कई लोगों ने नए साल का आगाज इस रेजोल्यूशन यानी संकल्प के साथ किया होगा कि वह 2025 में स्मोकिंग की बुरी लत को छोड़ देंगे। हम सभी जानते हैं कि सिगरेट पीने की आदत सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक होती है। अगर समय रहते इस आदत को छोड़ा नहीं जाता है, तो यह व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। दरअसल, सिगरेट के धुएं में मौजूद हानिकारक केमिकल, जैसे कि टार, कार्बन मोनोऑक्साइड और निकोटीन ओवरऑल हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं। ऐसे में स्मोकिंग की लत छोड़ने के लिए लोग आमतौर पर निकोटिन गम्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि निकोटिन गम्स का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद है या नहीं? इस सवाल का जवाब एमडी डॉ. सौम्या अग्रवाल ने दिया है। आइए जानते हैं कि निकोटिन गम्स का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद है या नहीं।
निकोटिन गम्स कैसे काम करती हैं?
बता दें कि यह गम व्यक्ति की निकोटीन क्रेविंग्स को कम करती है। सिगरेट में निकोटिन पाया जाता है। यह तम्बाकू में मौजूद एक नशीला पदार्थ है। यही कारण है स्मोकिंग करने वालों को बार-बार निकोटिन की लालसा होती है, जो उन्हें सिगरेट पीने के लिए मजबूर कर देती है। ऐसे में निकोटिन गम्स इस क्रेविंग को शांत करके स्मोकिंग छोड़ने में आपकी मदद करती है। आप इस गम को आसानी से चबा सकते हैं। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि भूलकर भी निकोटिन गम को निगलना नहीं है।
निकोटिन गम्स सेहत के लिए सही है या नहीं?
डॉ. सौम्या के मुताबिक, सिगरेट के कारण शरीर में निकोटिन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इससे व्यक्ति को अच्छा और कुछ देर के लिए स्ट्रेस फ्री महसूस होता है। ऐसे में निकोटिन गम शरीर में कम मात्रा के अंदर निकोटिन पहुंचाती है। इससे व्यक्ति की क्रेविंग्स और सिगरेट न पीने के कारण होने वाली परेशानियों को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। डॉक्टर सौम्या का मानना है कि अगर निकोटिन गम्स को आप डॉक्टर की सलाह पर सीमित मात्रा में खाते हैं, तो शरीर को नुकसान नहीं होगा।
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कैसे करना है निकोटिन गम्स का सेवन?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, निकोटीन गम का इस्तेमाल सामान्य च्युइंग गम की तरह नहीं किया जाता है। आप इस गम को कुछ देर चबाएं और फिर इसे अपने गाल और दांतों के नीचे की जगह में रखें। बता दें कि निकोटीन ज्यादातर मुंह में अब्सॉर्ब हो जाता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि इन गम्स का सेवन कितनी देर में किया जा सकता है? सीडीसी के मुताबिक, आप क्रेविंग्स के हिसाब से निकोटीन गम का सेवन हर 1-2 घंटे में कर सकते हैं।
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इन बातों का रखें ख्याल
- निकोटिन गम्स को भूलकर भी निगलना नहीं है। यह गम आम च्युइंग गम की तरह बिलकुल नहीं होती है। आमतौर पर आम च्युइंग गम को भी निगला नहीं जाता है, लेकिन निकोटिन गम निगलने पर आपको ज्यादा समस्याएं हो सकती हैं।
- निकोटिन गम के सेवन को समय के साथ कम करते रहना जरूरी है। मान लीजिए कि शुरुआत में आप हर 1 घंटे में गम खा रहे थे, तो आपको धीरे-धीरे इस समय को बढ़ाना चाहिए।
- निकोटिन गम खाने से 15 मिनट पहले और 15 मिनट बाद तक आपको कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए।
- अगर आप डेंचर या कोई अन्य डेंटल उपकरण इस्तेमाल कर रहे हैं, तो निकोटिन गम का सेवन करने में परेशानी हो सकती है।
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कुल मिलाकर, आप निकोटिन गम का सिमित मात्रा में सेवन कर सकते हैं। आपको अपनी मर्जी से इसका सेवन नहीं करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बिना इस गम को न ही खाना चाहिए और न ही इसका सेवन बंद करना चाहिए। निकोटिन गम का ज्यादा सेवन करने से शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।