फिटनेस जीवन का एक तरीका है और एक बेहतर स्वास्थ के लिए ये बेहद जरूरी है। आपकी फिटनेस कैसी है ये किसी को भी अपने उम्र के 20 साल पूरे होते ही पता चलने लगता है। जब आप बीस के हो रहे होते हैं, तो इस वक्त आपके भीतर कई तरह के बदलाव आ रहे होते हैं।आप अपनी शिक्षा और काम के जीवन को संतुलित करने में व्यस्त होते हैं, नए दोस्त बनाते हैं, यात्रा करते हैं और आम तौर पर खुश और थोड़ी लापरवाही करते हुए लाइफ का मजा लेते हैं। ऐसे में इन सब बातों का ख्याल माता-पिता को रखना होता है। यह वह समय भी होता है जब आप उनमें आजीवन आदतों का निर्माण कर सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आपको इसी उम्र में उनमें स्वस्थ आदतों को भी विकसित करना चाहिए क्योंकि इसका उनके भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा। फिटनेस का मतलब जिम जाने से नहीं है, बल्कि हर तरह की आदतों से है। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ खास आदतों के बारे में।
टीनएजर बच्चों में डालें ये 5 आदतें-
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट के लिए प्रोत्साहित करें
अगर आपको बच्चे किशोर होने जा रहे हैं और वो फिटनेस के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें आपको शुरुआत से ही शक्ति प्रशिक्षण के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट करने की सलाह देनी चाहिए। आपके बच्चों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ये एक अच्छी है। इसके परिणामस्वरूप अधिक दुबला मांसपेशियों, चयापचय में वृद्धि, फैट करने में उन्हें आसानी होगी और भविष्य में वे मोटापा के शिकार नहीं होंगे। साथ ही आपके टीनएज बच्चे को बेहतर नींद लेने में भी मदद मिलेगी।
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अपनी फिटनेस दिनचर्या को सेट करना
वर्कआउट करना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों में एक फिटनेस रूटिन का निर्माण करें। इसके अतिरिक्त, जैसे ही आपके बच्चे इस अभ्यास को अपनाते हैं, वो धीरे-धीरे इसे खुद ही फॉलो करने लगेंगे। पर शुरुआत में आपको उनको रनिंग और जॉगिंग के माध्यम से प्रशिक्षण करना चाहिए। एक मुक्केबाजी वर्ग में भाग लेने या एक दिनचर्या में उलझाकर बदल दें तो उन्हें वर्कआउट फिटनेस की आदत हो जाएगी।
योग
योग एक बेहतरीन वर्कआउट हैं, जो न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं बल्कि लंबे समय में आपके संतुलन और मुद्रा को भी बेहतर बनाते हैं। अपनी मुख्य मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए आप कक्षा में किए जाने वाले विभिन्न स्ट्रेच और पोज़ करते हैं, जो आपके शरीर को सहारा देने के लिए बेहद आवश्यक हैं। ऐसे में ये आपके बच्चे के मन को भी शांत करने में मदद करेगा और उनकी आदतों को भी ठीक करेगा। ये उनके अंदर हो रहे होर्मोनल बदलाव को भी ठीक करने में उनकी मदद कर सकता है। इसके लिए बच्चों को बचपन से ही योगा क्लास में भेजें। उन्हें इसकी आदत डलवाएं और उन्हें बताएं कि ये क्यों जरूरी है।
हाइड्रेटेड रहने की सीख
आप शायद इस टिप को अधिक बार नहीं सुनते हैं, लेकिन यह बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण है। वहीं ये आपको बच्चों के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। बहुत सारा पानी पीने से आपके अंगों के नियमित कार्य में मदद मिलेगी और निर्जलीकरण के कारण होने वाले मुद्दों को रोका जा सकेगा। हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है, लेकिन अनावश्यक कैलोरी और सामग्री के साथ आने वाले शुगर ड्रिंक्स से दूर रहने की कोशिश करें। नहीं तो ये अतिरिक्त कैलौरी बढ़ा सकता है।
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रीफ्यूल पोस्ट-वर्कआउट
अपनी कसरत के बाद आप अपने शरीर में क्या डालते हैं अपनी मांसपेशियों को फिर से भरना और ऊर्जा के साथ अपने शरीर को फिर से तैयाक करना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रोटीन और कार्ब्स ऊर्जा को बहाल करने और मजबूत मांसपेशियों के निर्माण के लिए पोस्ट- वर्कआउट के बाद आपको कुछ खाने की आदत होनी चाहिए। अपने भोजन में अपने पसंदीदा प्रोटीन और कार्ब्स को शामिल करके मज़े के साथ मज़े करें, पूर्ण-भोजन या स्नैक्स में आप जा सकते हैं।
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