छिपकली का नाम सुनते ही बहुत से लोगों को घबराहट होने लगती है और इसे देखकर ज्यादातर लोग डरते हैं। घरों में छिपकली का होना एक आम बात है, लेकिन फिर भी लोगों को इसे देखकर डर लगता है। छिपकली को लेकर कई तरह के अंधविश्वास भी फैले हैं, जिन पर लोग विश्वास भी करते हैं। भारतीय संस्कृति में लंबे समय से ये विश्वास चला आ रहा है कि छिपकली का शरीर पर गिरना अशुभ होता है। यहां तक कि छिपकली का गिरना या उनके छूने से अनहोनी होने की आशंका भी जताई जाती है। इसे अलग-अलग धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं से जोड़ा गया है, लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है? क्या इस तरह के विश्वासों के पीछे कोई वैज्ञानिक या आयुर्वेदिक आधार है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-
वर्तमान समय में कई ऐसे अंधविश्वास हैं, जिन्हें लोग सच मानते आ रहे हैं। ऐसे ही मिथकों और अंधविश्वास के पीछे छिपे साइंस के बारे में बताने के लिए ओन्लीमायहेल्थ "अंधविश्वास या साइंस" सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के तहत हम आपको ऐसे ही अंधविश्वासों से जुड़े साइंस और वैज्ञानिक तथ्य बताने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस सीरीज में आज हम आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं कि शरीर पर छिपकली गिरने से क्या होता है और शरीर पर छिपकली गिर जाए तो क्या करना चाहिए?
छिपकली गिरने से जुड़ी मान्यताएं
लंबे समय से भारत में छिपकली के गिरने को शुभ और अशुभ मान्यताओं से जोड़ा गया है। लोगों का मानना है कि यदि छिपकली सिर पर गिरती है, तो यह बुरी किस्मत का संकेत हो सकता है, जबकि यदि यह हाथ या पैर पर गिरती है, तो इसे अशुभ का संकेत कहा जाता है और तुरंत नहाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, यह एक अंधविश्वास मात्र है, जिसका वैज्ञानिक आधार नहीं है। छिपकली के शरीर पर गिरने का संबंध किसी विशेष घटना या भविष्यवाणी से जोड़ना सिर्फ एक अंधविश्वास है। विज्ञान और आयुर्वेद इस तरह के अंधविश्वास को पूरी तरह से नकारते हैं।
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छिपकली के गिरने को अशुभ मानने के पीछे का वैज्ञानिक कारण
विज्ञान के अनुसार, छिपकली घरों और अन्य जगहों पर पाई जाती है, जो कि अपने आप को सुरक्षा देने के लिए अपनी त्वचा से कुछ विशेष रसायनों का उत्सर्जन करती है। यही वजह है कि छिपकली के शरीर में मौजूद रसायन हानिकारक हो सकते हैं। जब छिपकली किसी इंसान के शरीर पर गिरती है या किसी खाने की चीज पर आ जाती है, तो संभावना होती है कि वह अपने शरीर से विषैले तत्व छोड़ दे, जो भोजन या त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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शरीर पर छिपकली गिरने से क्या होता है?
- कुछ लोगों में छिपकली के शरीर के संपर्क में आने से त्वचा पर एलर्जी हो सकती है। यह सेंसिटिव स्किन के कारण होता है।
- छिपकली के शरीर से कुछ विषैले पदार्थ निकल सकते हैं, जो इंसानों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। यदि ये रसायन भोजन या पानी में मिल जाएं, तो यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
- छिपकली के शरीर पर कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं, जो इंसानों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इससे अन्य संक्रमण हो सकते हैं।
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छिपकली के गिरने से जुड़े आयुर्वेदिक तथ्य
आयुर्वेद के अनुसार, छिपकली का गिरना केवल शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि मानसिक संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है। छिपकली एक ‘तामसिक’ गुणों वाली जीव होती है, जो नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। आयुर्वेद में इस बात का उल्लेख है कि छिपकली के गिरने पर शरीर को तुरंत शुद्ध करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे शरीर में विषाक्तता का संचार हो सकता है।
आयुर्वेद में, छिपकली के संपर्क में आने के बाद स्नान करने की परंपरा भी इसलिए बताई गई है ताकि शरीर को शुद्ध किया जा सके। ऐसा माना जाता है कि छिपकली के शरीर में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
छिपकली के गिरने के बाद क्या करें?
यदि आपके शरीर पर या खाने पर छिपकली गिर जाती है, तो आपको तुरंत कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए-
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- यदि छिपकली शरीर पर गिरे, तो तुरंत नहाना चाहिए। इससे किसी भी प्रकार के विषैले तत्वों को शरीर से हटाया जा सकता है।
- अगर छिपकली खाने पर गिर जाती है, तो उस भोजन को तुरंत फेंक दें। छिपकली के रसायन खाने में मिल सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- छिपकली के संपर्क में आने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं। इससे बैक्टीरिया और अन्य विषैले तत्वों का खतरा कम होता है।
छिपकली के गिरने से होने वाली समस्याएं
- छिपकली के शरीर पर गिरने से त्वचा पर खुजली, लालिमा या संक्रमण हो सकता है, खासकर जिन लोगों की त्वचा सेंसिटिव होती है, उन्हें ज्यादा समस्या हो सकती है।
- छिपकली के संपर्क से कुछ लोगों में एलर्जी का खतरा हो सकता है। इससे आंखों में जलन और त्वचा पर धब्बे हो सकते हैं।
- यदि छिपकली खाने पर गिर जाए, तो भोजन दूषित हो सकता है, जिससे फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
निष्कर्ष
छिपकली के गिरने को लेकर कई प्रकार के अंधविश्वास प्रचलित हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह केवल एक जीव है जो आत्मरक्षा के लिए विषैले रसायनों का उपयोग करती है। ये विषैले रसायन इंसानों की त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।