प्रेग्नेंसी का हर चरण व सप्ताह महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है। इसके साथ ही महिलाओं को पेट, स्तनों और जांघों में स्ट्रेच मार्क्स दिखाई देने लगते हैं। इस समय के शरीर में तेजी से बदलाव हो रहे होते हैं। महिलाओं को इस समय कई तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता पड़ती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से आगे जानते हैं 23वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण और भ्रूण के विकास के बारे में।
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण - 23th Week Of Pregnancy Symptoms in Hindi
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं को गर्भावस्था छह माह लगभग पूर्ण होने वाले होते हैं। इस समय तक उनके पेट का आकार भी काफी हद तक बाहर आ चुका होता है। प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह तक बच्चा बाहर की आवाजों को सुनकर अपनी प्रतिक्रिया देने लगता है। प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं को निम्न तरह के लक्षण महसूस होते हैं।
आंखों की रोशनी कम होना
प्रेग्नेंसी में कुछ महिलाओं को देखने की समस्या हो सकती है। इस समय महिलाओं की रोशनी धुंधली हो जाती है। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को हार्मोनल, मेटाबॉलिज्म और फ्लूयड रिटेनशन की वजह से इस तरह की परेशानी हो सकती है। आंखों की रोशनी कम होना कुछ महिलाओं के लिए परेशानी का कारण हो सकता है, इससे महिलाओं को प्री एक्लेमप्सिया, एक्लेमप्सिया और हाइपरहाईरोडिज्म होने की संभावना होती है।
लिनिया नाइग्रा होना
प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में अधिकतर महिलाओं को नाभि से पेट के निचले हिस्से तक जाती हुई एक लाइन दिखाई देती है। प्रेग्नेंसी में हार्मोन का स्तर सामान्य से अधिक होकर मेलेनिन को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से पेट के निचले हिस्से में लाइन बन जाती है। मुख्य रूप से प्रेग्नेंसी में महिलाओं को इस तरह का लक्षण दिखाई देता है। डिलीवरी के बाद करीब एक से दो महीनों में महिलाओं का ये लक्षण सामान्य हो जाता है।
चीजें याद न रहना
कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में चीजें याद रखने में समस्या होने लगती है। दरअसल प्रेग्नेंसी में नींद आने में समस्या, हार्मोनल बदलाव व चिंता की वजह से महिलाओं को इस समय की समस्या हो सकती है। इस सप्ताह में महिलाओं को किसी का नाम याद रखने में या किसी काम को करते समय एकाग्र रहने में परेशानी महसूस हो सकती है। ये लक्षण बेहद ही कम महिलाओं को दिखाई देता है।
शरीर में दर्द होना
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह तक अधिकतर महिलाओं के पेट का आकार बढ़ रहा होता है। साथ ही हार्मोनल बदलावों की वजह से महिलाओं का वजन बढ़ चुका होता है। इसकी वजह से महिलाओं को शरीर में दर्द महसूस होना लगता है। इसके साथ ही कुछ महिलाओं को हल्का सिर दर्द भी होने लगता है। इस तरह की समस्या होने पर महिलाओं को गुनगुने पानी से स्नान करना चाहिए। इसके साथ मालिश करने से भी इस समस्या में आराम मिलता है। यदि महिलाओं को सिर दर्द महसूस हो तो उन्हें लेटकर माथे पर ठंडी पट्टियां लगानी चाहिए।
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले अन्य लक्षण
- पैरों में ऐंठन
- पेट में सूजन आना
- पेट का आकार तेजी से बढ़ना
- नाक से खून आना
- बवासीर की समस्या होना
- कब्ज और पेट फूलने की समस्या होना।
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में भ्रूण का विकास - Fetus Development During 23th Week Of Pregnancy in Hindi
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह का भ्रूण का वजन करीब 500 ग्राम तक हो जाता है। इस समय तक भ्रूण के शरीर पर हल्के हल्के बाल उग जाते हैं। महिलाएं इस तरह के बदलाव को अल्ट्रासाउंड में भी देख सकती हैं। इस सप्ताह तक भ्रूण के फेफड़े भी विकसित हो रहे होते हैं। इस समय तक बच्चा सांस लेने की गति को महसूस करने लगता है। इस सप्ताह तक बच्चा तेजी से गर्भ में घूमना शुरू कर देता है।
विशेष सूचना - किसी भी तरह के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में पूछे जानें वाले कुछ सामान्य प्रश्न - FAQ’s for Week-by-Week Stages of Pregnancy In Hindi
23वें सप्ताह की प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कैसा महसूस होता है?
प्रेग्नेंसी के 23वें सप्ताह में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इस सप्ताह में महिलाओं को भूख ज्यादा लगती है। साथ ही उनके पेट का आकार भ्रूण के विकास की वजह से बड़ा हो जाता है। इस समय तक भ्रूण के फफड़े तेजी से विकसित हो रहे होते हैं। साथ ही वह पहले की अपेक्षा गर्भ में अधिक बार घूमने लगता है।
गर्भ में पल रहा बच्चा रात के समय अधिक किक क्यों करता है?
प्रेग्नेंसी के इस सप्ताह तक अधिकतर महिलाओं को दिन की अपेक्षा रात के समय बच्चे की किक अधिक महसूस होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चा रात के बाहर को माहौल शांत होने पर अधिक एलर्ट हो जाता है।
क्या गर्भ में बच्चा रोता है?
जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी का समय बढ़ता है, गर्भ में बच्चा भी तेजी से बड़ा होने लगता है। गर्भ से बाहरी दुनिया के लिए तैयार होते समय बच्चा रोना भी गर्भ में ही सीखता है। लेकिन इससे महिलाओं को घबराने की आवश्यकता नहीं होती है।