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बड़ा हो गया है बच्चा, फिर भी करता है ब्रेस्टफीडिंग, तो इन टिप्स से छुड़वाएं स्तनपान

शिशुओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य  के लिए मां का दूध स्वस्थ होता है, ऐसे मेंआइए जानते हैं बच्चे को मां का दूध छुड़ाने के लिए क्या करना चाहिए?
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बड़ा हो गया है बच्चा, फिर भी करता है ब्रेस्टफीडिंग, तो इन टिप्स से छुड़वाएं स्तनपान


जन्म के तुरंत बाद से कम से कम 6 महीने तक शिशुओं को मां का ही दूध पिलाने की सलाह दी जाती है। दरअसल, मां के दूध में शिशुओं के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होते हैं, जो उन्हें स्वस्थ रखने और उनके शरीर के बेहतर विकास में मदद करते हैं। इसलिए, माताएं न सिर्फ 6 महीने तक, बल्कि लंबे समय तक अपने शिशु को ब्रेस्टफीड करवाती है। लेकिन कई शिशु ऐसे भी होते हैं, जो 2 या 3 साल या उससे ज्यादा उम्र तक मां का दूध पीना पसंद करते हैं। ऐसे में शिशुओं के लिए मां का दूध छुड़वा पाना थोड़ा मुश्किल होता है। सर्टिफाइड बेबी स्लीप कंसल्टेंट साहिबा मदान ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके शिशुओं को मां का दूध छुड़ाने के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स शेयर किए हैं।  

बच्चे को मां का दूध पिलाना बंद कैसे करें? 

ब्रेस्टमिल्क न कराने के फैसले पर टिके रहना

एक बार अगर आप इस बात को तय कर लें कि अब आपको अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड कराना बंद कर देना है, तो आपको अपने निर्णय पर अटल रहने की जरूरत है। छोटे बच्चे अपनी मर्जी से काम करवाने के लिए नखरे दिखा सकते हैं, रोना, चिल्लाना, ब्रेस्टमिल्क के अलावा कुछ ओर न लेना जैसी आदतें आपको उन्हें ब्रेस्टफीड दोबारा कराने में मजबूर कर सकती हैं, इसलिए आप अपने निर्णय पर कायम रहने की कोशिश करें। 

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बच्चे को ब्रेस्टफीड बंद कराने के लिए प्लान बनाना 

अपने बच्चे का ब्रेस्टमिल्क बंद कराने का फैसला लेने से पहले एक सही योजना बनाने की कोशिश करें। अगर आपने पहले से इस चीज को लेकर योजना नहीं बनाई है तो बच्चे को ब्रेस्टफीड कराना छुड़ाना मुश्किल हो सकता है। आप अचनाक बच्चे को स्तनपान कराना बंद नहीं कर सकते हैं, क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, इसलिए आप धीरे-धीरे उन्हें ब्रेस्टफीड कराना कम करें और फिर उसके बाद पूरी तरह बंद करें। 

बच्चे को कोई दूसरा विकल्प देने की कोशिश करें

हर बच्चे की आदत अलग होती है, इसलिए जब आप उन्हें ब्रेस्टफीड कराना बंद या कम करने की कोशिश करते हैं तो उनकी प्रतिक्रिया अलग-अलग हो सकती है। इसलिए, ब्रेस्ट मिल्क कम कराने के दौरान बच्चे का रोना कम करने के लिए आप ब्रेस्टमिल्क की जगह कोई दूसरा विकल्प दे सकते हैं, जैसे, सिप्पी कप, खास स्टफ्ड एनिमल, पसंदीदा खिलौना, गाना सुनाना, नाश्ता कराना आदि।

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साइड इफेक्ट्स के लिए तैयार रहें 

ब्रेस्टफिडिंग कम कराने के या बंद करने के कारण न सिर्फ शिशु में चिड़चिड़ापन होता है, बल्कि इसका असर आपके सेहत पर भी पड़ सकता है। जब आप दूध पिलाना छोड़ देते हैं, तो आपको सामान्य से ज्यादा ब्रेस्टमिल्क निकल सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आप गर्म सेंक, ठंडी सेंक या डॉक्टर की सलाह पर दर्द की दवाएं ले सकती हैं। 

शिशु को ब्रेस्टमिल्क पीने से रोकने के लिए आप इन बातों को ध्यान में रख सकते हैं, इनकी मदद से आपका बच्चे को स्तन का दूध न पिलाने का फैसला पूरा हो सकता है।

Image Credit: Freepik 

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