Yoga Poses to Improve Egg Quality: गर्भवती होने के लिए महिलाओं में एग क्वालिटी का अच्छा होना बहुत जरूरी होता है। लेकिन 35 साल की उम्र के बाद अंडे की गुणवत्ता खराब होने लगती है। ऐसे में महिलाओं को गर्भधारण करने में काफी मुश्किल होती है। इस स्थिति में जब महिलाएं कंसीव नहीं कर पाती हैं, तो कई कपल आईवीएफ का सहारा लेते हैं। लेकिन आईवीएफ के दौरान भी एग की क्वालिटी का बेहतर होना जरूरी होता है। क्योंकि आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान भी अंडे और शुक्राणु को निषेचित करके ही गर्भाशय में डाला जाता है। ऐसे में जब एग की क्वालिटी खराब होती है, तो आईवीएफ सफल नहीं हो पाता है। अगर आप भी आईवीएफ लेने का सोच रही हैं, तो अंडे की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए योग का सहारा ले सकती हैं। रोजाना योग करने से एग क्वालिटी में काफी सुधार हो सकता है। आजकल कई कपल संतान सुख प्राप्त करने के लिए आईवीएफ का सहारा ले रहे हैं। इसके प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 25 जुलाई को विश्व आईवीएफ दिवस (World IVF Day) मनाया जाता है। ओन्लीमाईहेल्थ का भी #KhushKhabriWithIVF कैंपेन चल रहा है, जिसमें आपको आईवीएफ से जुड़े तरह-तरह के लेख पढ़ने को मिलेंगे। इस लेख में हम आपको एग क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए आईवीएफ से पहले कौन-से योगासन करने चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। तो आइए, जानते हैं हठ योग एक्सपर्ट प्रियंका सिंह से-
1. सुप्त बुद्ध कोणासन- Supta Baddha Konasana
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- अब दोनों घुटनों को मोड़ें और तलवों को आपस में जोड़ लें।
- इस दौरान सांस छोड़ते हुए पेल्विक एरिया को स्ट्रेच करें।
- अपने हाथों को सीधा रखें और रिलैक्स करें।
- इस अवस्था में 1 से 5 मिनट तक रह सकती हैं।
- फिर सांस लें और घुटनों को उठाएं।
- इसके बाद आप अपनी पहली वाली पोजिशन में वापस आ जाएं।
2. मलासन- Malasana
- इस आसन को करना बेहद आसान होता है।
- इसे करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अब सांस लेते हुए पेट को अंदर की तरफ खीचें।
- अपने दोनों हाथों को नमस्ते की मुद्रा में लाएं।
- अब सांस छोड़ते हुए घुटनों के बल बैठ जाएं।
- इस दौरान अपनी जांघों को फैलाएं।
- अपनी कोहनियों को घुटनों के साथ में रखें।
- अब इस पोजिशन में कुछ देर रहें। फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।
- आप इस आसन को 3-5 बार दोहरा सकती हैं।
3. सेतुबंधासन- Setubandhasana
- सेतुबंधासन करने के लिए आप योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और तलवों को जमीन पर रखें।
- अब कंधों, पीठ, कमर, हिप्स और पैरों को ऊपर उठाएं।
- इसके बाद हाथों से दोनों पैरों को पकड़ लें।
- इस अवस्था में लंबी सांस लें और छोड़ें।
- आप इस पोजिशन में 20-30 सेकेंड तक रुक सकती हैं।
- अच्छे रिजल्ट के लिए इस आसन का अभ्यास 3-5 बार दोहरा सकती हैं।

4. भुजंगासन- Bhujangasana
- भुजंगासन पेट के बल किया जाने वाला एक आसन है।
- इसके लिए आप योग मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
- दोनों पैरों के बीच थोड़ी-सी दूरी बनाकर रखें।
- अपने हाथों को कंधों के साथ में रखें।
- अब गहरी सांस लेते हुए हाथों पर जोर डालें और छाती को ऊपर उठाएं।
- इस दौरान नाभि तक के हिस्से को ऊपर उठाएं।
- 30-50 सेकेंड तक इस अवस्था में रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
- आप इस आसन को 3 से 5 बार दोहरा सकती हैं।