Men's Health Week : काम की व्यस्तता के चलते आज के समय में अधिकतर पुरुष अपनी सेहत को नजरअंदाज कर जाते हैं। लेकिन, पुरुषों की सेहत का असर उनके जीवन के अन्य हिस्सों पर भी पड़ता है। खराब सेहत का असर पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य (रिप्रोडक्टिव हेल्थ) पर भी पड़ता है। दरअसल, अधिकतर पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य पर बात नहीं करते हैं। लेकिन, संपूर्ण स्वास्थ्य की तरह ही प्रजनन स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण माना जाता है। रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर ध्यान देने से पुरुष कई तरह के यौन संक्रमण और फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं से भी बच सकते हैं। इस लेख में बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ की कंसलटेंट डॉक्टर दीपिका मिश्रा ने बताया कि पुरुषों द्वारा प्रजनन स्वास्थ्य पर ध्यान देना क्यों जरूरी होता है।
पुरुषों द्वारा रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर ध्यान देना क्यों जरूरी - Why Men's Reproductive Health Need To Pay Attention In Hindi
पुरुषों में इन्फर्टिलिटी की समस्या से बचाव के लिए रिप्रोडक्टिव हेल्थ का बेहतर होना बेहद आवश्यक होता है। पुरुषों के वीर्य में विकार, स्पर्म काउंट कम होना या स्पर्म के मार्ग में रुकावट आदि कुछ समस्याओं को फर्टिलिटी से जोड़कर देखा जा सकता है। इसके अलावा इन्फर्टिलिटी के कारण में धूम्रपान, शराब, खराब डाइट व एक्सरसाइज न करना आदि को शामिल किया जा सकता है।
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पुरुषों में इन्फर्टिलिटी के क्या लक्षण होते हैं - Symptoms Of Infertility in Men's In Hindi
रिप्रोडक्टिव हेल्थ को नजरअंदाज करने से इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है। इनफर्टिलिटी होने पर पुरुष इस बारे में बात करने से झिझकते हैं। इस समस्या में पुरुषों को शारीरिक संबंध बनाने में परेशानी होती है। जैसे - पुरुषों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन, यौनेच्छा में कमी व इजेकुलेशन की समस्या आदि को शामिल किया जाता है। साथ ही टेस्टिकल में दर्द, सूजन, व गांठ जैसे लक्षणों महसूस हो सकते हैं।
रिप्रोडक्टिव संबंधी समस्याओं की जांच कैसे होती है - How To Diagnose Reproductive Health Problem In Men's In Hindi
रोग की समय रहते पहचान करने से उसकी गंभीरता को दूर किया जा सकता है। रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी से समस्या की जांच में मरीज के परिवार की मेडिकल हिस्ट्री, खून की जांच, स्पर्म टेस्ट किया जाता है। स्पर्म टेस्ट में स्पर्म काउंट, स्पर्म की गतिशीलता के बारे में जांच की जाती है।
रिप्रोडक्टिव संबंधी समस्याओं को इलाज कैसे होता है - Treatment Of Reproductive Health Problems in Men's In Hindi
रिप्रोडक्टिव संबंधी समस्याओं के इलाज में डॉक्टर सबसे पहले मरीज की लाइफस्टाइल में बदलाव कराते हैं। यदि पुरुष के प्रजनन मार्ग में कोई इंफेक्शन हो, तो ऐसे में एंटीबायोटिक्स दवाएं दी जाती है। जबकि, इरेक्टाइल डिसफंक्शन या प्री मैच्योर इजेकुलेनश की समस्या को दूर करने के लिए भी दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावा, एजूस्पर्मिया (स्पर्म शून्य होना), ओलिगोस्पर्मिया (स्पर्म कम बनना) व टेस्टिस में ब्लॉकेज होने पर टेस्टिकुलर स्पर्म एक्सट्रेक्शन तकनीक को अपनाया जा सकता है। आज के समय में रिप्रोडक्टिव हेल्थ की समस्या को दूर करने के लिए आईवीएफ जैसी कई नई तकनीक उपलब्ध है। जिससे इनफर्टिलिटी को दूर किया जा सकता है।
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पुरुषों को लाइफस्टाइल में योग व एक्सरसाइज को शामिल करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, पुरुषों को रिप्रोडक्टिव संबंधी किसी भी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे समय के साथ रोग बढ़ने की संभावना अधिक होती है। प्रजनन स्वास्थ्य की समस्या महसूस होने पर पुरुषों को तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।