Why You Should Avoid Bath Toys with Holes: दुनिया के तमाम देशों में हर पेरेंट्स अपने बच्चे को खेलने और मन बहलाने के लिए खिलौने जरूर देते हैं। जैसे-जैसे फैशन और ट्रेंड का जमाना बढ़ रहा है, बच्चों के पास खिलौने की भरमार हो गई है। हमारे जमाने में 1 या 2 खिलौने ही बच्चों के लिए काफी होते थे। पर आजकल के बच्चों के पास बेडरूम, ड्राइंग रूम और बाथरूम तक में अलग-अलग तरह के खिलौने होते हैं। नहाते वक्त पेरेंट्स बच्चों को सिटी बजने वाले और छेद वाले खिलौने देना ज्यादा पसंद करते हैं। मैं खुद अपने बेटे के बाथटब में बत्तख, डोरेमोन और छोटा टेडी डालकर उसे फुसलाया करती थी। लेकिन कुछ वक्त पहले जब मेरे भाई ने खिलौने को काटकर देखा, तो वो हैरान रह गया, तब से मैंने अपने कान पकड़ लिए, चाहे मेरा बेटा कितना भी जिद्द क्यों न करें, मैं उसे छेद वाले खिलौने कभी नहीं देती हूं। आज इस आर्टिकल में मैं आपको बताने जा रही हूं, छोटे बच्चों को छेद वाले खिलौने क्यों नहीं देने चाहिए, इसके बारे में।
बच्चों को खेलने के लिए छेद वाले खिलौने क्यों नहीं देने चाहिए? - Why You Should Avoid Bath Toys with Holes in Hindi
लखनऊ के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करके बताया है कि बच्चों को छेद वाले खिलौने खेलने के लिए क्यों नहीं देने चाहिए। डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि छेद वाले खिलौने के अंदर पानी आसानी से फंस जाता है, जिससे मोल्ड बढ़ जाता है। मोल्ड एक प्रकार का कवक यानि फंगस है। यह नम और हवादार क्षेत्रों में ज्यादा बढ़ जाता है। मोल्ड बीजाणु नामक छोटे कण बनाकर प्रजनन करता है। जब बच्चे ऐसे मोल्ड वाले खिलौनों से खेलते हैं, तो इसके कारण उन्हें श्वास संबंधी और स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा अगर आपका बच्चा मोल्ड वाले खिलौने को दबाता या चबाता है, तो वह हानिकारक बैक्टीरिया और एलर्जी के संपर्क में आ सकता है, जिससे गले में खराश और जलन हो सकती है।
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बच्चों की इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं मोल्ड वाले खिलौने- Molded toys weaken children's immunity
मोल्ड वाले खिलौने से खेलने के कारण बच्चे की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। दरअसल, मोल्ड वाले खिलौने मुंह में लेने से बच्चों के उल्टी, दस्त और पेट खराब की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसके कारण खांसी और बुखार की समस्या भी बार-बार होती है। डॉक्टर के अनुसार, अगर बच्चे को बहुत ही कम दिनों के गैप में एलर्जी और संक्रमण जैसी परेशानियां हो रही हैं, तो यह उसकी इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है। साथ ही, मोल्ड वाले खिलौने से बच्चे के आंख, नाक और कान के इंफेक्शन, खुजली और जलन का कारण बन सकते हैं। आपके बच्चे को मोल्ड के कारण ही आंख, कान और नाक के आसपास खुजली हो रही है या नहीं इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
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बच्चों को किस तरह के खिलौने देने चाहिए?- What kind of toys should be given to children?
डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि बच्चों को हमेशा हाई क्वालिटी मटेरियल से बने हुए खिलौने ही देने चाहिए। बाजार में मिलने वाले कुछ प्लास्टिक के खिलौने जल्दी ही टूट जाते हैं, इन्हें बनाने के लिए लो क्वालिटी मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे खिलौने बच्चों को देने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार, बच्चों के लिए छेद रहित ठोस खिलौने का ही चुनाव करना चाहिए, ताकि गंदगी और बैक्टीरिया उसमें जम न पाएं और बीमारियों का खतरा कम हो। साथ ही, बच्चों के खिलौनों को रोजाना साबुन और पानी से धोना चाहिए।
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