गर्दन दर्द की समस्या यूं तो किसी चोट, खिंचाव या मोच के कारण हो सकती है। मगर कई बार बिना कारण होने वाला गर्दन दर्द, जो कुछ-कुछ दिनों के अंतर पर लगातार होता रहे, कई रोगों का शुरुआती संकेत भी हो सकता है। आपके गर्दन के सामने के हिस्से में कई महत्वपूर्ण ग्रंथियां, नसें आदि होती हैं, जिनपर छोटा-मोटा दबाव भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में अगर आप गर्दन के सामने के हिस्से में होने वाले दर्द को काफी दिनों तक नजरअंदाज करते हैं, तो आपको परेशानियां हो सकती हैं।
कई बार जुकाम होने पर या कफ जमा होने पर भी गर्दन में हल्के-फुल्के दर्द की शिकायत हो सकती है। मगर हर बार गर्दन दर्द को जुकाम का संकेत समझकर नजरअंदाज न करें, क्योंकि ये इन 5 रोगों का इशारा भी हो सकता है।
हार्ट अटैक
हार्ट अटैक से भले ही आपका दिल प्रभावित होता है, मगर इसके शुरुआती संकेत कुछ महीनों या दिनों पहले आपको अपने जबड़े और गर्दन में भी महसूस हो सकते हैं। जबड़े और गर्दन में कभी-कभार बिना कारण होने वाला दर्द आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर हार्ट अटैक से पहले ही डॉक्टर इसका पता लगा लें, तो मरीज को बचाने की संभावना 95% से ज्यादा बनी रहती है। आमतौर पर हार्ट अटैक का मुख्य संकेत सीने में तेज दर्द को माना जाता है। मगर कई बार ये दर्द आपको भुजाओं, कंधों, गर्दन, पीठ और जबड़ों में भी महसूस हो सकता है।
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एसिड रिफ्लक्स
एसिड रिफ्लक्स आपके पाचन से जुड़ी समस्या है, जिसके कारण कई बार आपको अपने सीने में जलन महसूस होती है। मगर एसिड रिफ्लक्स के प्रभाव को सिर्फ सीने तक मान लेना आपकी भूल हो सकती है क्योंकि कई बार इसके कारण आपको अपने गर्दन के हिस्से में भी दर्द और जलन जैसा महसूस हो सकता है। दरअसल आहार नली आपके गर्दन से शुरू होकर आपके पाचनतंत्र तक जाती है। ऐसे में कई बार एसिड बढ़ने पर ये आपकी गर्दन तक भी पहुंच सकता है।
कैंसर का संकेत
आपके गर्दन के अगले हिस्से में बहुत सारे महत्वपूर्ण एलिमेंट्स होते हैं, जैसे- मसल्स, कार्टिलेज, लिगामेंट्स, नर्व्स (तंत्रिकाएं), नसें, वायु-नली, लैरिंक्स, फैरिंक्स, लिम्फ नोड्स और ग्लैंड्स (थायरॉइड) आदि। इनमें से कुछ ऐसे एलिमेंट्स हैं जिनमें कैंसर होने की संभावना भी बनी रहती है जैसे- लिम्फ नोड्स, थायरॉइड ग्रंथि, मुंह का हिस्सा आदि। लिम्फ नोड्स के कैंसर को लिम्फोमा कहते हैं, थायरॉइड ग्रंथि के कैंसर को थायरॉइड कैंसर आदि। इसलिए अक्सर गर्दन में बना रहने वाला दर्द गर्दन के किसी हिस्से में पनप रहे कैंसर का भी संकेत हो सकता है।
इपिग्लॉटिटिस (Epiglottitis)
इपिग्लॉटिटिस आपके गर्दन में सामने की तरफ उभरा हुआ हिस्सा होता है, जो कुछ खाते या पीते समय ऊपर-नीचे होते हुए आसानी से देखा जा सकता है। इस इपिग्लॉटिटिस में सूजन के कारण भी कई बार आपको गर्दन दर्द की समस्या हो सकती है। आमतौर पर गर्दन के इस हिस्से में सूजन का कारण गले का कोई इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा कई बार इसका कारण आपकी ही कोई गलती होती है जैसे- बहुत अधिक गर्म चीज खा या पी लेना, एसिडिक चीज खा या पी लेना, कॉस्टिक केमिकलवाली कोई चीज खा लेना।
इपिग्लॉटिटिस में सूजन होने पर आपकी सांस रुक सकती है या खाने पीने में परेशानी हो सकती है, इसलिए ऐसी समस्या होने पर आपको बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
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ठंड या फ्लू के कारण Larynx में सूजन
गर्दन का जिस हिस्से से आपकी आवाज आती है, उसे लैरिंक्स (larynx) कहते हैं। कई बार मौसम बहुत ज्यादा ठंडा होने पर या फ्लू और वायरस की चपेट में आने पर इस लैंरिक्स में सूजन आ जाती है, जिसके कारण आपको दर्द की शिकायत हो सकती है। मेडिकल की भाषा में इस स्थिति को लैंरिंजाइटिस (Laryngitis) कहते हैं।
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