महिलाओं के जीवन में प्रेग्नेंसी एक सुखद और महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह तक महिलाएं अपनी गर्भावस्था के करीब आधे पड़ाव पर पहुंचने वाली होती हैं। इस समय तक महिलाओं को बच्चे की हलचल महसूस होने लगती है। जिन महिलाओं को ऐसा महसूस नहीं होता वह जल्द ही गर्भ में पल रहे बच्चे की हलचल को महसूस करने लगती हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण व बच्चे के विकास के बारे में।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण - 16th Week Of Pregnancy Symptoms in Hindi
प्रेग्नेंसी का हर सप्ताह महिलाओं के लिए खास होता है। सप्ताह दर सप्ताह महिलाएं कई तरह के बदलावों को महसूस करती हैं। साथ ही वह बच्चे के साथ जुड़कर जल्द ही डिलीवरी का इंतजार करने लगती हैं। इस समय महिलाओं को पहले की अपेक्षा अधिक नींद आती है। इसके अलावा महिलाएं अपने शरीर में पहले तीन महीनों की तुलना अधिक स्फुर्ति और शक्ति को महसूस करती हैं। इसके साथ ही महिलाओं को प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में निम्न तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।
कब्ज की समस्या होना
कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस दौरान उनकों मल त्याग करने में परेशानी होती है। साथ ही पेट में दर्द की भी शिकायत होती है। प्रेग्नेंसी के इस सप्ताह में महिलाओं को पेट फूलने की परेशानी भी होती है। लेकिन कुछ आदतों में बदलाव कर महिलाएं इस समस्या को कम कर सकती हैं। कब्ज की समस्या होने पर प्रेगनेंट महिलाओं को डाइट में फ्रूट, सब्जियां, बीन्स व दालों को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही उच्च फाइबर युक्त आहार को डाइट में शामिल करने से कब्ज की समस्या में आराम मिलता है।
त्वचा में बदलाव होना
प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं के शरीर में रक्त प्रवाह तेजी से होने लगता है। जिसका प्रभाव उनकी त्वचा पर पड़ता है और वह पहले की तुलना में अधिक चमकदार बनती है। कुछ लोग इसे प्रेग्नेंसी ग्लो का नाम देते हैं। दरअसल प्रेग्नेंसी के इस सप्ताह में महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों की वजह से स्किन तैलीय और चमकदार हो जाती है। यदि महिलाओं की त्वचा ज्यादा तैलीय हो जाए तो उनको ऑयल फ्री क्लींजर का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे त्वचा में ऑयल की वजह से अन्य परेशानियां नहीं होती है।
सीने में जलन होना
प्रेग्नेंसी के इस सप्ताह में यदि महिलाओं को सीने में जलन की समस्या हो तो उनको अपनी डाइट पर ध्यान देना चाहिए। उनको इस बात का पता लगाना चाहिए कि किस भोजन की वजह से उनको इस तरह की परेशानी हो रही है। साथ ही इस समय उनको अधिक तले व भूने आहार नहीं खाने चाहिए। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को ऐसे आहार लेने चाहिए जिनकी वजह से उनको किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
पैरों की नसें दिखना
प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। साथ ही हार्मोन्स की वजह से गर्भावस्था में महिलाओं की नसें चौड़ी हो जाती हैं। जिसकी वजह से उनको वैरिकोज वेन्स की समस्या हो जाती है। ये लक्षण कुछ महिलाओं को दिखाई दे सकता है। लेकिन इस स्थिति से बचाव के लिए महिला को अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान पैरों को स्ट्रेच करने वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे उनको प्रेग्नेंसी में पैरों में दर्द नहींं होगा।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले अन्य लक्षण
- नाक से खून आना
- वजन में तेजी से बढ़ोतरी
- बवासीर की समस्या होना
- चीजों को भूलना व आदि।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में भ्रूण का विकास - Fetus Development During 16th Week Of Pregnancy in Hindi
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में गर्भ में भ्रूण तेजी से बड़ा हो रहा होता है। इस सप्ताह तक बच्चा गर्भ में हिलना शुरू कर देता है। इसके साथ ही भूर्ण की मूत्र प्रणाली भी कार्य करने लगती है। 16वें सप्ताह की प्रेग्नेंसी तक बच्चे का वजन करीब 100 ग्राम तक पहुंच जाता है। इस सप्ताह तक बच्चे के चेहरे पर आंख व कान अपनी स्थिति में आ चुके होते हैं। लेकिन बच्चा का मांसपेशियों पर कंट्रोल नहीं होता है। इसके अलावा बच्चे का तंत्रिका तंत्र भी विकसित हो रहा होता है।
विशेष सूचना - किसी भी तरह के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह से जुड़ें कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न - FAQ’s for Week-by-Week Stages of Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को क्या करना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए एल्फा फेटल प्रोटीन (AFP) की टेस्ट करने की सलाह दी जा सकती है। इस समय न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की समस्या की संभावना बनी रहती है। न्यूरव ट्यूब डिफेक्ट बच्चे के रीढ़ व मस्तिष्क से जुड़ी समस्या होती है। जिसको स्पाइन बिफिडा भी कहा जाता है।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में स्वस्थ गर्भावस्था के क्या लक्षण हैं?
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को नाक से खून आना, त्वचा में बदलाव आना, पीठ में दर्द होना व हल्की थकान महसूस हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ प्रेग्नेंसी के ये मुख्य लक्षण हो सकते हैं।
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को पेट में कैसा महसूस होता है?
प्रेग्नेंसी के 16वें सप्ताह में महिलाओं को पेट में हल्की हलचल महसूस हो सकती है। हालांकि इस समय तक यदि कुछ भी महसूस न हो तो भी महिलाओं को चिंतित नहीं होना चाहिए। जो महिलाएं पहली बार गर्भधारण करती हैं उनको 18 से 22वें सप्ताह तक पेट में किसी भी तरह की हलचल महसूस नहीं होती है। जबकि कुछ महिलाओं को सेकेंड ट्राईमेस्टर के शुरूआती दौर में ही बच्चे के हिलना महसूस हो जाता है।
क्या 16वें सप्ताह की प्रेग्नेंसी में बच्चा गर्भ में सोता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चा अपना अधिकतर समय सोते हुए ही बिताता है। इसलिए ऐसा कहना सही होगा कि बच्चा 16वें सप्ताह में गर्भ में सोता है।