UTI Causes in Men: यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन। यह तब होता है, जब बैक्टीरिया, मलाशय या त्वचा के माध्यम से पेशाब को निकालने वाली नलियों तक पहुंच जाते हैं। महिलाओं में यूटीआई (UTI in Female) होना बेहद सामान्य है। ज्यादातर महिलाओं को अपने जीवन में कभी-न-कभी यूटीआई के लक्षणों से गुजरना पड़ता है। आपको बता दें कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यूटीआई होने की संभावना 30 गुना अधिक होती है। लेकिन पुरुषों में भी यूटीआई विकसित हो सकता है। खासकर, अधिक उम्र के पुरुषों में यूटीआई (UTI in Male) के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। इस स्थिति में पुरुषों को पेशाब करते समय जलन और दर्द का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में रक्त निकलना, बुखार, ठंड लगना, थकान, पेशाब करने में कठिनाई होना आदि भी यूटीआई के लक्षण होते हैं।
महिलाओं और पुरुषों, दोनों को यूटीआई हो सकता है। लेकिन दोनों में यूटीआई होने के अलग-अलग कारण होते हैं। आज के इस लेख में हम आपको पुरुषों में यूटीआई होने के कारणों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। पुरुषों में यूटीआई क्यों होता है, इस बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली एनसीआर के प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट डॉ. नितिन श्रीवास्तव (Dr. Nitin Shrivastava) से बातचीत की-
पुरुषों में यूटीआई के कारण- Urinary Tract Infection in Men Causes in Hindi
1. डिहाइड्रेशन
डॉ. नितिन बताते हैं कि डिहाइड्रेशन यूटीआई का एक मुख्य कारण हो सकता है। दरअसल, जब आप कम पानी पीते हैं, तो इससे बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। यानी शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसकी वजह से यूटीआई होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि डिहाइड्रेशन होने पर पेशाब या यूरिन का फ्लो कम हो जाता है। इससे ब्लैडर में इंफेक्शन हो सकता है और यूटीआई के लक्षण महसूस हो सकते हैं।
2. फाइमोसिस
फाइमोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिंग की ऊपरी त्वचा (Foreskin) टाइट हो जाती है। इसकी वजह से पेशाब की कई बूंदें लिंग या स्किन के अंदर ही रह जाती है। ऐसे में स्किन के अंदर रुका हुआ पेशाब धीरे-धीरे संक्रमित होने लगता है, जिसकी वजह से यूटीआई हो सकता है। इतना ही नहीं, फाइमोसिस के कारण स्किन इंफेक्शन होने की संभावना भी बढ़ जाती है। यह स्थिति दर्दनाक हो सकती है।
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3. असुरक्षित यौन संबंध
असुरक्षित यौन संबंध कई तरह की संक्रामक बीमारियों का कारण बन सकता है। अगर कोई पुरुष असुरक्षित यौन संबंध बनाता है, तो उसमें यूटीआई विकसित हो सकता है। खासकर, अगर आप किसी संक्रमित महिला के साथ संबंध बनाते हैं, तो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
4. न्यूरोजेनिक ब्लैडर
न्यूरोजेनिक ब्लैडर एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें पुरुषों में ब्लैडर का कंट्रोल खराब हो जाता है। आपको बता दें कि ब्लैडर का कंट्रोल स्पाइनल कोड से होता है। जब किसी व्यक्ति को स्पाइन से जुड़ी दिक्कत होती है, तो उसका ब्लैडर खराब हो सकता है। इसकी वजह से पेशाब को पूरी तरह से खाली करना मुश्किल हो सकता है। जब ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है, तो ऐसे में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।
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5. बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया
बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया (Benign Prostatic Hyperplasia) की समस्या आमतौर पर 50 या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में देखने को मिलती है। दरअसल, इस स्थिति में पुरुषों में प्रोस्टेट का आकार बढ़ने लगता है। इसकी वजह से यूरिन का फ्लो रुकने लगता है और ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है। ऐसे में बैक्टीरियल ग्रोथ होती है और यूटीआई के लक्षण महसूस होने लगते हैं।