Why Spicy Food makes your Nose Run : दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं, पहले वे जिन्हें तीखा खाना पसंद होता है और दूसरे वे लोग जो मीठी चीजें खाते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि तीखी चीजें खाने के बाद लोगों की नाक बहने लगती है। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि तीखा खाने से नाक क्यों बहने लगती है? आइए इस सवाल का जवाब डॉ. रजत पाराशर, सलाहकार - ईएनटी, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Rajat Parashar, Consultant – ENT, Metro Hospital, Noida) से जान लेते हैं। साथ ही, हम जानेंगे कि व्यक्ति को तीखा खाना क्यों नहीं खाना चाहिए?
मसालेदार खाने के बाद नाक बहना सही या गलत?- Is it Right or Wrong to have a Runny Nose After Eating Spicy Food
मसालेदार खाना खाने की वजह से नाक बहने की स्थिति प्राकृतिक शारीरिक प्रतिक्रिया है। यह शरीर के लिए फायदेमंद हो सकती है। इस स्थिति को गस्टेटरी राइनाइटिस कहा जाता है। यह एक गैर-एलर्जिक स्थिति है, जहां कुछ खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से मसालेदार चीजों के सेवन से नाक में ज्यादा बलगम बनता है। मसालेदार चीजों में मिर्च का इस्तेमाल होता है, जिसमें कैप्साइसिन और वसाबी में पाए जाने वाले एलिल आइसोथियोसाइनेट जैसे कंपाउंड होते हैं। ये कंपाउंड TRPV1 रिसेप्टर्स को सक्रिय करते हैं, जो मुंह, गले और नाक के मार्ग में संवेदी रिसेप्टर्स (Sensory Receptors) होते हैं। ये रिसेप्टर्स आमतौर पर गर्मी में प्रतिक्रिया करते हैं, लेकिन कैप्साइसिन उन्हें दिमाग को संकेत भेजने के लिए प्रेरित करती है। इस स्थिति में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं:
- लार का बढ़ना
- पसीना आना
- आंसू आना
- नाक बहना
बता दें कि यह नाक से जुड़ी प्रतिक्रिया एलर्जी के दौरान होने वाली प्रतिक्रिया के समान है, लेकिन एलर्जी के विपरीत इसमें इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया शामिल नहीं होती है।
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मसालेदार भोजन के स्वास्थ्य लाभ- Health Benefits of Spicy Food
कुछ लोगों को मसालेदार भोजन खाने के बाद नाक से पानी बहना परेशान करने वाला लगता है। हालांकि, इसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
1. बंद नाक खुलेगी और साइनस में सुधार
मसालेदार भोजन खाने के सबसे तात्कालिक लाभों में से एक इसका डिकंजेस्टेन्ट प्रभाव है। कैप्साइसिन और अन्य तीखे यौगिक बलगम को पतला करने में मदद करते हैं, जिससे साइनस से बलगम निकलना आसान हो जाता है। यह विशेष रूप से क्रोनिक राइनोसिनसाइटिस, सर्दी या हल्के जुकाम से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
2. एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण
मसालेदार खाने में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें मौजूद कैप्साइसिन वायु मार्ग में सूजन को कम करने में मदद करता है। यह क्रोनिक राइनाइटिस और साइनसाइटिस जैसी स्थितियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, कई मसालेदार सामग्री- जैसे कि लहसुन, अदरक, हल्दी और मिर्च- में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। ये यौगिक वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जिससे रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का जोखिम कम हो जाता है।
3. मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा और वजन प्रबंधन में मदद
कैप्साइसिन एक थर्मोजेनिक यौगिक है। यह शरीर में गर्मी के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जिससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है। शोध बताते हैं कि मसालेदार खाने से ऊर्जा ज्यादा खर्च होती है और वसा ऑक्सीकरण को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसे में वेट को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, मसालेदार भोजन तृप्ति को बढ़ाता है और हाई कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों की लालसा को कम करके भूख को कम करता है। इससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
4. दिल से जुड़े फायदे
मसालेदार खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से हार्ट हेल्थ को फायदा हो सकता है। दरअसल, कैप्साइसिन खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने, अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने और वासोडिलेशन को बढ़ावा देकर ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम किया जा सकता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि कैप्साइसिन रक्त के थक्के बनने के जोखिम को कम करता है, जिससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है।
5. दर्द से राहत और माइग्रेन से बचाव
कैप्साइसिन का दर्द निवारक उपचारों (Pain Relief Treatment) में उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से न्यूरोपैथिक दर्द और माइग्रेन के लिए यह इस्तेमाल होता है। यह दर्द रिसेप्टर्स (नोसिसेप्टर्स) को असंवेदनशील बनाकर और समय के साथ दर्द को कम करने का काम करता है। कुछ मामलों में, कैप्साइसिन युक्त नाक के स्प्रे का उपयोग क्लस्टर सिरदर्द और माइग्रेन के इलाज के लिए भी किया जाता है।
मसालेदार भोजन से किसे बचना चाहिए?- Who Should Avoid Spicy Foods
मसालेदार भोजन हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होता है। कुछ व्यक्तियों पर इसका गलत प्रभाव भी हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन लोगों को मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए:
- गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)
- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस)
- क्रोनिक राइनाइटिस या वेसोमोटर राइनाइटिस
- गैस्ट्रिक अल्सर
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कुल मिलाकर, मसालेदार खाना खाने पर नाक का बहना एक प्राकृतिक और लाभकारी प्रतिक्रिया है। यह आपके शरीर और नाक की स्वच्छता बनाए रखने का तरीका है। मसालेदार भोजन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं, जिसमें डिकंजेशन, सूजनरोधी गुण, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देना, हृदय संबंधी सुरक्षा, दर्द से राहत और संभावित कैंसर से लड़ने की क्षमता शामिल है। हालांकि, कुछ चिकित्सा स्थितियों वाले व्यक्तियों को इनका सेवन संयम से करना चाहिए।