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अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए क्या हैं? एक्सपर्ट से जानें कितनी मात्रा में करना चाहिए सेवन

अश्वगंधा महिलाओं के लिए किस प्रकार फायदेमंद है और महिलाओं को कितनी मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए? इसके बारे जानें सबकुछ...
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अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए क्या हैं? एक्सपर्ट से जानें कितनी मात्रा में करना चाहिए सेवन


अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए: आयुर्वेद में अश्वगंधा का इस्तेमाल कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। चाहे महिला हो या पुरुष दोनों के लिए अश्वगंधा किसी वरदान से कम नहीं है। अश्वगंधा के अंदर भरपूर मात्रा में ऊर्जा, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन आदि तत्व पाए जाते हैं। वहीं इसके अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी स्ट्रेस, एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। लेकिन सवाल यह है कि महिलाओं के लिए अश्वगंधा किस तरीके से फायदेमंद हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि अश्वगंधा की सेवन से महिलाओं को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। साथ ही कितनी मात्रा में महिलाओं को अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए, इसके बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...

महिलाओं को कितनी मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए?

एक स्वस्थ व्यक्ति अश्वगंधा की सूखी जड़ का 3 से 6 ग्राम खुराक का सेवन कर सकता है। इससे संबंधित एक रिसर्च भी सामने आई है। हालांकि अश्वगंधा का सेवन महिलाओं की उम्र, उनकी सेहत व अन्य कारणों पर भी निर्भर करता है। इससे संबंधित रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 

1 - महिलाओं के सेक्सुअल फंक्शन में सुधार

अश्वगंधा महिलाओं में सेक्सुअल फंक्शन को बेहतर बनाने में उपयोगी है। इससे संबंधित रिसर्च भी सामने आई है, जिससे यह पता चलता है कि जो महिलाएं अश्वगंधा का सेवन करती हैं उनमें सेक्सुअल डिस्फंक्शन को कम करने में सहायता मिलती है। इससे संबंधित रिसर्च को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

2 - मेनोपॉज के दौरान अश्वगंधा

बता दें कि मेनोपॉज के दौरान अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है। यह महिलाओं में हार्मोंस के सिक्रिशन को रेगुलेट करने में मददगार है। इससे अलग अश्वगंधा एंडोक्राइन सिस्टम को उत्तेजित करने में भी उपयोगी है। ऐसे में जो महिलाएं मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स, तनाव, हॉट फ्लैश आदि समस्याओं से परेशान रहती हैं। वह मेनोपॉज के दौरान अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है।

3 - एंटी एजिंग के रूप में अश्वगंधा

अश्वगंधा के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल को दूर करने में उपयोगी हैं। इसके अलावा यह बढ़ती उम्र को रोकने में भी मददगार है। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर पॉलीफिनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो त्वचा के लिए बेहद उपयोगी है। ऐसे में इसके सेवन से महिलाओं में एजिंग के लक्षण कम होते नजर आ सकते हैं।

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4 - घुटनों के दर्द को कम करने में मददगार

यदि महिलाएं घुटने के दर्द से परेशान है तो वे ऐसे में अश्वगंधा के सेवन से अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो न केवल सूजन से राहत दिलाने में उपयोगी हैं बल्कि दर्द को कम करने के लिए अश्वगंधा महिलाओं के बेहद काम आ सकता है।

5 - थायराइड से राहत

जो महिलाएं थायराइड की समस्या से परेशान हैं वे अपनी डाइट में अश्वगंधा को जोड़ सकती हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में यह थायराइड ग्रंथि के कार्य को सुधार करने में उपयोगी हैं। महिलाएं नियमित रूप से अश्वगंधा के सेवन से थायराइड की समस्या दूर कर सकते हैं।

6 - वेजाइनल इंफेक्शन से राहत

यदि महिलाएं वेजाइना में होने वाले इन्फेक्शन से परेशान हैं तो यह महिलाएं अश्वगंधा के सेवन से अपनी इस समस्या को दूर कर सकती हैं। बता दें कि अश्वगंधा के अंदर एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं जो न केवल वेजाइनल इन्फेक्शन को दूर करने में उपयोगी है बल्कि इसके सेवन से वेजाइना में खुजली की समस्या, वेजाइना में सूजन की समस्या या वेजाइना से दुर्गंध आने की समस्या को भी दूर किया जा सकता है।

7 - फर्टिलिटी की समस्या से राहत

फर्टिलिटी की समस्या आज के समय में आम होती जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाएं अत्यधिक तनाव, हार्मोन डिसबेलेंस, शरीर में पोषक तत्वों की कमी या कोई हेल्थ से संबंधित समस्या का शिकार हो रही हैं। ऐसे में अश्वगंधा के अंदर पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व न केवल हार्मोन को नियंत्रित कर सकते हैं बल्कि फर्टिलिटी में सुधार भी ला सकते हैं।

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महिलाओं के लिए अश्वगंधा के नुकसान

अश्वगंधा चूर्ण की अधिक मात्रा सेहत के लिए नुकसान भी हो सकते है- 

1 - अश्वगंधा की अधिकता से व्यक्ति को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के साथ-साथ दस्त और उल्टी की समस्या हो सकती है।

2 - गर्भावस्था के दौरान इसके अधिकत सेवन से गर्भपात की समस्या हो सकती है।

महिलाओं को किस समय करना चाहिए अश्वगंधा का सेवन? 

अश्वगंधा का सेवन महिलाएं दिन और रात दोनों मे से किसी भी एक समय कर सकती हैं।

अश्वगंधा को रोज सेवन कर सकते हैं?

बता दें कि अश्वगंधा का सेवन नियमित रूप से किया जा सकता है। लेकिन इसका एक निश्चित समय होता है। ऐसे में अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग समय निश्चित है। इससे संबंधित रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

अश्वगंधा को लंबे समय तक कैसे सुरक्षित रखें?

अश्वगंधा को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसकी जड़ का चयन करें। बता दें कि आप तकरीबन दो महीनों तक इसकी जड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे अलग अश्वगंधा पाउडर भी इस्तेमाल में ले सकते हैं। घर पर आप अश्वगंधा को एयर टाइट डिब्बे में अच्छे से बंद करके रखें। ऐसा इसलिए, जिससे नमी से अश्वगंधा बच सके। 

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि अश्वगंधा महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई तरीके से फायदेमंद है। लेकिन इसकी अधिकता महिलाओं के लिए नुकसानदायक भी हो सकती है। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में अश्वगंधा को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट से इसकी सीमित माता की जानकारी लेनी जरूरी है। ध्यान दें कि गर्भवती महिलाएं अपनी डाइट में अश्वगंधा को किसी के कहने पर ना जोड़ें बल्कि एक्सपर्ट से सलाह लेने के बाद ही अश्वगंधा को अपनी डाइट में जोड़ें।

इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

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