
Gum recession causes: दांतों से जुड़ी समस्या, आजकल लोगों में आम होती जा रही है। बच्चे हों या बड़े, मसूडों से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं और दांतों के साथ पूरे ओरल हेल्थ को प्रभावित कर रही हैं। ऐसी ही एक समस्या है मसूड़ों का ढीलापन। इसके बारे में लोगों को कम होता है जबकि इसके कारणों के बारे में जाम लिया जाए तो समय रहते इससे बचा जा सकता है। ऐसे में Dr. Sakshi Hinduja, BDS, Aster CMI Hospital, Bangalore से जानते हैं कि मसूड़े ढीले क्यों पड़ जाते हैं, क्या हैं इसके कारण और लक्षण।
मसूड़े ढीले क्यों हो जाते हैं-Why do gums become loose?
मसूड़ों का ढीला होना और सिकुड़ना कई तरह के कारकों के कारण हो सकता है जो पीरियोडॉन्टल ऊतकों (periodontal tissues) के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। एक प्राथमिक कारण पीरियोडॉन्टल बीमारी है जो एक प्रकार का संक्रमण जो मसूड़ों और दांतों को सहारा देने वाली हड्डी को प्रभावित करता है, जिससे सूजन होती है और अंततः मसूड़े के ऊतकों के टूटने की वजह बनता है। इसके अतिरिक्त, आक्रामक तरीके से ब्रश करना या कठोर ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करने से मसूड़े शारीरिक रूप से खराब हो सकते हैं, जिससे मसूड़े ढीले हो सकते हैं। हार्मोनल परिवर्तन, विशेष रूप से गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में, मसूड़े ढीले होने के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।

अन्य योगदान करने वाले कारकों में तंबाकू का उपयोग शामिल है, जो मसूड़ों में खून के प्रवाह को बाधित करता है, और आनुवंशिक कारण भी है जहां व्यक्तियों को मसूड़ों की बीमारी की प्रवृत्ति विरासत में मिल सकती है। इसके अलावा, दांतों को पीसना या दबाना, जो अक्सर तनाव से बढ़ जाता है, मसूड़ों पर अत्यधिक दबाव डाल सकता है, जिससे समय के साथ उनका क्षरण हो सकता है। मसूड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए प्रभावी रोकथाम और उपचार रणनीतियों के लिए इन कारणों को समझना महत्वपूर्ण है। जैसे कि
- -मसूड़े की बीमारी (पीरियडोंटल बीमारी): बैक्टीरियल संक्रमण और सूजन के कारण मसूड़े दांतों से दूर हो सकते हैं, जिससे मसूड़े ढीले हो सकते हैं।
- -खराब ओरल हेल्थ: अपर्याप्त ब्रशिंग और फ्लॉसिंग से प्लाक का निर्माण हो सकता है, जिससे मसूड़े पीछे हट सकते हैं।
- -हार्मोनल बदलाव: गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव मसूड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
- -दांत पीसना या भींचना: ब्रुक्सिज्म दांतों और मसूड़ों पर अत्यधिक दबाव डाल सकता है, जिससे मसूड़े पीछे हट सकते हैं।
- - दांतों का गलत संरेखण: टेढ़े-मेढ़े दांत मसूड़ों पर असमान दबाव डाल सकते हैं, जिससे मसूड़े पीछे हट सकते हैं।
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मसूड़े के ढीलेपन के लक्षण-Symptoms of gum recession
मसूड़ों के ढीलेपन के लक्षणों को अगर आप शुरुआत में ही समझ लें तो आप इसका सही समय पर इलाज करवाकर कई समस्याओं से बच सकते हैं। जैसे कि
- -अगर आपको दांतों की जड़े नजर आ रही है तो आप समझ लें कि आपके मसूड़े ढीले पड़ गए हैं। इसमें मसूड़े पीछे हटने पर उभरी हुई जड़ें दिखाई दे सकती हैं।
- -खुली हुई जड़ें गर्म या ठंडे तापमान के प्रति संवेदनशीलता पैदा कर सकती हैं। तो अगर आपको अपने दांतों में ज्यादा सेंसिटिविटी महसूस होती है तो समझ लें कि आपके मसूड़े ढीले हो गए हैं।
- -दांतों और मसूड़ों के बीच की गहरी पॉकेट बैक्टीरिया और मलबे को फंसा सकती हैं। इसके मसूड़े ढीले हो सकते हैं।
- -ब्रश करने या फ्लॉसिंग के दौरान मसूड़ों से खून आ रहा है तो यह मसूड़े के ढीलेपन की वजह से हो सकता है।
- -मसूड़ों के पीछे हटने से लगातार सांसों की बदबू आ सकती है। तो अगर आपको लगता है कि आपके मुंह से ज्यादा बदबू आती है तो आपको मसूड़े के ढीलेपन से बचना चाहिए।
रोकथाम के लिए टिप्स
सबसे पहले तो अपने ओरल हेल्थ क खास ख्याल रखें। प्लाक बिल्डअप को रोकने के लिए नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करें। नियमित दांतों की जांच से मसूड़ों के पीछे हटने का जल्दी पता लगाने में मदद मिल सकती है। धूम्रपान बंद करने से मसूड़ों के पीछे हटने का जोखिम कम हो सकता है। दांत पीसने या दबाने से बचें। इसके अलावा दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा के लिए माउथगार्ड पहनें। विटामिन और खनिजों से भरपूर स्वस्थ आहार मसूड़ों के स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है। मुलायम ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करें। कठोर ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करने से बचें जो मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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इसके अलावा तनाव ब्रुक्सिज्म और मसूड़ों के पीछे हटने को बढ़ा सकता है। इसलिए इस स्थिति से बचें। लक्षण महसूस हो तो डॉक्टर से पास जाएं। कारणों को समझकर और निवारक उपाय करके, आप स्वस्थ मसूड़ों के साथ इनके ढीलेपन को रोक सकते हैं।
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FAQ
मुंह के मसूड़े फूल जाए तो क्या करना चाहिए?
मुंह के मसूड़े फूल जाए तो आपको सबसे पहले गर्म पानी में नमक मिलाकर इस पानी से कुल्ला करना चाहिए। यह मसूड़े की सूजन को कम करने के साथ दर्द से राहत दिलाने में मददगार है।मसूड़ों में सूजन और दर्द हो तो क्या करना चाहिए?
मसूड़ों में सूजन और दर्द हो पहल तो लौंग का तेल लगाएं और दूसरा, दवा लें जो कि दर्द और सूजन को कम करें। आप फिटकरी के पानी से भी मसूड़ों की सिकाई कर सकते हैं।मसूड़ों को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए?
मसूड़ों को मजबूत बनाने के लिए मुलायम ब्रिसल वाले टूथब्रश चुनें और फिर मसूड़ों की सफाई करें। आप सरसों के तेल में नमक मिलाकर भी अपने मसूड़ों को साफ करते हुए उनकी मालिश कर सकते हैं।
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Nov 09, 2025 12:05 IST
Published By : Anurag Gupta