Ayurvedic Herbs For Back Pain in Pregnancy: प्रेग्नेंसी का सफर नाजुक होता है। इस दौरान जरा सी भी लापरवाही के कारण आपकी सेहत बिगड़ सकती है। प्रेग्नेंसी में जैसे-जैसे वजन बढ़ता है, कमर पर दबाव पड़ता है और कमर में दर्द होता है। तीसरी तिमाही के बाद, गर्भस्थ शिशु का लगभग पूरा विकास हो जाता है। इससे पेट के हिस्से पर दबाव पड़ता है और कमर के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है। हार्मोनल बदलाव के कारण मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ता है और बैक पेन होने लगता है। प्रेग्नेंसी में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण कमर में दर्द महसूस होता है। जो महिलाएं व्यायाम नहीं करतीं, उन्हें कमर में दर्द का एहसास ज्यादा होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली कमर दर्द का इलाज आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से किया जा सकता है। इन जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. नीलगिरी की पत्तियों का इस्तेमाल करें- Use Eucalyptus Leaves For Back Pain Treatment
नीलगिरी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसकी मदद से दर्द के इलाज का जिक्र मैं कई बार कर चुकी हूं। मांसपेशियों और हड्डियों में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए यह सबसे कारगर उपाय है। नीलगिरी की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दर्द वाले स्थान पर लगाकर मालिश करने से जल्दी आराम मिलेगा।
2. पिप्पली का प्रयोग करें- Use Pippali to Cure Back Pain
पिप्पली एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधी है जिसका इस्तेमाल दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। पिप्पली का पाउडर बाजार में मिलता है। इसे शहद के साथ मिलाकर गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। पिप्पली का इस्तेमाल कई एसेंशियल ऑयल को बनाने के लिए भी किया जाता है। आप भी नीम के तेल के साथ पिप्पली को मिलाकर कमर की मालिश कर सकते हैं।
3. गुग्गुल का प्रयोग करें- Back Pain Treatment With Guggul
गुग्गुल भी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। गठिया में होने वाले दर्द का इलाज करने के लिए गुग्गुल फायदेमंद माना जाता है। कमर में दर्द हो रहा है, तो एक चम्मच गुग्गुल के चूर्ण को एक कप पानी में मिलाएंं इसे एक घंटे के लिए रख दें। फिर पानी को छानकर पी लें। इससे कमर दर्द में आराम मिलेगा।
4. हल्दी और लौंग का इस्तेमाल करें- Turmeric and Clove For Back Pain Treatment
हल्दी और लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। हल्दी और लौंग का सेवन करने से कमर दर्द से राहत मिलेगी। हल्दी और लौंग का सेवन दूध के साथ कर सकते हैं। हल्दी पाउडर में लौंग को पीसकर मिलाएं। इस मिश्रण की एक चम्मच को गुनगुने पानी के साथ मिलाएं और रात को सोने से पहले पिएं, तो जल्दी आराम मिलेगा।
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5. अदरक और दालचीनी का काढ़ा पिएंं- Ginger and Cinnamon Kadha
प्रेग्नेंसी में कमर दर्द का इलाज करने के लिए अदरक और दालचीनी के मिश्रण का सेवन कर सकते हैं। अदरक और दालचीनी को पानी में डालकर उबालें। इस मिश्रण में शहद मिलाएं। जब पानी में अदरक और दालचीनी का अर्क मिल जाए, तो पानी को छानकर गिलास में निकाल लें। इस मिश्रण में नींबू का रस मिलाकर पिएं।
प्रेग्नेंसी में कमर दर्द का इलाज करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें। प्रेग्नेंसी में इन जड़ी-बूटियों का जरूरत से ज्यादा या नियमित सेवन हानिकारक माना जाता है इसलिए केवल सीमित मात्रा का इस्तेमाल करें।