World Sight Day in Hindi: आजकल के खराब लाइफस्टाइल के चलते न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, बल्कि लोगों के देखने की क्षमता पर भी इसका असर पड़ रहा है। इसके पीछे स्मार्टफोन के इस्तेमाल को भी एक बड़ी वजह माना जाता है। आज के समय में युवा आंखों की समस्या से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। हर साल 10 अक्टूबर को दुनियाभर में विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाकर दृष्टि से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है और आंखों की रोशनी बढ़ाने की टिप्स शेयर की जाती हैं। इस दिवस को मनाकर लोगों का ध्यान आंखों की समस्याओं की ओर आकर्षित किया जाता है ताकि आंखों की रोशनी को कम होने से रोका जा सके।
विश्व दृष्टि दिवस का इतिहास (World Sight Day History)
विश्व दृष्टि दिवस मनाने का प्रस्ताव पहली बार साल 1990 में रखा गया था। सबसे पहले साइटफर्स्ट की स्थापना की गई थी। इसे स्थापित करने के पीछे का उद्देश्य अंधेपन से निपटने के बारे में बताना था। कुछ समय तक इसे मनाने के बाद इसका नाम बदलकर विश्व दृष्टि दिवस रख दिया गया था। जिसके बाद हर साल दुनियाभर में विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाने लगा था। इस दिन जगह-जगह पर आंखों के कैंप और एग्जिबिशन लगाए जाते हैं, जिससे आंखों से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सके।
विश्व दृष्टि दिवस का महत्व (World Sight Day Significance)
विश्व दृष्टि दिवस मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य लोगों को विजन और आंखों से जुड़ी समस्या के प्रति जागरूक करना है। इस दिन को मनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस दिवस को लेकर जागरूक किया जाता है। इस दिन स्वास्थ्यकर्मी और हेल्थ सेक्टर से जुड़े लोग जगह-जगह पर कैंप का आयोजन करके लोगों को अंधेपन से बचने के तरीके बताते हैं। साथ ही साथ इस दिन को मनाकर आंखों के मरीजों का उत्साह बढ़ाया जाता है।
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विश्व दृष्टि दिवस की इस साल की थीम (World Sight Day Theme)
विश्व दृष्टि दिवस की इस साल की थीम मुख्य रूप से बच्चों के लिए रखी गई है। इस साल की थीम "Children love your eyes" यानि बच्चों को अपनी आंखों से प्यार करने पर है। इस थीम के जरिए बच्चों की आंखों को हेल्दी रखने और नजर तेज करने पर जोर दिया जा रहा है।