकल ऑफिसर और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ प्रसाद गवई से बात की। आइए, जानते हैं कि हेपेटाइटिस में आपकी डाइट किस तरह होनी चाहिए।
डॉ प्रसाद गवई बताते हैं, "दूषित आहार और दूषित पानी पीने से शरीर के पित्त दोष प्रभावित होता है। इसकी वजह से लिवर के सामान्य कार्य पर दबाव उत्पन्न होता है और लिवर में सूजन आ सकती है। हेपेटाइटिस की समस्या का सीधा कारण पित्त दोष में गड़बड़ी माना जाता है। हेपेटाइटिस होने पर शरीर में सूजन की समस्या होने लगती है। साथ ही, इससे पाचन क्रिया में गड़बड़ी होती है। इस दौरान पित्त को नियंत्रित करने के लिए डाइट में बदलाव करने की सलाह दी जाती हैं।"
हेपेटाइटिस में क्या खाएं? - What To Eat In Hepatitis According To Ayurveda In Hindi
- अनाज - दलिया, ब्राउन राइस, साबूदाना।
- फल - सेब, पपीता, केला, तरबूज।
- सब्जियां - लौकी, करेला, कद्दू, गाजर, धनिया की पत्तियां, पालक, आलू, चुंकदर, शकरकंद, ब्रोकली, मशरूम।
- मसाले - जीरा, सौंफ, धनिया, नमक, अजवायन, हल्दी, काली मिर्च, मेथी के बीज।
- जूस - नारियल पानी, वसा रहित घर का बना सूप, हरा जूस, हर्बल चाय, हर्बल चाय, एलोवेरा जूस, करेले का जूस, आंवले का जूस, कद्दू का जूस, अनार का जूस।
- सीड्स - अलसी के बीज, कद्दू के बीज।
हेपेटाइटिस में क्या न खाएं? What To Not Eat In Hepatitis According To Ayurveda In Hindi
- सफेद चावल।
- दूध और क्रीम, दही, पनीर आदि।
- पिस्ता, किशमिश, काजू।
- मैदा, लाल मिर्च, शराब, तला-भुना आहार।
हेपेटाइटिस के लिए आयुर्वेदिक डाइट प्लान - Ayurvedic Diet Plan For Summer In Hindi
- सुबह उठने के बाद - आंवला जूस (20 मिली) / हर्बल टी में लेमन टी या दालचीनी की चाय आदि।
- सुबह का नाश्ता - गेंहू का दलिया, सूजी, पोहा, इडली, सेंवई, सब्जी और दाल के साथ रोटी।
- मिड मॉर्निंग स्नैक - (12 बजे) - फल।
- दोपहर का भोजन- 1 कटोरी मौसमी सब्जी, पुराने चावलों से बनी हुई खिचड़ी, मूंग की दाल-चावल।
- स्नैक - साबूदाना/ग्रीन टी, सूप, एलोवेरा का जूस, गुड़ शहद।
- रात का भोजन - मूंग की दाल, उबली हुई सब्जी और रोटी।
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हेपेटाइटिस में आप आयुर्वेद एक्सपर्ट की सलाह पर डाइट प्लान में बदलाव कर सकते हैं। इस सीरीज में हम आगे भी आपको उपयोगी विषयों पर जानकारी देते रहेंगे। जीवन में आयुर्वेद के साथ रोगों से सुरक्षित रहने के लिए आप 'आरोग्य विद आयुर्वेद' सीरीज के साथ जुड़े रहें। इस तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट https://www.onlymyhealth.com के साथ जुड़े रहें। इन लेखों को अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करें, ताकि इस सीरीज का फायदा अन्य लोगों को भी मिले।