'अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो' की एक्ट्रेस रतन राजपूत हुईं ऑटो इम्यून डिजीज का शिकार, जानें क्या है यह बीमारी

ऑटो इम्यून डिसऑर्डर शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।
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'अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो' की एक्ट्रेस रतन राजपूत हुईं ऑटो इम्यून डिजीज का शिकार, जानें क्या है यह बीमारी


अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो से लाइमलाइट में आने वाली एक्ट्रेस रतन राजपूत पिछले कुछ समय से ऑटो इम्यून डिसऑर्डर का शिकार रही हैं। इसके चलते उन्हें कुछ समय के लिए टीवी सिनेमा से दूरी भी बनानी पड़ी। रतन को जाने माने टीवी शो संतोषी मां में भी देखा गया है। एक्ट्रेस ने दिए एक इंटर्व्यू में इस बात का खुलासा किया कि वे ऑटो इम्यून डिसऑर्डर से काफी समय से पीड़ित थीं। 

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आंखों पर भी पड़ा था असर 

रतन द्वारा दिए गए इंटर्व्यू में उन्होंने बताया कि ऑटो इम्यून डिसऑर्डर के कारण उनकी आंखों पर भी काफी असर पड़ा था। ऐसी स्थिति में उनके देखने की क्षमता भी कम हो गई थी। इस बीमारी का पता चलने के शुरुआती स्टेज में ही चिकित्सकों ने उन्हें टीवी सिनेमा से दूर रहने की चेतावनी भी दी। ऐसा इसलिए क्योंकि टीवी सिनेमा कैमेरा और लाइट्स के बिना अधूरा है और लाइट फेस करने से उनकी समस्या और भी बढ़ सकती थी। यही कारण था कि उन्हें टीवी सिनेमा से कुछ समय के लिए दूरी बनानी पड़ी थी। इस समस्या के चलते कई बार नए कपड़े तक पहनने में दिक्कत होती थी। 

ratan rajputh

ऑटो इम्यून डिजीज के लक्षण 

ऑटो इम्यून डिसऑर्डर शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में हाथ पैरों में ठंड लगना, थकान, रेमुटॉइड अर्थराइटिस, सिर में दर्द, जी मतलाना, ठीक से नींद नहीं आना, जोड़ों में दर्द, पाचन संबंधी समस्याएं और शरीर के आंतरिक अंगों में सूजन आना आदि जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। यह डिसऑर्डर होने पर इम्यून सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है, जिससे शरीर में मौजूद हेल्दी सेल्स को क्षति पहुंचने लगती है और सेल्स डैमेज होने लगते हैं। 

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ऑटो इम्यून डिसऑर्डर का इलाज 

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ऑटो इम्यून डिसऑर्डर का इलाज अभी तक पूरी तरह से संभव नहीं है। हालांकि, इसके लक्षणों को नियंत्रित रखा जा सकता है। ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स, पेन किलर और फीजिकल थेरेपी आदि दी जाती है। कुछ मामलों में इस समस्या पर नियंत्रण लगाने के लिए कई बार स्टेरॉइड्स का भी इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लोगों में इसके नुकसान भी देखे जा सकते हैं। इस डिसऑर्डर से राहत पाने के लिए आप योगा और कुछ खास एक्सरसाइज का सहारा भी ले सकते हैं।

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