प्रेग्नेंसी के दौरान दस्त (डायरिया) की समस्या क्यों होती है? जानें इससे बचने के उपाय

प्रेग्नेंसी में कुछ महिलाओं को दस्त की समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं इसके कारण और बचाव का तरीका।   
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प्रेग्नेंसी के दौरान दस्त (डायरिया) की समस्या क्यों होती है? जानें इससे बचने के उपाय

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय महिलाओं को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिलाओं को कब्ज और दस्त की समस्या हो सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक करीब एक तिहाई प्रेग्नेंट महिलाओं को इस तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इस दौरान दिन में तीन या अधिक बार मल त्याग करना दस्त या डायरिया का लक्षण होता है। ऐसे में महिलाओं को पेट में हल्का दर्द या ऐंठन महसूस हो सकती है। प्रेग्नेंसी में दस्त की समस्या बैक्टीरिया या वायरल इंफेक्शन की वजह से होती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से जानते हैं कि इस दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं। साथ ही, इसका बचाव कैसे किया जा सकता है। 

प्रेग्नेंसी में दस्त के कारण क्या होते हैं? - What Causes Diarrhea During Pregnancy In Hindi

प्रेग्नेंसी में महिलाओ को हार्मोनल और अन्य बदलाव से गुजरना पड़ता है। हार्मोन में बदलाव से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में भी बदलाव हो सकते हैं। 

हार्मोन में बदलाव

महिलाओं के शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन्सी (prostaglandinsi) के अधिक लेवल की वजह से दस्त की समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कई हार्मोन पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं, जिससे दस्त हो सकते हैं।

डाइट में बदलाव

कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के समय अपनी डाइट में बदलाव कर लेती हैं। डाइट में हुए अचानक बदलाव की वजह से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट संवेदनशील हो सकता है, जिसकी वजह से कुछ महिलाओं को दस्त की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह समस्या गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में देखने को मिलती है। 

जंक फूड खाने की इच्छा 

प्रेग्नेंसी में अधिकतर महिलाओं को जंक फूड खाने की तीव्र इच्छा होती है। जब महिलाएं जंक फूड खाती है, तो उनका पेट खराब हो सकता है। ऐसे में भी उनको दस्त हो सकते हैं। 

diahrrea during pregnancy

स्ट्रेस 

पहली बार प्रेगनेंट होने वाली महिलाओं को प्रेग्नेंसी और डिलीवरी को लेकर कई तरह की चिंताएं सताने लगती है। इन चिंताओं के कारण उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। यह हार्मोनल बदलाव दस्त का भी एक संभावित कारक बन सकते हैं। 

दवाओं की वजह से दस्त 

प्रेग्नेंसी में दस्त, उल्टी, जी मिचलाना, एसिडिटी होना एक आम समस्या है। यह लक्षण पहली तिमाही में सामने आते हैं। इनको कम करने के लिए कई बार डॉक्टर कुछ दवाएं देते हैं। इन दवाओं की वजह से भी प्रेग्नेंसी के समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

प्रेग्नेंसी के संभावित कारणों के अलावा कुछ अन्य कारक भी दस्त की वजह हो सकते हैं। विषाक्त भोजन, वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन, क्रोहन रोग और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम को भी प्रेग्नेंसी में दस्त की वजह माना जा सकता है। 

प्रेग्नेंसी में दस्त का बचाव कैसे करें - Prevention Tips For Diarrhea During Pregnancy In Hindi 

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। दस्त होने पर इलेक्ट्रोलाइट्स कम हो सकते हैं।
  • इस दौरान हल्का आहार लें। संतुलित आहार और सुपाच्य भोजन से पेट को आराम मिलता है। 
  • इस दौरान महिलाएं हल्की एक्सरसाइज कर सकती है। 
  • नींबू और अदरक का सेवन करने से पेट का आराम को मिलता हैं। 

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इस दौरान पेट संबंधी समस्या होने पर आपको डाइट में विशेष ध्यान देना चाहिए। दस्त को रोकने के लिए खुद से किसी भी तरह की दवा का सेवन न करें। इससे बच्चे पर दुष्प्रभाव हो सकता है। अगर, ज्यादा समस्या हो रही है, तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें। 

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