
World Diabetes Day 2025: डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर मैनेज करना आसान नहीं होता। हर छोटी-बड़ी चीज का शुगर स्पाइक पर फर्क पड़ता है यानी कि आप जो भी खा रहे हैं या आपकी डाइजेशन कैसी है इसका आपके शुगर लेवल पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आज हम एक ऐसी सब्जी की बात करेंगे जिसका सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है जैसे कि जिमीकंद। सर्दियों में आने वाली इस सब्जी का सेवन आपके शुगर लेवल को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है लेकिन कैसे? जानते हैं मिस अंजलि तिवारी, सीनियर डाइटिशियन अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, कानपुर से। साथ ही हम जानेंगे कि जिमीकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है? जिमीकंद में शुगर और कैलोरी कितनी होती है?
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डायबिटीज में जिमीकंद क्यों खाएं-Why we should have Jimikand in Diabetes
डाइटिशियन अंजलि तिवारी बताती हैं कि डायबिटीज के मरीजों के लिए जिमीकंद (Yam) एक बेहतरीन और हेल्दी सब्जी मानी जाती है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। जिमीकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 35-77 के बीच होता है। 100 ग्राम जिमीकंद में कैलोरी की बात करें तो इसमें लगभग 118 से 155 किलो कैलोरी होती है और 25-37 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। इन तमाम कारकों को देखते हुए आप अपनी डाइट में इस सब्जी को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा डायबिटीज में जिमीकंद खाने के फायदे (Jimikand benefits in Diabetes) कई हैं।
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शुगर के अवशोषण को धीमा करता है
जिमीकंद शरीर में शुगर के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल अचानक नहीं बढ़ता। दरअसल, डायबिटीज के मरीजों को अपने शुगर स्पाइक का खास ध्यान रखना होता है क्योंकि अचानक बढ़ता शुगर आपके शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसी स्थिति में फाइबर से भरपूर जिमीकंद खाना पाचन क्रिया को तेज करने के साथ आपको कई समस्याओं से बचा सकता है।
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इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारने में मददगार
जिमीकंद में मौजूद रेसिस्टेंट स्टार्च और कंप्लेक्स कार्बोहाइड्रेट इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारते हैं और लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं, जो वजन नियंत्रण में भी मदद करता है। इसका फाइबर पाचन क्रिया को तेज करने के साथ इंसुलिन लेवल को बढ़ाने में मजदगार है। इससे आपको शुगर मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
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सूजन और थकान को कम करने में मददगार
जिमीकंद में पोटैशियम, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं जो डायबिटीज से होने वाली सूजन और थकान को कम करते हैं। इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों में होने वाली कब्ज की समस्या को भी ये कम करने में मददगार है। इसका फाइबर बॉवेल मूवमेंट को तेज करने के साथ कब्ज की समस्या को कम करने में मददगार है।
डायबिटीज में जिमीकंद का सेवन कैसे करें
डायबिटीज में जिमीकंद का सेवन आप कई प्रकार से कर सकते हैं जैसे कि आप इसकी सब्जी खा सकते हैं। आप जिमीकंद को उबालकर इसका चोखा बनाकर खा सकते हैं। इसके अलावा डायबिटीज के मरीज जिमीकंद की चटनी खा सकते हैं।
हालांकि, इसे तला या मसालेदार तरीके से न खाकर उबालकर या हल्का भूनकर खाना बेहतर होता है। हफ्ते में दो बार नियंत्रित मात्रा में जिमीकंद का सेवन डायबिटीज डाइट में एक पौष्टिक और सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है। तो अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो जिमीकंद जरूर ट्राई करें।
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FAQ
डायबिटीज में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
डायबिटीज में आपको फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए जैसे कि आप अपनी डाइट में साबुत अनाज जैसे ज्वार, बाजरा और अंकुरित दालों का सेवन करें। आप अंकुरित मेथी खा सकते हैं जो कि शुगर स्पाइक को कम करने में मददगार है। इसके अलावा आप लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स चीजों का सेवन करें जैसे सेब संतरा, पपीता और पालक जैसी सब्जियां। इसके साथ ही प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड्स के सेवन से बचें। ज्यादा पानी पिएं।क्या डायबिटीज में चावल खा सकते हैं?
डायबिटीज में आप सफेद चावल खाने से बचें क्योंकि ये शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। ये अचानक शुगर स्पाइक का कारण बन सकता है। हालांकि, ब्राउन राइस का सेवन इतना नुकसानदेह नहीं है पर अपने डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।शुगर में कितनी रोटी खानी चाहिए?
शुगर के मरीजों को रोटी हर कुछ घंटे पर छोटे-छोटे मील के रूप में खाना चाहिए। इसके अलावा आप ज्वार और बाजरे की रोटी खा सकते हैं जो कि इस स्थिति में बेहद मददगार है।
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Nov 13, 2025 14:13 IST
Published By : Pallavi Kumari