Yoga Poses for Gallstone Pain Relief: पित्ताशय या गॉलब्लैडर शरीर का छोटा सा हिस्सा या अंग है। इसका स्थान लिवर के पीछे होता है। पित्ताशय का आकार नाशपाती की तरह होता है। पित्ताशय का मुख्य काम पित्त या डाइजेस्टिव फ्लूइड को एकत्रित करना है। जब बाइल या पित्त के स्ट्रक्चर में केमिकल असंतुलन होता है, तो पित्ताशय में पथरी (Gallbladder Stone) हो सकती है। गॉलब्लैडर में स्टोन का आकार मटर के दाने जितना हो सकता है या उसका साइज एक गोल्फ बॉल जितना बड़ा भी हो सकता है। गॉलब्लैडर में स्टोन होने पर डॉक्टर सर्जरी की मदद से गॉल ब्लैडर को निकाल देते हैं। इससे मरीज को दर्द से आराम मिलता है। हालांकि गॉलब्लैडर निकल जाने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। गॉलब्लैडर के बिना खाना पचाने में थोड़ी मुश्किल होती है। गॉलस्टोन्स का दर्द कम करने के लिए कुछ आसान योगासन की मदद ले सकते हैं। ये योगासन पित्त में पथरी के दौरान, दर्द को कंट्रोल करने में मदद करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक के योगा एक्सपर्ट डॉ रवींद्र कुमार श्रीवास्तव से बात की।
पित्त की पथरी का दर्द कम करने वाले योगासन- Yoga Poses for Gallstone Pain Relief
पित्त की पथरी का दर्द कम करने के लिए ज्यादा तले-भुने खाने का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा फैट्स का सेवन करने से बचें। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लेने के अलावा आप इन योगासन की मदद ले सकते हैं-
1. भुजंगासन से दूर करें पित्त की पथरी का दर्द- Bhujangasana or Cobra Pose
भुजंगासन की मदद से गॉलस्टोन्स का दर्द कम करने में मदद मिलती है। भुजंगासन की मदद से बैक और शरीर के ऊपरी भाग को मजबूती मिलती है। भुजंगासन करने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करें-
- पेट के बल जमीन पर लेट जाएं।
- दोनों हथेलियों को जांघ के पास जमीन पर रखें।
- हाथों को कंधे के बराबर लेकर जाएं और हथेलियों को फर्श की तरफ रखें।
- अब शरीर का वजन हथेलियों पर डालें और सांस अंदर खींचें।
- सिर को उठाकर पीठ की तरफ खींचें।
- छाती को आगे की तरफ निकालें।
- इस स्थिति में करीब 30 सेकेंड तक रखें।
- सामान्य तरह से सांस लेते रहें।
- अब सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
- इस आसन को अपनी क्षमता अनुसार करें।
2. सर्वांगासन से कम करें पित्त की पथरी का दर्द- Sarvangasana or Shoulder Stand Pose
सर्वांगासन को शोल्डर स्टैंड के नाम से भी जाना जाता है। गॉलब्लैडर के फंक्शन को इंप्रूव करने के लिए सर्वांगासन करना फायदेमंद माना जाता है। सर्वांगासन को इस तरह से करें-
- पीठ के बल लेट जाएं।
- दोनों हाथ शरीर के साथ रखें और हथेलियां नीचे की ओर रखें।
- टांगों को सीधे हवा में ऊपर की तरफ उठाएं।
- टांगों को सिर की तरफ मोड़ें।
- इस आसन में कंधे, रीढ़ की हड्डी और हिप्स एक सीध में आ जाएंगे।
- इसी स्थिति में 30 सेकेंड तक बने रहें।
- अब रीढ़ को धीरे-धीरे नीचे की ओर लेकर जाएं।
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3. पित्त की पथरी का दर्द कम करे धनुरासन- Dhanurasana or Bow Pose
धनुरासन की मदद से पित्त की पथरी का दर्द कम होता है। इस आसन को करने से बैक और एब्डॉमिन मसल्स को मजबूत करने में भी मदद मिलती है। धनुरासन करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें-
- पेट के बल लेट जाएं और पैरों को सटाकर हाथों के पास रखें।
- अब घुटनों को मोड़ें और हाथों से टखने को पकड़ें।
- सांस को भीतर की ओर खींचें और सीने को उठाएं।
- जांघों को जमीन से ऊपर उठाएं और हाथों से पैरों को खीचें।
- इस आसन को करने के दौरान गहरी और लंबी सांस लेते रहें।
- करीब 15-20 सेकेंड के बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।
ओनलीमायहेल्थ किसी भी तरह, पित्त की पथरी का दर्द इन योगासन की मदद से दूर करने का दावा नहीं करता। पित्त की पथरी का इलाज डॉक्टर से सलाह लेकर करवाएं। इलाज के साथ इन योगासन को करना फायदेमंद रहेगा। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।