Expert

आयुर्वेद के अनुसार सावन में नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, सेहत को हो सकता है नुकसान

What Not To Eat In Sawan According To Ayurveda: आयुर्वेद के अनुसार सावन में हरी सब्जियों को खाने से बचना चाहिए।
  • SHARE
  • FOLLOW
आयुर्वेद के अनुसार सावन में नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, सेहत को हो सकता है नुकसान


What Not To Eat In Sawan According To Ayurveda: सावन का महीना शुरू हो चुका है। इस मौसम में बारिश के कारण कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। सावन के महीने में साफ-सफाई रखने के साथ कुछ  चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए। इस मौसम में वायरल बीमारियां अपनी चपेट में आसानी से ले लेती हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद के अनुसार कई चीजों को खाने से बचना चाहिए। आयुर्वेद की प्रणाली के अनुसार इस मौसम में वात बढ़ता है और इसी महीने में, पित्त जमा होने लगते हैं। इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। ऐसे में इस समय शरीर को फिट रखने के लिए वात को बढ़ाने वाले सभी खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए। वात बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को नहीं खाने से शरीर स्वस्थ रहेगा और बीमारियां भी नहीं लगेंगी। आइए जानते हैं, सुधा क्लीनिक के आयुर्वेदिक डॉक्टर अलका शर्मा से आयुर्वेद के अनुसार सावन में क्या नहीं खाना चाहिए। 

हरी पत्तेदार सब्जियां

आयुर्वेद के अनुसार सावन में हरी सब्जियों को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में जमीन में दबे  अधिकांश कीड़े ऊपर पर आ जाते हैं और हरी पत्तेदार सब्जियों को संक्रमित कर देते हैं। इस  कारण इन सब्जियों को खाने से नुकसान हो सकता है। इस मौसम में हरी सब्जियां वात को भी बढ़ाती हैं। इससे  वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।

green vegetable

दही

सावन में दही खाने की भी मनाही होती है, क्योंकि इस मौसम में दही जमाते समय गुड बैक्टीरिया के साथ बैड बैक्टीरिया भी उत्पन्न हो जाते हैं। इसकी वजह से  इसके सेवन से पेट संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। इस मौसम में दही जल्दी खट्टी भी हो जाती है। ऐसे में अगर दही का सेवन करना ही चाहते हैं, तो केवल फ्रेश दही का ही सेवन करें।

इसे भी पढ़ें- बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए फॉलो करें ये 5 आयुर्वेदिक टिप्स, हमेशा दिखेंगे जवां

डेयरी प्रोडक्ट्स

इस मौसम में खाना पचने की प्रक्रिया काफी धीमी  हो जाती है। ऐसे में ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि दूध पीने से बचना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार दूध शरीर में पित्त को बढ़ाता है। ऐसे में सावन में दूध नहीं पीने की सलाह दी जाती है।

नॉनवेज खाने से बचें

सावन के महीने में नॉनवेज खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में कीटाणुओं का प्रजनन तेज हो जाता है। ऐसे में नॉनवेज खाने से शरीर में कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार ये काफी गरिष्ठ भोजन होते हैं । इनको पचाने में समय लगता है, जिस कारण पेट में गैस और अपच की समस्या भी हो सकती है।

बैंगन

सावन महीने में पैदा होने वाले बैंगन में कीड़े हो जाते है, जो पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्याओं को पैदा कर सकते हैं। वहीं, सावन में बैंगन खाने से पेट में गैस की समस्या हो सकती है।

सावन में फल के साथ, तुरई और साबुज अनाज को डाइट में शामिल करें।

All Image Credit- Freepik

Read Next

मुंहासों का कारण बनती हैं ये 8 चीजें, आज से ही बना लें दूरी

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version