प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास निरंतर जारी रहता है। इस समय भी महिलाओं के गर्भाशय का आकार बढ़ रहा होता है। दरअसल गर्भ में पल रहा बच्चा के बढ़े होने और उसके द्वारा गर्भ के आकार को बढ़ा करने की वजह से कुछ महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस सप्ताह में कई महिलाओं को सीने में जलन व पाचन क्रिया में परेशानी के लक्षण महसूस होते हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षणों और बच्चे के विकास के बारे में।
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण - 17th Week Of Pregnancy Symptoms in Hindi
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह महिलाओं का शरीर भ्रूण के आकार होने वाली वृद्धि के लिए स्थान बना रहा होता है। ऐसे में उनके पेट के आकार में निरंतर बदलाव हो रहा होता है। इस सप्ताह तक अधिकतर महिलाएं गर्भ में पल रहे बच्चे के हिलने, लात मारने और घुमने को महसूस करने लगती हैं। आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में।
त्वचा पर पिगमेंटेशन होना
प्रेग्नेंसी में त्वचा पर बदलाव होने लगते हैं। सप्ताह दर सप्ताह महिलाओं को कई तरह के लक्षण महसूस होते हैं। प्रेग्नेंसी के इस पड़ाव तक अधिकतर महिलाओं के चेहरे पर हल्के भूरे या काले रंग के धब्बे होने लगते हैं। मेलाज्मा की वजह से ये बदलाव होता है। कुछ अध्ययन में पता चलता है कि ये लक्षण गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है। इस समस्या से बचाव के लिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा समय धूप में नहीं बिताना चाहिए। ऐसे में आप बाहर निकलते समय चेहरे को ढक लें या सनस्क्री का इस्तेमाल अवश्य करें।
पाचन संबंधी समस्या होना
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में महिलाओं को पाचन संबंधी समस्या होती हैं। इस समय महिलाओं को सीने में जलन और पाचन ठीक से न होने की परेशानी झेलनी पड़ सकती है। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को इस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। इस सप्ताह में सीने में जलन होने पर महिलाओं को खाने का एसिड मुंह में आता हुआ महसूस होता है। इस समस्या से बचने के लिए महिलाओं को थोड़ा-थोड़ा खाने की आदत डालनी चाहिए।
गैस व कब्ज की समस्या
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पाचन संबंधी समस्या होने पर गैस व कब्ज की परेशानी का भी सामना करना होता है। इससे लक्षण को कम करने के लिए महिलाओं को अपनी डाइट में बदलाव करने चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शरीर में हार्मोनल बदलावों की वजह से कई तरह के लक्षण महसूस होते हैं। जिसमें महिलाओं को गैस व कब्ज की परेशानी होने लगती है।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह तक कुछ महिलाओं को पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है। दरअसल सायटिक नर्व की वजह से महिलाओं को इस तरह का लक्षण महसूस होता है। ये नस रीढ़ की हड्डी से पैर की तरफ जाती है, जब महिला प्रेग्नेंसी में ज्यादा देर तक खड़ी रहती है या एक ही जगह बैठी रहती हैं तो इस नस पर दबाव पड़ता है। इस दबाव की वजह से नस में दर्द होने लगता है। इस तरह का दर्द होने पर महिलाओं को एक ही जगह पर ज्यादा देर तक खड़े होने या बैठने से बचना चाहिए। साथ ही प्रेगनेंट महिला को लेटते समय पैरों के बीच में तकिया लगाकर लेटना या सोना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले अन्य लक्षण
- मसूड़ों में दर्द और सूजन होना
- सिरदर्द होना
- नाक से खून आना
- पैरों में तेज दर्द
- बालों का घना और चमकदार होना
- पैरों और हाथों में सूजन आना
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में भ्रूण का विकास - Fetus Development During 17th Week Of Pregnancy in Hindi
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह तक गर्भ में भ्रूण का विकास करीब 150 ग्राम तक पहुंच जाता है। इस सप्ताह तक बच्चा गर्भ में बाहर की ध्वनियों पर प्रतिक्रिया करने लगता है। इसके साथ ही वह मुंह को खोलने व बंद करने में सक्षम हो जाता है। साथ ही बच्चे के नाखून तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसके साथ ही बच्चे की मांसपेशियां का निर्माण हो प्रारंभ हो जाता है, जिससे आगे चलकर उसके शरीर का तापमान संतुलित बना रहेगा।
विशेष सूचना - किसी भी तरह के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न - FAQ’s for Week-by-Week Stages of Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी के स्ट्रेच मार्क्स कब से होते हैं?
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह तक कुछ महिलाओं के पेट का आकार तेजी से बाहर की ओर आने लगता है। इस समय तक कुछ महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। ऐसे में महिलाओं को परेशान नहीं होना चाहिए। स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से लोशन लेना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में क्या नहीं करना चाहिए?
महिलाओं को प्रेग्नेंसी के 17वें सप्ताह में अपने खानपान और अन्य आदतों पर विशेष ध्यान देना होता है। इस समय महिलाओं को भूखा नहीं रहना चाहिए। इससे बच्चे का विकास चक्र प्रभावित होता है। साथ ही शराब व धूम्रपान से दूर रहना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। इससे महिलाएं कई तरह की समस्याओं से बची रहती हैं।
प्रेग्नेंसी में बवासीर को कैसे कम किया जा सकता है?
प्रेग्नेंसी में बवासीर होना एक आम लक्षण है। जिन महिलाओं को पहले बवासीर हो चुकी है उनको दूसरी प्रेग्नेंसी में भी बवासीर होने की संभावना अधिक होती है। पेट के निचले हिस्से में दबाव की वजह से इस तरह की परेशानी हो जाती है। लेकिन महिलाओं को इस समय अधिक फाइबर युक्त आहार लेना चाहिए। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। अगर समस्या ज्यादा हो तो डॉक्टर से मिलकर सही सुझाव लेना चाहिए।