एक्टर परेश रावल फिटनेस को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं। 68 वर्ष के होने के बाद भी वे काफी फिट और सक्रिय हैं। फिट रहने के लिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज और योग करते रहते हैं। हाल ही में फिटनेस ट्रेनर नम्रता पुरोहित ने एक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें परेश रावल अपने बेटे आदित्य के साथ ईएमएस वर्कआउट करते नजर आ रहे हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
क्या है इलेक्ट्रिक मसल्स स्टिमुलेशन (EMS) वर्कआउट
इलेक्ट्रिक मसल्स स्टिमुलेशन (EMS) वर्कआउट एक तरीके की एक्सरसाइज है, जो मांसपेशियों को एक्टिव करता है। कई एक्टर और एक्ट्रेसिस में इस वर्कआउट को करने का ट्रेंड चल रहा है। यह वर्कआउट मांसपेशियों की ऐंठन को कम कर मांसपेशियों को सक्रिय और उन्हें एक्टिव करता है। यह एक्सरसाइज ज्यादा देर तक करने की सलाह नहीं दी जाती है। इसे आप हफ्ते में एक बार तक ही कर सकते हैं। यह वर्कआउट मांसपेशियों से जुड़ी 90 प्रतिशत समस्याओं को कम करने में मददगार होती है।
ईएमएस वर्कआउट करने के फायदे
- इस एक्सरसाइज को करने से शारीरिक स्टैमिना बढ़ता है। एथलीट और खिलाड़ी भी EMS वर्कआउट को करते हैं। इससे शारीरिक स्टैमिना बढ़ता है।
- ईएमएस वर्कआउट करने से मसल स्ट्रेंथ बढ़ती है मसल पेन भी कम होता है।
- अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो इसके लिए भी आप इस वर्कआउट को कर सकते हैं।
- ईएमएस वर्कआउट करने से कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ बेहतर रहती है।
- यह थाई के फैट को भी कम करने में मददगार होती हैं।
- मसल बिल्डिंग करने में भी ईएमएस वर्कआउट करना काफी फायदेमंद होता है।
ईएमएस वर्कआउट कैसे करें?
- ईएमएस वर्कआउट करने के लिए आपको काफी सावधानी बरतने की जरूरत है।
- अगर आप नए हैं तो ऐसे में इसे करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह लें।
- इस एक्सरसाइज को 15 से 20 मिनट से ज्यादा न करें।
- इस एक्सरसाइज को इलेक्ट्रोड लगे सूट पहनकर ही करें।
- इंजरी या फिर ज्यादा दर्द होने पर इसे करने से परहेज करें।