प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए एक सुखद अनुभव हो सकता है। लेकिन इस समय महिलाओं को कई तरह की शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरना पड़ सकता है। इस दौरान प्रेग्नेंसी के हर चरण में महिलाओं को अलग-अलग तरह के लक्षणों को सामना करना पड़ता है। पहले चरण में भ्रूण के विकास के चलते महिलाओं का हार्मोनल बदलाव तेजी से होता है। वहीं, दूसरी और तीसरी तिमाही में कुछ महिलाओं को डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है। इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली डायबिटीज को जेस्टेशनल डायबिटीज के नाम से जाना जाता है। जो प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मुश्किलों को बढ़ा सकते हैं। अशोक नगर स्थित साईं पॉलिक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं प्रेग्नेंसी में डायबिटीज से बचाव करने के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए।
प्रेग्नेंसी में डायबिटीज से बचने के उपाय - Prevention Tips For Gestational Diabetes During Pregnancy in Hindi
प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है। जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी में पहली बार डायबिटीज होती है, उनको अन्य तरह की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान महिलाओं के रक्त में शुगर का लेवल बढ़ जाता है। हालांकि, यह समस्या डिलीवरी के बाद अपने आप ही सामान्य हो जाती है। आगे जानते हैं जेस्टेशनल डायबिटीज से बचाव के क्या उपाय होते हैं।
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डाइट में करें बचाव
प्रेग्नेंसी में फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से डायबिटीज के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इस समय महिलाओं को अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों का सेवन अधिक करना चाहिए। इसके लिए महिलाएं डायटीशियन की मदद ले सकती हैं।
एक्सरसाइज पर दें ध्यान
प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ महिलाएं शारीरिक गतिविधियों को कम कर देती हैं। वहीं, दूसरी ओर वह ज्यादा घी आदि का सेवन करने लगती है। जिससे शरीर का मोटापा बढ़ने लगता है। ऐसे में डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए एक्सरसाइज करें। जिससे आपके शरीर के हार्मोनल बदलाव संतुलित रहते हैं।
वजन को करें कंट्रोल
प्रेग्नेंसी में वजन को कंट्रोल में रखना बेहद आवश्यक होता है। वजन बढ़ने की वजह से आपके शरीर में कई तरह के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बच्चे के विकास पर भी प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन, इस समय किसी भी तरह के रोग से बचाव के लिए आपको सबसे पहले वजन को कंट्रोल रखने की सलाह दी जाती है।
कोल्ड ड्रिंक व शुगर का सेवन कम करें
प्रेग्नेंसी के समय कुछ महिलाओं को आइसक्रीम खाने की क्रेविंग होती है। अगर, आप रोजाना अधिक मात्रा में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक और चीनी से बनी चीजों का सेवन करती हैं, तो इससे डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है।
ध्रूमपान और शराब का सेवन सीमित करें
प्रेग्नेंसी के समय ध्रूमपान और शराब का सेवन अधिक करने से महिला व बच्चे दोनों को ही कई तरह के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। शराब के नियमित सेवन से हार्मोनल बदलाव तेजी से होता है और आपको डायबिटीज होने के संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए शराब और सिगरेट से दूरी बनाएं।
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प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को अपने बच्चे के लिए कई तरह की सावधानियों को बरतने की सलाह दी जाती है। इस समय डायबिटीज से बचने के लिए शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं और डाइट में आवश्यक बदलाव करें। साथ ही, शुगर लेवल को मॉनिटर करते रहें, इससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।