पिछले 1 दशक में आम लोगों के बीच कंडोम को लेकर जागरूकता बढ़ी है। कंडोम न केवल महिलाओं को अनचाहे गर्भधारण से बचाता है, बल्कि यौन संचारित रोगों (STDs) से सुरक्षा प्रदान करता है। मांग को देखते हुए बाजार में आज कई प्रकार के कंडोम उपलब्ध हैं। इन कंडोम में फ्लेवर्ड कंडोम भी शामिल है। फ्लेवर्ड कंडोम (Flavored Condoms) का इस्तेमाल आमतौर पर ओरल सेक्स को मजेदार और रोचक बनाने के लिए बनाया गया है। यह कंडोम कई प्रकार के रंग और फ्लेवर होते हैं। जो लोग फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करते हैं, उनके मन में अक्सर यह सवाल आता है कि क्या ये उनकी इंटीमेट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है? इस आर्टिकल के जरिए हम इसी सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे।
क्या होते हैं फ्लेवर्ड कंडोम- What is Flavored Condoms
फ्लेवर्ड कंडोम, सामान्य कंडोम की तरह ही होते हैं, लेकिन इनमें अलग-अलग फ्लेवर जैसे की स्ट्रॉबेरी, पान, मिंट, इमली और केला को ऐड किया जाता है। मुख्य रूप से फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल ओरल सेक्स के दौरान लैटेक्स की बदबू को छिपाकर पार्टनर को अच्छा महसूस करवाना होता है। इस तरह के कंडोम को खासतौर पर ओरल सेक्स के लिए तैयार किया जाता है।
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फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल इंटीमेट हेल्थ के लिए हानिकारक है- Are Flavored Condoms harmful for intimate health
दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल की यूनिट हेड और वुमन्स हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. प्रियंका सुहाग के अनुसार, बाजार में मिलने वाले ज्यादातर फ्लेवर्ड कंडोम को बनाने के लिए केमिकल्स और शुगर बेस्ड का इस्तेमाल होता है। जब कंडोम का इस्तेमाल लोग वेजाइनल सेक्स के दौरान करते हैं, तो यह योनि के गुड बैक्टीरिया के बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं। इसकी वजह से योनि में खुजली, जलन, लालिमा और सूजन की समस्या हो सकती है। कुछ गंभीर मामलों में फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करने की वजह से यीस्ट इंफेक्शन की समस्या भी देखी जाती है। आइए आगे जानते हैं फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करने से और कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं...
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- फ्लेवर्ड कंडोम में खुशबू को बढ़ाने के लिए कई बार परफ्यूम और केमिकल्स वाली खुशबू का प्रयोग किया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से इंटीमेट एरिया में जलन, खुजली या असहजता महसूस हो सकती है। यह समस्या सिर्फ महिला नहीं बल्कि पुरुषों को भी हो सकती है।
- जिन लोगों को लेटेक्स से एलर्जी होती है। अगर वह फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करें, तो इससे त्वचा पर खुजली और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। क्योंकि फ्लेवर्ड कंडोम को बनाने के लिए लेटेक्स का प्रयोग ज्यादा मात्रा में किया जाता है।
फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करते वक्त सावधानियां
डॉ. प्रियंका सुहाग का कहना है कि फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करते वक्त अगर कुछ सावधानियां बरती जाए, तो इससे होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है:
- जिन महिलाओं की स्किन सेंसेटिव है, उन्हें फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करते वक्त चेक करें, उनमें हाइपोएलर्जेनिक हों और आर्टिफिशियल शुगर बिल्कुल न हो।
- अगर आप पहली बार फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो स्किन पर इसका टेस्ट करें। इस दौरान अगर आपको किसी प्रकार की खुजली, जलन या कोई अन्य समस्या होती है, इसका इस्तेमाल न करें।
निष्कर्ष
फ्लेवर्ड कंडोम ओरल सेक्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन यह इंटीमेट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। फ्लेवर्ड कंडोम का इस्तेमाल करने के बाद अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी या कोई अन्य परेशानी आती है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।